Tag: बीवी की सहेली की चुदाई

मस्ती की रात-3

ड्रिंक्स का एक दौर जल्दी ही ख़त्म हो गया तो सभी उठे टॉप अप करने के लिए. एक तो माहौल सेक्सी था और सेक्स आज सभी के दिमाग पर चढ़ा हुआ था … किसी को नहीं मालूम था कि क्या होगा, पर मस्ती पूरी होगी ये यकीन था. वापिस सोफे पर बैठते समय पिंकी बोली- […]

ऋतू की सहेली

ऋतू के घर मैं, जब भी उसके पति बाहर गए होते, तभी चला जाता था। एक दिन जब मैं ऋतू के घर गया तो उसने मुझसे कहा- मेरी एक सहेली है, उसकी शादी को २ साल हो गए हैं पर उनका कोई बच्चा नहीं हुआ। अब उसके पति का कहीं और चक्कर चल रहा है […]

एक दिन अचानक- बीवी की सहेली-2

रागिनी ने पैंटी नहीं पहनी थी.. मैं तो जैसे पलक झपकाना भूल गया..और मेरी तो आँखे फटी रह गई.. क्या चूत थी.. दो केले के खंभे जैसी जांघों के बीच में गोरी चूत.. एक भी बाल नही.. मुझे मेरी आँखों पर विश्वास नहीं हो रहा था कि यह किसी 35 साल की औरत की चूत […]

एक दिन अचानक- बीवी की सहेली-1

उसने काले रंग का सलवार सूट पहना था, जिसमें से उसके बदन का हर कटाव एक दम साफ़ नज़र आ रहा था। उसके गोरे रंग पर काला ड्रेस मानो उसके बदन की रेखाओं को उजागर कर रहा था, उसकी गोलाई और उभार से मेरी नज़र हटने का नाम ही नहीं ले रही थी। तभी मेरी […]

परोपकारी बीवी-3

वहाँ अलका मुझे सामने बैठक में ही मिली। वह गाउन पहने थी। मैंने औपचारिकतावश पूछा- कैसी हैं आप? वह बोली- अभी तक दुखी थी, आप आए हो तब से थोड़ा चैन मिला है। मैंने कहा- आप अभी-अभी नहाई हैं क्या? उसने कहा- हाँ आप मुझे चोदेंगे ना इसलिए नहाई हूँ। उसके मुख से ऐसी बेबाक […]

परोपकारी बीवी-4

मेरी ऐसी ही बातों से अलका कल एक दिन और मेरे साथ चुदाई का मौका देने के लिए स्नेहा को मनाने को राजी हुई। इसके बाद हम लोग फिर चुदाई में लगे। अलका ने इस रात मुझसे चार बार चुदाई की। वहाँ लेटे-लेटे ही मैंने घड़ी देखी तो सुबह के तीन बज रहे थे। मैंने […]

परोपकारी बीवी-5

मैं खुश तो बहुत था, पर बोला- अरे यार, दोनों को एक साथ चोदने में मेरा क्या हाल होगा? वो बोली- कुछ नहीं होगा, कल छुट्टी मारना और आराम करना। मेरे लिए चुदाई का यह नया अनुभव होता, तो मैं लेटे हुए ही स्नेहा को बोला- तो जाओ फिर, ले आओ बुलाकर अलका को ! […]

कामना की साधना-1

कामना शशि की बचपन की सहेली थी। जिसने 5 साल पहले मेरी शादी में मुझे सबसे ज्यादा छेड़ा था और शायद मुझे जीजा साली के रिश्ते का पूर्ण रूपेण आनन्द का अनुभव कराया था। मैंने घड़ी देखी उसकी ट्रेन के आने का समय 6 बजे का था और साढ़े पांच बज चुके थे, मैंने समय […]

कामना की साधना-3

अब हम दोनों का ध्यान टीवी को छोड़कर अपनी अंगक्रीड़ा पर केन्द्रित हो गया था और हम उसका पूरा पूरा आनन्द ले रहे थे। मैंने गौर से देखा उसका आंखें बंद थी और पूरे बदन में कंपन था। उसके गुलाब की पंखुड़ी जैसे होंठों पर भी हल्का हल्का कंपन था। मैंने बहुत धीमी आवाज में […]

कामना की साधना-2

‘अरे जीजाजी, मुझे पता है आप कभी मेरा बुरा नहीं करेंगे और आप तो मेरे ड्रीम ब्वा्य हो, मैं आपकी हर बात मानती हूँ।’ मैंने सोचा कि लगे हाथ मैं भी कुछ अरमान निकाल लूँ, मैंने कहा- यार तुम भी मेरी ड्रीम गर्ल हो ! पर पहले क्यों नहीं मिली। नहीं तो आज शशि की […]