Tag: चूत में उंगली

दीदी को पहली बार चोदा

मैं गहरी नींद में सो रहा था और सपना देख रहा था करीना कपूर की चूची दबाने का, कि अचानक मेरे मुँह पर कुछ जोर से गिरा और नींद खुल गई, लाईट बंद थी और अँधेरा था मुझे लगा कि मीना दीदी के दोनों पैर मेरे मुँह पर है। शायद फ़ूफ़ी को कोई परेशानी थी […]

तुम्हारे लिए ही

एक दिन मम्मी-पापा उनके कमरे में सो रहे थे और मैं अपने कमरे में। तभी मैंने सुना कि मम्मी के कमरे से रोने की आवाज़ आ रही है। तभी मैंने खिड़की से देखा कि वहाँ चुदाई चल रही थी। मैं उनकी चुदाई के दृश्य देख मज़ा लेने लगा। मुझे बहुत आनन्द आ रहा था। मेरी […]

भाई बहन का प्यार-1

यह बात छः महीने पहले की है जब संजय के पिताजी मनोहर ने सुरेन्द्र से दो लाख रुपए कुछ महीने पहले उधार लिए थे. तो एक दिन पिताजी ने संजय को दो लाख रुपए से भरा बैग देकर कहा- ज़ाओ अपनी बुआ के घर जा कर यह दे आओ. संजय नाश्ता करके बैग लेकर सीधा […]

बहन के संग होली फिर चुदाई

बात पिछली होली की है, छुट्टियाँ न मिलने की वजह से हम लोगों ने होली यहीं मनाने का फैसला किया। होली की सुबह सोते में ही मेरी बीवी ने मेरे मुँह पर रंग लगा दिया, जब मैं सो कर उठा तो मेरी बहन और बीवी मुझे देख कर हंसने लगी तो मैंने भी अपनी बहन […]

जिस्मानी रिश्तों की चाह -15

उनके गोरे गाल सेक्स की तलब से गुलाबी हो गये.. आँखों में नशा सा छा गया था और लाली भी आ गई थी। मेरा लंड भी पूरा खड़ा हो चुका था। अब आगे.. मुझे दास्तान सुनाते एक घन्टे से ज्यादा हो गया था.. मैं थोड़ी देर पानी पीने के लिए रुका, मैं टेबल से पानी […]

जिस्मानी रिश्तों की चाह -39

मैं कुछ देर ऐसे ही बैठा रहा और आपी भी अपने हाथ फैलाए मुझे मुहब्बत और हवस भरी नजरों से देखती रहीं। कुछ देर बाद उन्होंने फिर इशारा किया और अपने होंठों को किस करने के अंदाज़ में सिकोड़ कर मुस्कुरा दीं। मैंने भी आपी को मुस्कुरा कर देखा और सिर झटकते हुए खड़ा होकर […]

जिस्मानी रिश्तों की चाह -41

फिर आपी ने जग से दूध का गिलास भरा और मेरे पास आकर मेरे होंठों को चूमा और मेरे सिर पर हाथ फेर कर बोलीं- उठो मेरी जान.. शाबाश दूध पियो और फिर कपड़े पहन कर सही तरह लेटो.. शाबाश उठो.. मुझे अपने हाथ से दूध पिलाने के बाद आपी ने एक बार फिर मेरे […]

जिस्मानी रिश्तों की चाह-53

मैं पहले तो यह ख्याल रख कर उंगलियाँ चलाता रहा था कि एक इंच से ज्यादा अन्दर ना जाने पाए.. लेकिन अब तेजी-तेजी से अन्दर बाहर करने की वजह से मैं अपने हाथ को कंट्रोल नहीं कर पा रहा था और हर 3-4 झटकों के बाद एक बार उंगलियाँ थोड़ी ज्यादा गहराई में उतर जाती […]

चुदने को बेकरार फुप्पो की लौंडिया-1

मैं कॉलेज की छुट्टियों को घर पर ही रह कर एंजाय कर रहा था। एक दिन अचानक मेरी मम्मी मुझसे बोलीं- बेटा कुछ दिन के लिए अपनी को फुप्पो के घर चला जा.. वहाँ तेरा टाइम पास हो जाएगा। इत्तफ़ाक से मेरी बुआ के लड़के रोहित भैया हमारे घर आ गए और मेरी मम्मी ने […]

चुदने को बेकरार फुप्पो की लौंडिया-2

कुछ दिनों के बाद मुझे नोएडा में जॉब मिल गई और करीब 6 महीने बाद मैं फिर से अपनी दादी के गाँव में घूमने गया। मेरी दादी का घर जो रिश्ते में सीमा की नानी का घर भी बनता है। मुझे मालूम था कि शायद सीमा आजकल यहीं है। वहाँ जाकर मैंने देखा कि वहाँ […]