नाना की तबियत ख़राब होने के कारण मैं 12 साल बाद मामा के गांव गया था.. वहाँ जाकर पता चला कि मेरे नाना जी स्वर्ग सिधार गए हैं, वहाँ शोक के कारण सब रो रहे थे। मैं तो वहाँ पर ठीक से किसी को जानता भी नहीं था.. पापा ने सबसे मेरा परिचय करवाया। मैं […]
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एक भाई की वासना -28
जाहिरा बोली- नहीं.. कुछ नहीं भाभी.. कुछ नहीं हुआ.. फिर वो जल्दी से खाना उठा कर बाहर आ गई। मैंने उसे ब्रेकफास्ट टेबल के बजाए आज छोटी सेंटर टेबल पर लगाने के लिए कहा। ज़ाहिर है कि इसमें भी मेरे दिमाग की कोई शैतानी ही शामिल थी ना.. थोड़ी ही देर में फैजान भी बेडरूम […]
एक भाई की वासना -24
फैजान चुप हो गया.. और मैंने हाथ अन्दर डाल कर उसके लण्ड को अपने हाथ में ले लिया। उसका लंड आहिस्ता-आहिस्ता खड़ा हो रहा था और मैंने उसे सहलाते हुए आहिस्ता-आहिस्ता मुकम्मल तौर पर खड़ा कर दिया। साथ-साथ मैं उसकी गर्दन को भी चूम रही थी और अपनी चूचियों को उसकी बाज़ू पर रगड़ रही […]
सविता बहन की रिबन कटाई
बात तब की है जब मैं सिर्फ 18 साल की कमसिन कली थी, घर में मैं, बड़ा भाई जो मुझसे सिर्फ 2 साल ही बड़ा था और मम्मी और पापा ही थे बस। घर में हम दोनों भाई बहन का एक ही रूम था जिसमें हम दोनों की पढ़ने की जगह और दो अलग अलग […]
रेलगाड़ी में भाई बहन की अधूरी चुदाई
जब मैं स्टेशन पर शाम को पहुँचा तो देखा कि मामा-मामी और उनकी बेटी तीनों लोग मेरी ही प्रतीक्षा कर रहे थे। मैं उनसे मिला और बातें की क्योंकि अभी ट्रेन में टाइम था। हम दोनों ने ट्रेन में अपना सामान रखा, मेरी सीट ऊपर थी इसलिए हम दोनों को कोई दिक्कत नहीं हुई। शाम […]
एक भाई की वासना -35
उसने जाहिरा की तरफ ही करवट ली हुई थी और यक़ीनन उसका लंड अपनी बहन की जाँघों से टकरा रहा था। जाहिरा की चूची एक बार फिर से फैजान की नज़रों के सामने नंगी हो गई थी। फैजान वहीं पर नहीं रुका और फिर दूसरी चूची को भी बाहर निकाल लिया। वो कमरे में हो […]
एक भाई की वासना -46
कुछ ही देर में मैंने और जाहिरा ने टेबल पर खाना लगा दिया और फिर हम सब टेबल पर बैठ कर खाना खाने लगे। खाने के दौरान भी जाहिरा मेरे इशारे पर टेबल के नीचे से ही अपने पैर के साथ अपने भाई को टीज़ करती रही और जब भी मौका मिलता तो उसके लण्ड […]
मेरी चूत का बाजा बज गया -2
फिर भाभी अपने साथ मुझे बाहर ले गईं और हम हाल में बैठकर टी.वी. देखने लगे। लगभग 10 मिनट बाद अमित भी अपनी आँखें मसलता हुआ बाहर आया.. जैसे नींद से उठा हो। वो हमारी और देखकर मुस्कुराया और हमारे पास आकर बैठ थोड़ी देर टी.वी. देखने के बाद बोला- भाभी चाय बना दो यार.. […]
मेरा गुप्त जीवन- 79
अगले दिन कॉलेज से वापस आया तो मौसी और उसकी बेटियाँ अभी तक नहीं आई थी। मैं खाने पर उनका इंतज़ार करने लगा। थोड़ी देर बाद ही चौकीदार रामलाल मौसी जी और उनकी बेटियों का सामान ले कर अंदर आ गया। मौसी जी से चरणवंदना के बाद उनकी दोनों बेटियों की तरफ देखा तो दोनों […]
चूत एक पहेली -35
कुछ देर पायल ऐसे ही चुपचाप पुनीत को देखती रही। जब उसको लगा कि पुनीत बहुत गहरी नींद में है.. तो वो दोबारा उसके करीब हो गई और उसके बरमूडा में हाथ डाल दिया.. अबकी बार उसने लौड़े को पकड़ लिया और उसको सहलाने लगी। उसको बड़ा मज़ा आ रहा था ये सब करते हुए […]