Tag: चुची चुसाई

कॉलबॉय बनने की शुरुआत एक भाभी की चुदाई के साथ

मैं अमदाबाद गया और कुछ दिन उधर ही रहा. थोड़े दिन रैम्प वॉक भी किया.. लेकिन अब मेरे पास पैसों की कमी होने लगी. अच्छे कपड़े चाहिए थे, अच्छा फ्लैट भी ले रखा था. तब मुझे मेरे रूम मेट्स ने मुझे कॉलबॉय बिजनेस के लिए बोला. वैसे मैंने बहुत गर्ल्स और भाभियों को चोदा है. […]

रानी से रंडी बनने का सफर-2

शिप्रा हमारे साथ करीब 20 मिनट रही और हम तीनों ने एक एक गिलास शेम्पेन और कुछ फ्राइड काजू खाये। फिर शिप्रा मुझे गुड लक कह कर उस आदमी के पास छोड़ कर चली गई। उस आदमी का नाम अरुण था। अरुण किसी बड़ी कंपनी का मालिक था, वो मुझे अपने साथ नीचे होटल के […]

मैंने दूसरे लंड से चुदने की इच्छा पूरी की

बस फिर क्या था, मैं उससे मिलने का मौका देखने लगी. एक दिन मेरे हस्बैंड बिजनेस के सिलसिले से कहीं बाहर चले गए और उन्होंने जाते वक्त मुझसे कहा कि मैं कल तक आ जाऊंगा. मैं मन ही मन खुश होने लगी. फिर कुछ समय बाद मेरे हस्बैंड चले गए और बस में उसके ख्यालों […]

मम्मी की दमदार चुदाई

मेरी जवानी शुरु हुई थी और उनकी जवानी के शोले भड़कते थे। मेरी मम्मी बहुत सेक्सी और सुन्दर है। शी हेज गोट ए ब्यूटीफुल बॉडी शेप 36-28-36! शी हेज गॉड मेड बूब्स एज वेल एज बटक्स! उनका सुडौल गोरा बदन बहुत हसीन है। वैसे वो मेरी रियल मम्मी नहीं हैं वह मेरे डैड की सेक्रेटरी […]

पापा को हरा दो

फिर कुछ देर तक मम्मी ने पापा के लण्ड के साथ खेला और फिर दोनों शायद झड़ गए. यह सीन मेरे दिमाग में बैठ गया. मेरी माँ थी भी बड़ी मस्त! इस उम्र में भी उनका बदन गुलाब की फूल की तरह है. आप खुद सोचें कि कितना मजा आया होगा यह सब देखकर. फिर […]

मेरी डार्लिंग सिस्टर-10

मम्मी को खुद की तुलना जूही चावला से करने पर वे बहुत खुश हो गईं और इठलाने लगीं। ‘तुमने जब अपनी बहन को चोदने का पाप कर लिया है तो फिर इस पाप के लिए भी अपने आप को तैयार कर लो… मुझे अपना प्यारा हथियार दिखाओ जिससे तुम दोपहर में अपनी बहन चोद रहे […]

मेरी माँ की चूत की चुदाई नाना जी के दोस्त ने की

सबसे पहले मैं आपको मेरी मम्मी और उन अंकल का परिचय कराता हूँ। मेरी मम्मी एक घरेलू महिला हैं, गोरा रंग, उस वक्त उम्र 26 साल थी, कद 5 फ़ुट 2 इन्च और अंकल की उम्र करीब 50 और 55 के बीच की रही होगी। तो अब यहाँ मेरी कहानी शुरु होती है। एक दिन […]

धोबी घाट पर माँ और मैं -6

मेरी तो हालत उसके हाथ के छूने भर से फिर से खराब होने लगी। मेरी समझ में एकदम नहीं आ रहा था कि क्या करूँ। कुछ जवाब देते हुए भी नहीं बन रहा था कि क्या जवाब दूँ। तभी वो हल्का सा आगे की ओर सरकी और झुकी, आगे झुकते ही उसका आंचल उसके ब्लाउज़ […]

धोबी घाट पर माँ और मैं -13

पलंग की पुश्त से अपने सिर को टिका कर उसने अपने दोनों पैरों को मेरे सामने खोल कर फैला दिया और बोली- अब देख ले आराम से, पर एक बात तो बता, तू देखने के बाद क्या करेगा? कुछ मालूम भी है तुझे या नहीं है? ‘माँ, चोदूँगा… आअ…’ ‘अच्छा चोदेगा? पर कैसे? जरा बता […]

धोबी घाट पर माँ और मैं -16

‘नहीं माँ, तुम ठीक से याद करने की कोशिश करो। तुमने मुझे हरामी या हरामजादा कहा था, और खूब जोर से झड़ गई थी।’ ‘बेटा, मुझे तो ऐसा कुछ भी याद नहीं है, फिर भी अगर मैंने कुछ कहा भी था तो मैं अपनी ओर से माफी माँगती हूँ, आगे से इन बातों का ख्याल […]