Tag: कामवासना

मेरे नीग्रो सैंया जी-1

खैर … इस कोर्स में बहुत कम ही लोग एडमिशन लेते हैं. मेरे साथ के बैच में 30 स्टूडेंट थे. हमारे कॉलेज में यह कोर्स तो काफी सालों से चल रहा था, मगर मेरे बैच के शुरू होने के साल से ही अकेले हमारे कोर्स के लिए नई बिल्डिंग का इन्तजाम किया था. ब्वॉय्स और […]

याराना का तीसरा दौर-2

विक्रम- जी मानता हूं। मैं- बस … हम भी उसी डोर में बंध गए और बाकी रिश्तेदारी वाली डोर को हमने तोड़ कर पीछे छोड़ दिया क्योंकि हमारा रहन-सहन काफी मॉडर्न था। रीना-सीमा का छोटे कपड़े पहनना। हमारा और उनका एक-दूसरे के सामने चुम्बन करते हुए गुड मॉर्निंग गुड नाईट विश करना।  सीमा और रीना हालांकि […]

अंकल ने मेरी कुंवारी बुर की सील फाड़ दी

वो परिवार बहुत ही मिलनसार था, तो थोड़े ही दिन में मेरी मम्मी से उन आंटी की दोस्ती हो गई और हमारा एक दूसरे के घर आना जाना चालू हो गया. अंकल यही कोई 38 साल के आस पास के थे. वो जब भी मुझे देखते, तो खा जाने वाली नजरों से देखते. मैं अधिकतर […]

एक और अहिल्या-5

मैंने वसुन्धरा की ओर देखा. होंठों से वो सिर्फ धन्यवाद कह रही थी लेकिन उसकी आँखों में तो जैसे भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा था. बाद का किस्सा-ऐ-मुख़्तसर तो यह रहा कि प्रिया की शादी बहुत धूमधाम से हुई और शादी के बाकी के समारोह में वसुन्धरा का सब के साथ व्यवहार आश्चर्यजनक रूप से […]

पड़ोस की चालू लड़की के साथ पहला संभोग

मेरे मन में उसके लिए कोई ग़लत विचार नहीं थे लेकिन आज से करीब दस-बारह महीने पहले एक दिन की बात है कि मैं रात को करीब 3 बजे पेशाब करने के लिए उठा और बाहर आ गया. मैंने अपने घर की बालकनी से देखा कि परी के घर में उनके बाथरूम की लाइट ऑन […]

मैं कैसे बन गई चुदक्कड़-4

फिर वो मेरी चुत को चड्डी के ऊपर से सहलाने लगा. मैं बस उसके शरीर को ही देखे जा रही थी. मेरा सारा नशा हवा में उड़ चुका था. उसके शरीर के सामने मेरा शरीर कुछ भी नहीं था. वो किसी राक्षस की तरह मुझे लग रहा था. उसका वजन 130 किलो से कम नहीं […]

पहला नशा पहला मज़ा-2

नीना कमरे से चली गई, तो उसकी आंखें मेरी चूचियों पर टिक गईं, जिससे मुझे उम्मीद हो गई. नीना के जाने के बाद वह मेरे सामने बैठकर मेरी चूचियों को घूरते हुए बोला- निकालो क्या पढ़ोगी? उसकी बात पर मैंने बुक उसके सामने करके अपनी रानों को फैलाकर कहा- अंकल इसका ट्रांसलेशन करवा दीजिए. वो- […]

नयी पड़ोसन और उसकी कमसिन बेटियां-2

मैं पीठ के बल लेट गया और उसको अपने ऊपर लिटा लिया और उसकी चूची चूसने लगा. मैं तो चूचियों से मजा ले रहा था और वो बार बार अपने चूतड़ पीछे खिसकाकर चूत को लण्ड से छुआना चाहती थी. मैंने उसकी चूचियां छोड़ीं तो थोड़ा सा पीछे खिसकी और अपनी चूत को लण्ड पर […]

प्यार की नयी परिभाषा

देखने में तो मैं भी अच्छा था लेकिन उसके सामने तो मैं बहुत कम था. उसके लाल होंठ और गोरे गाल थे. उसकी फीगर भी बहुत ही शेप में थी. कहीं से भी देखो वह एकदम हर जगह से परफेक्ट लगती थी. मैं हमेशा उस पर लाइन मारने की कोशिश किया करता था लेकिन वो […]

नयी पड़ोसन और उसकी कमसिन बेटियां-3

दस मिनट बाद डोरबेल बजी, मैं हाथ में चार कागज और पेन पकड़े पकड़े बाहर गया और देखा डॉली खड़ी है और गुप्ताइन अपने गेट पर. मैंने गेट खोला, डॉली अन्दर आ गई. गुप्ताइन ने मुझे स्माइल दी और मैं भी मुस्कुरा दिया. अन्दर आकर मैंने दरवाजा बंद किया, अपनी बांहें फैलाईं तो डॉली करीब […]