Tag: अंग प्रदर्शन

बेटे को बॉयफ्रेंड बना कर चुदवा लिया-1

अब मेरी उम्र अभी 41 साल की हो गई है. मेरा फिगर 36-32-38 का है. चूंकि मेरे पति 5 साल पहले खत्म हो गए थे. उस टाईम मेरा बेटा वंश भोपाल से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. जब पति की डेथ हुई थी, तो मैं बहुत टूट गई थी. हमारी सारी फैमिली छत्तीसगढ़ में […]

तलाकशुदा माँ की अगन-2

अगली सुबह मैं करण के बात करने की प्रतीक्षा कर रही थी और फिर करण आ गया लेकिन वह मेरी आँखों में नहीं देख पा रहा था और कारखाने चला गया। वह हर दिन की तरह दोपहर के भोजन के लिए घर आया और मैं भी अपने इरादे स्पष्ट करना चाहती थी और स्नान करके […]

जवान सौतेली मां की चूत चुदाई की लालसा-4

मैं मां की मटकती हुई गांड को देख कर धीमे से मुस्कुरा दिया. तभी पिता जी के फोन पर किसी का कॉल आ गया और वे जल्दी में आवाज लगाते हुए चले गए- अदिति मैं जरूरी काम से जा रहा हूँ. बस अभी आ जाऊंगा. मैंने पिताजी को रोकने की कोशिश की कि चाय पी […]

मेरी प्यारी भाभी के गोल गोल चूतड़ और गांड

आज घर पर कोई नहीं था तो मेरी हिम्मत बढ़ गई, सोचा कि अगर भाभी नाराज हुई तो तुरंत सॉरी कह दूँगा। मैं कम्प्यूटर पर बैठा हुआ कुछ देर तक तो उनकी गोल गोल गांड देखता रहा। बस ऐसा लग रहा था कि उनका पेटीकोट उठा कर बस लण्ड गांड में घुसा दूँ। बस मन […]

अंजलि की खुशी-1

मेरा नाम अंजलि है, मुझे प्यार से सभी अंजू कह कर बुलाते हैं। अपनी गाण्ड में लौड़े लेना मेरी सबसे बड़ी खुशी है! कुछ लड़कियाँ समझती हैं कि इसमें बहुत ज्यादा दर्द होता है, या यह गलत है, लेकिन मैं जानती हूँ कि दुनिया में इससे बेहतर आनन्द कोई नहीं हो सकता जब कोई लड़का […]

मेरा प्यारा देवर-3

मैं उसके ऊपर से उठी और रसोई में से आईसक्रीम एक ही कप में ले आई, मेरे आने तक वह बैठ चुका था.. मैं फिर से उसके साथ बैठ गई और खुद एक चम्मच खाकर कप उसके आगे कर दिया। उसने चम्मच उठाया और आईसक्रीम खाने लगा तो मैंने उसको अपना कंधा मारा जिससे उसकी […]

मेरा प्यारा देवर-2

सास-ससुर के जाते ही विकास भी मुझसे बचने के लिए बहाने की तलाश में था, पहले तो वो काफी देर तक घर से बाहर रहा, एक घंटे बाद जब मैंने उसके मोबाइल पर फोन किया और खाना खाने के लिए घर बुलाया तब जाकर वो घर आया। मैं अपना और उसका खाना अपने कमरे में […]

प्यासी दुल्हन -2

मैं गुरुवार को शताब्दी से कानपुर जा रही थी। मेरा पेपर रविवार को था। अमित बीच में देहली आया था, 3-4 दिन रुका था तो हम लोग आपस में थोड़ा खुल गए थे। उसने मुझे नॉन वेज जोक भी सुनाए थे और सेक्सी बातें भी की थीं। अब मेरे मन के किसी कोने मैं उसके […]

दिल की कशिश-1

“आपको एक दिन और रुक जाना चाहिये था … जल्दी क्या थी?” रोहन मुझे समझा रहा था। “शरीर में दवाईयों की बहुत महक आने लगी थी, पर अब तो मुझे अच्छा लग रहा है। जा चाय बना ला …।” चाय पी कर मैंने उठ कर परांठा, आमलेट और अचार का नाश्ता तैयार कर दिया था। […]

भाभी नम्बर एक

जब से भाभी आई थी, तबसे हम लोग काफी घुलमिल गए थे और मेरा सुबह का नाश्ता हो या खाना वो कमरे में ही आने लगा। एक सुबह मैं सोया हुआ था और बाहर की एक आवाज़ से मेरी नींद खुल गई और रात में की मस्ती के कारण मेरा लंड सुबह पूरे जोश में […]