Category: लेस्बीयन सेक्स स्टोरीज

दो या ज्यादा लेस्बीयन लड़कियाँ या औरतों के बीच यौनांगों को चूसने चाटने से सैक्स का मजे लेने की कहानियाँ

Lesbian Ladkiyon ke beech chut, chuchi chuusa kar sex ka maza lene ki kahaniyan

Stories about Lesbian Girls enjoying licking sucking pussies, boobs and nipples

मैं लौड़ा नहीं चूसूंगी-2

मुझे घर में रहते हुए 20-22 दिन हो गए थे, भाभी मुझसे चिढ़ने सी लगी थीं। मैंने सोचा की दो दिन बाद मैं उमा के पास जाकर रह लूंगी। मेरी मौसी दो दिन के लिए आ रही थीं। मैंने उमा से कहा- मैं दो दिन बाद तेरे साथ आकर रहूंगी। अगले दिन मेरी मौसी आ […]

मैं लौड़ा नहीं चूसूंगी-1

मैं और भाभी रात को दस बजे बिस्तर पर आ गई। भाभी ने साड़ी उतार दी। वो अब पेटीकोट और ब्लाउज़ में थीं। उन्होंने पेटीकोट उठा कर अपनी चड्डी भी उतार दी। ब्रा वो पहने नहीं थीं। मैं एक मैक्सी और चड्डी पहने थी। भाभी ने मुझसे पूछा- ब्लू फिल्म देखोगी क्या? मैं पिछले दस […]

मेरी समलिंगी सहपाठिनें

मैं जैसे ही दरवाजे पर पहुँच कर घण्टी बजाने ही वाला था, मुझे उसके कमरे से कुछ आवाजें आती सुनाई दी- आआ आह्ह्ह्ह ऊऊं ह्ह्ह्छ स्स्स्स्स् सीई ईईई नीचे से करू ऊऊओ…….. मैं थोड़ा रुका, मैंने उसके दरवाजे के छेद से देखा कि नेहा और प्रियंका दोनों ही पूरी नंगी हैं, वो एक दूसरे के […]

सब्र का फ़ल-1

मैंने अपना तंग ब्लाऊज धीरे से उतार दिया और ब्रा को भी हटा दिया. मेरी सुडौल तनी हुई दोनों चूचियाँ सामने उछल कर आ गई. गोमती ने बड़े प्यार से दोनों फ़ड़फ़ड़ाते कबूतरों को सहलाया और अपनी हथेलियों में ले लिया. मेरे मुख से आनन्द भरी आह निकल गई. मैंने बिस्तर पर अपने दोनों हाथ […]

स्कूल का टूअर

हमारे स्कूल का टूर जयपुर गया था, मैं भी अपने दोस्तों के साथ गया था। जनवरी का महीना था, बहुत ठण्ड थी। हम जयपुर में घूम-फिर रहे थे कि बीयर पीने का मूड बन गया और हमने एक एक बीयर पी ली। हमें नशा हो चुका था और मज़ा भी आ रहा था। जब रात […]

मेरी गाण्ड भी मारी और …-1

और सही कहूँ तो वो था तो अच्छा अनुभव ! एक पुरुष मेरे लौड़े से इस तरह खेले, यह कोई मामूली उपलब्धि नहीं है। मैं मन ही मन में मचलने लगा और सोचा कि कब वह मेरा लौड़ा मुँह में ले ले ! वह व्यक्ति बड़ा समझदार था, उसने मेरी पैंट की चेन खोल दी […]

कामिनी की बाहों में-2

और मैंने उसका पूरा का पूरा दूध अपने मुँह में ले लिया तो मज़ा आ गया। और कामिनी ने मेरा चेहरा थाम कर अपने दूधों में घुसा लिया और सिर झटक कर मचलने लगी- आ आ इए अलीशा! धीरे प्लीज ऊफ़ ऐई री! माँ! धीरे से! न आअह! बहुत अच्छा लग रहा है! आह! पूरा! […]

कामिनी की बाहों में-1

एक रोज़ मैं उसके साथ उसके घर गई तो घर मैं कोई नहीं था। हम दोनों मज़े से बातें कर रहे थे और मैं उसे सता रही थी कि रविवार को तुम कपिल से मिली थी तो तुम दोनों ने क्या किया था बताओ न मुझे! कामिनी शरमा रही थी। कपिल उसका चचेरा भाई था […]

दो दीवाने-1

आज कम्पनी के द्वारा मुझे और अजय को दिल्ली जाने का आदेश मिला था। मैंने सवेरे ही जाकर दो सीट एसी बस में करवा ली थी। मैंने सोचा रात भर साथ साथ बस में रहेंगे तो शायद काम बन जाये ! अगर नाराज होगा तो माफ़ी मांग लूंगा, दोस्त ही तो है। यही सोच कर […]

दो दीवाने-2

हम दोनों गले मिल गये और एक दूसरे के होंठों को चूमने लगे। “विनोद, दिल्ली में पहुंच कर तबियत से गाण्ड चुदवाना यार !” “तेरी कसम अजय, मेरी गाण्ड अब तेरी है, तबियत से चुदवाऊंगा यार, पर तू भी अपनी गाण्ड में तेल लगा कर रखना, जम के तबियत से चोदूंगा मैं इसे, गाण्ड मरवाने […]