Category: रिश्तों में चुदाई

इंडियन इन्सेस्ट स्टोरी, चाचा-भतीजी, चाची-भतीजा, मौसी, बुआ सास, ससुर जैसे रिश्तों में, परिवार में, रिश्तेदारी में चुदाई की कहानियाँ जिसे वर्जित माना जाता है.

Indian Incest Sex Stories in Hindi of Bhai-Bahan, Rishton mein chudai, Jija Sali and Devar-Bhabhi

भतीजी ने जीते जी स्वर्ग दिखाया

मेरे चाचा जी की लड़की की शादी थी, उन्हीं दीदी ने मुझे किसी काम से बुलाया। वो भी वहीं आ गई, हम एक दूसरे की आँखों में देख कर मुस्करा दिये पर हम पर बिजली तब गिरी जब उसने (दीदी ने) हमारा परिचय कराते हुए बताया कि वो मेरी दूर की भतीजी लगती है! हम […]

लंड के स्वाद का चस्का

कोई 8 साल पहले की बात है, हम लोग पंजाब के मंडी गोबिंद गढ़ के समीप अपने गाँव में रहते थे, तब मैं स्कूल में ही पढ़ती थी। ऐसे ही गर्मियों के मौसम में मेरे नानाजी का स्वर्गवास हो गया, माँ पिताजी दोनों को जाना पड़ा, मेरी भी क्लास बड़ी थी तो स्कूल से छुट्टी […]

मेरा गुप्त जीवन- 184

मौसी थोड़ी फिक्रमंद होते हुए बोली- ओह्ह सोमू की जान को तो कोई खतरा नहीं है ना इस बिमारी से? इसका कोई इलाज तो होगा ना? हर वक्त लन्ड का खड़ा रहना भी ठीक नहीं है ना? कम्मो बात सँभालते हुए बोली- नहीं मौसी, मैंने छोटे मालिक को बहुत सारे डॉक्टरों को दिखाया है और […]

ये चूत चोदने के लिए बना है

चूंकि हम सभी को पहले से जाने का पता था और वो भी पहले से ही हमारी यात्रा के लिए ट्रेन के टिकट लेकर आए थे। हम सभी को गुजरात जाना था.. सफ़र लंबा था। सभी ने तैयारी की और मैंने भी अपना सब सामान लगा लिया.. अपने मोबाइल की बैटरी चार्ज कर ली। हम […]

शीला का शील-11

रानो ने तेल लेकर चाचा के लिंग पर चुपड़ दिया और थोड़ा शीला के हाथों में लगा कर थोड़ा खुद के हाथों में लगाने के बाद वह भी चाचा के लिंग से छेड़छाड़ करने लगी। चाचा की आंतरिक भावनायें क्या थीं, यह उसके चेहरे या आँखों से परिलक्षित नहीं होती थीं लेकिन वह उन दोनों […]

शीला का शील-3

आखिर क्या दिया था इन सबने उसे… क्या सिर्फ इसलिए उसे अपने शरीर का सुख प्राप्त करने से रोका जा सकता था कि वह लोगों द्वारा अपेक्षित एक योग्य वधू के मानदंडों पर पूरी नहीं उतरती? तो वह या उस जैसी हज़ारों लाखों ऐसी औरतें जो ऐसा अभिशप्त जीवन जीने पर मजबूर हैं, उन्हें अपनी […]

शीला का शील-2

चंदू समाज का कोढ़ था, पूरे मोहल्ले के लिये नासूर था। वह उसे आज से नहीं जानती थी बल्कि तब से जानती थी जब बचपन में वह उसकी फ्रॉक ऊपर करके चड्डी उतार कर भाग जाया करता था और वह रोते हुए घर आती थी। वह उससे भी दस साल बड़ा एक मवाली, मोहल्ले का […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग- 45

‘किसी से चुदवाने की इच्छा हो तो वही ऑफिस में देख… कोई जवान मर्द मिल जायेगा।’ जब रितेश ने यह बात बोली तो मैं थोड़ा शर्मा गई, पापा जी भी मेरी तरफ देख रहे थे, मैंने बात को खत्म करने के लिये बाद में बात करने की कही और फोन काट दिया। पापाजी बोले- मतलब […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-44

ससुर के सामने मेरा नंगा बदन तभी पापा ने कहा- देखो, अभी तुमने मुझे अपना दोस्त कहा है और अब तुम ही अपने दोस्त को नहीं बता रही हो? उनके इतना कहते ही मैं उनकी तरफ देखकर बोली- पापा जी, पॉटी बहुत तेज आ रही है और कमजोरी के कारण मैं चल नहीं पा रही […]

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-43

रात के लगभग 12 बज रहे थे और मुझे एक बार फिर हरारत लग रही थी लेकिन पापाजी परेशान न हो इसलिये मैंने उनसे कुछ नहीं बताया और हल्का-फुल्का खाकर जब लेटने की बारी आई तो उस सुईट कमरे में कहाँ सोया जाये, मैं यही सोच रही थी। मेरी परेशानी को समझते हुए बाबूजी बोले- […]