Tag: ट्रेन में चुदाई

ट्रेन में अजनबी लड़की की मस्त चुदाई

फिर लड़की अपने बर्थ से उठ कर मेरे बर्थ पे आ गई। दिसम्बर माह होने के कारण सरदी अपने पूरे शवाब पर थी तो मैंने उसे अपना कम्बल ओढ़ने को कहा। लड़की मेरे साथ कम्बल में मेरे से सट के बैठ गई। उसके जवान शरीर की खुशबू मेरे जहन में अजीब सी हलचल पैदा कर […]

मेरा गुप्त जीवन- 90

सब लड़कियाँ एक चूड़ी वाले की दूकान पर जा कर रुक गई और चूड़ियाँ पसंद करने में लग गई, मैं जेनी के पीछे खड़ा होकर उसको चूड़ियों के रंगों के बारे में बता रहा था और हर बार मेरा लौड़ा जेनी के चूतड़ों में जाकर लगता था चाहे वो जाने या फिर अनजाने में ही […]

लखनऊ से दिल्ली की ट्रेन में चुदाई का मजा-1

शिशिर की उम्र 21 साल की है और कद 5 फुट 10 इंच का है वो एक बड़ा ही हैंडसम लड़का है. वो हम दोनों से खुला हुआ था हम दोनों उससे हर तरह की बात कर लेती थी. लेकिन अब तक हम दोनों ने उससे कभी कोई अश्लील हरकत नहीं की थी. सब तय […]

ट्रेन सेक्स स्टोरी: सीट वेटिंग और चुदाई कन्फर्म

फिर वो मुझसे अपनी टिकट दिखाते हुए पूछने लगी कि ज़रा देखो मेरा रिज़र्वेशन पक्का है कि नहीं? मैंने देखा उसका टिकट अभी कन्फर्म नहीं हुआ था. मैंने कहा- ये तो अभी वेटिंग है, अभी कन्फर्म नहीं हुआ है. इस बात से वो जरा चिंतित सी दिखी. वो कहने लगी- फिर क्या होगा? कहीं टीटीई […]

मदमस्त काली लड़की का भोग-2

धीरे-धीरे मेरे हाथ उसकी पीठ पर आ गए. पीठ को सहलाते वक़्त उसकी ब्रा की पट्टी को अच्छे से फील किया. सलोनी भी जान गई कि मैं किस रास्ते पर बढ़ रहा हूँ, पर वो कुछ बोल नहीं रही थी. बल्कि मेरी आँखों और मेरे चेहरे की तरफ देख रही थी एकटक. फिर अचानक मैंने उसको छोड़ दिया और उठ कर थोड़ा दूर बैठ गया. सलोनी को कुछ समझ में नहीं आया. वो मेरी तरफ देखने लगी. शायद मेरा दूर जाना उसको अच्छा नहीं लगा. मगर मैं नहीं चाहता था कि वो मुझे गलत समझे. वह यह सोचे कि मैंने उसका फायदा उठाया. सलोनी- क्या हुआ आपको? मैं- कुछ नहीं, मुझे माफ़ कीजियेगा. मैं फिर बहक गया था, क्या करुं, आप में इतनी कशिश है कि मैं खुद को रोक ही नहीं पाता. सलोनी- हम्म … काफी देर हम दोनों के बीच चुप्पी सी रही. सलोनी के चेहरे को देख कर लग रहा था कि वो कुछ सोच रही है, कुछ कश्मकश में है, क्या करे और क्या न करे … फिर एक गहरी साँस ली और उठ कर बाथरूम चली गई, फिर वहां से आकर सलोनी ने ही बात शुरू की. वो मेरे बारे में पूछने लगी और इन सब बातों से हम दोनों के बीच एक अलग रिश्ता सा बन गया. थोड़ी देर पहले जो झिझक थी वो भी […]

मदमस्त काली लड़की का भोग-4

मेरे हाथ उसकी चूचियों को मसल रहे थे. कुछ पल में ही मुझे लगा कि उसकी चूत फड़फड़ा बंद और खुल रही थी. मैंने उसी अवस्था में अपने एक हाथ का सहारा लिया और अपने चूतड़ को हल्का पीछे खींचा और थोड़ा जोर से धक्का मारा तो मेरा लण्ड सरसराता हुआ आधे से ज्यादा चूत […]

शिल्पा के साथ ट्रेन का सफ़र-3

मैंने उससे पूछा,”तो क्या सुनील और छोटू ने तुम्हें अगले दिन फिर चोदा?” वो अपनी आपबीती सुनाने लगी। शिल्पा ले ही शब्दों में ! अगले दिन जब कामवाली और छोटू काम करके चले गए मैं बेसब्री से उनका इंतज़ार करने लगी। आधे घंटे बाद सुनील और छोटू आ गए। सुनील कहने लगा कि छोटू देख […]

ट्रेन में धकाधक छुकपुक-छुकपुक-1

प्रेषक : जूजा जी यह बात उस समय की है, जब मैं 18 साल का एक नवयुवक था। मेरा शारीरिक सौष्ठव काफी सुदृढ़ था। मैं उन दिनों पहलवानी भी किया करता था। अखाड़े में मैं प्रतिदिन 800-1000 दण्ड पेलता था। दिखने में भी मैं काफी सुन्दर था। देखने वाले कहते थे कि तुम्हारी आंखें बहुत […]

ट्रेन में लेडीज कोच में मौसी के साथ

हम रात को ट्रेन से जा रहे थे, ग़लती से ट्रेन में लेडीज कोच में चढ़ गए, उस डिब्बे के गेट पर कई औरतें खड़ी थीं, उन्होंने मुझे रोक लिया. लेकिन मेरी मौसी कहने पर मुझे और मौसी थोड़ी आगे जाने दिया क्योंकि ट्रेन चल दी थी. मौसी को सीट नहीं मिली, इसलिए मैं और […]

ट्रेन में धकाधक छुकपुक-छुकपुक-2

प्रेषक : जूजा जी सीमा ने बडे़ ही मादक अन्दाज से सिगरेट का एक कश खींचा और मुझसे बोली- तुम्हारा डण्डा तो बहुत मजेदार है। मैं सोचने लगा कि अभी तूने देखा ही कहाँ है मेरा डण्डा? वो शायद समझ गई, बोली- क्या सोच रहे हो डियर, डण्डे की बात सुन कर? तभी नीलू जो […]