Tag: हॉट सेक्स स्टोरी

सहेली की मदद को उसके भाई को फंसाया-4

मैंने हल्का सा सिर उठा के आह … करी और आकाश मेरी चूत में पटापट धक्के मार के पूरी ताकत से चोदने लगा। मैं बेड पे आगे पीछे होते हुए ज़ोर ज़ोर से ‘आहह … आहह … आहह … आकाश … आहह … नहीं … आकाश … रुक जाओ … प्लीज … आकाश …आहह … […]

तीन पत्ती गुलाब-22

पर ऐन वक़्त पर इस मोबाइल की घंटी से हम दोनों चौंक पड़े. “ओह … दीदी ता फोन तो नहीं आ गया?” गौरी मेरी बांहों से छिटक कर दूर हो गई और उसने झट से अपने कपड़े उठाए और स्टडी रूम में भाग गई। मेरा दिल जोर-जोर से किसी अनहोनी की आशंका से धड़कने लगा […]

तीन पत्ती गुलाब-26

उसने ब्रा तो पहनी ही नहीं थी। दोनों अमृत कलश आजाद होकर जैसे राहत की सांस लेने लगे थे। और कंगूरे तो भाले की नोक की तरह तीखे हो गए थे। “गौरी यह निक्कर भी उतार दो ना!” “हट! आप तो मुझे पूरा बेशल्म बनाकल ही छोड़ेंगे?” कह कर गौरी ने अपने दोनों हाथों से […]

तीन पत्ती गुलाब-24

आप लोग तो बहुत प्रबुद्ध पाठक हैं समझ सकते हैं एक लेखक के लिए उसकी कहानी की आलोचना, प्रशंसा और सुझाव एक संजीवनी का काम करते हैं। कुछ पाठकों और पाठिकाओं ने इस कहानी की प्रसंशा में बहुत से मेल प्रेमगुरु के मेल आईडी पर किये हैं। उन सभी ने कहानी जारी रखने की विनती […]

तीन पत्ती गुलाब-23

मैंने उठकर लाईट बंद कर दी और जीरो वाट का हल्का बल्ब जला दिया और फिर गौरी के पास आ बैठा। “गौरी तुम बहुत खूबसूरत हो.” कहकर मैंने गौरी को फिर से अपनी बांहों में भर लिया और फिर उसके लरजते अधरों पर अपने होंठ रख दिए। गुलाब की पंखुड़ियों की तरह नर्म मुलायम होंठ […]

तीन पत्ती गुलाब-27

मैंने अब गौरी के दोनों नितम्बों पर बारी-बारी से थप्पड़ लगाने शुरू कर दिए। उसके नितम्बों का रंग अब लाल नज़र आने लगा था। गौरी ने इसके लिए मना नहीं किया वह तो रोमांच में डूबी अपने नितम्बों को और जोर-जोर से आगे पीछे करने लगी थी। अब तो धक्कों के उसके गांड का गुलाबी […]

जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-4

बिक्कू बोला- मैं एक शर्त पर तुझे छोड़ सकता हूं. तेरे भाई को तेरे बारे में कुछ भी नहीं बताऊंगा. मैंने कहा- तुम्हारी जो भी शर्त है, मैं मानने के लिए तैयार हूं लेकिन मेरे भाई को मत बताना वरना वो मेरे हाथ पैर तोड़ देगा. वो बोला- तो फिर जरा साइड में दीवार की […]

तीन पत्ती गुलाब-40

मैंने अपने खड़े लंड को हाथ में पकड़ कर गौरी की पनियाई चूत के रसीले छेद पर फिर से लगाकर उसकी कमर को पकड़ लिया। मेरा आधा लंड उसके चूत में था। मैं थोड़ी देर रुक सा गया। “आह… क्या हुआ? प्लीज… करो ना?… रूक क्यों गए? आह…” कहते हुए गौरी ने अपने नितम्बों को […]

तीन पत्ती गुलाब-39

“गौरी एक बात बोलूं?” “हम्म” कहकर गौरी ने मेरी नाक को चूम लिया। “तुमने अगर वो मुहांसों की दवा नहीं ली तो ये मुहांसे फिर से हो जायेंगे.” मैंने हंसते हुए कहा। मुझे लगा गौरी जरूर ‘हट’ बोलेगी और फिर मैंने उसके नितम्बों की खाई में हाथ फिराना चालू कर दिया। “अब मुझे मुंहासों का […]

जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-5

अब मैं बिक्कू का सर पकड़ कर जोर से अपनी चूत में दबाने लगी और बोली- बिक्कू, तू बहुत मस्त और प्यारा लड़का है, तूने पहले ऐसा क्यों नहीं किया. अगर तू मुझे किसी दिन पकड़ कर मेरी चूत को चाट लेता तो मैं अब तक तेरे लंड से चुद चुकी होती. आह्ह बिक्कू इतना […]