Tag: रोमांस

जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-3

मैं रोज विजय को फोन करके आशीष के बारे में पूछती थी. वो हर बार मुझसे यही वादा करता था कि वो मुझे आशीष से जरूर मिलवा देगा. इसी बीच में शिल्पा दीदी की शादी की डेट फिक्स हो गई थी. मैंने यह बात विजय को बता दी. विजय को यह भी बता दिया कि […]

जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-2

मैंने आशीष को बताते हुए कहा- रही बात मेरी बड़ी दीदी की तो मैंने उनके बारे में सिर्फ सुना है. शादी के पहले हमारी एक रिश्ते की मामी है जिसने मेरी बड़ी दीदी से इस तरह का काम करवाया था लेकिन वो भी पैसे के लिए ही. मगर इसमें दीदी की कोई गलती नहीं थी. […]

अधूरी प्यास की तड़प-2

जो होता है अच्छे के लिए होता है! राजन की यह समझदारी उन दोनों को बचा गयी. सुबह 4 बजे गेट की घंटी बजी. ममता की आँख खुली, उसने गेट खोला तो सामने प्रकाश खड़ा था. वो मुस्कुरा के बोला- मैं मेरठ से शाम को ही चला था कि रात तक आ जाऊँगा और तुम्हें […]

देवर भाभी सेक्स की प्रेम कहानी

मेरे देवर जी मुझसे बहुत प्यार करते थे मेरी छोटी छोटी बातों का ख्याल रखते थे. मुझे अगर कुछ मांगना होता या कुछ मंगाना होता बाहर से तो वे मुझे लाकर देते थे। जैसे एक बार मुझे एक साड़ी बहुत पसंद आई ऑनलाइन; तो मैंने अपने देवर से कहा. तो उन्होंने मुझसे कहा- ठीक है […]

पड़ोस की भाभी सेक्स की चाह-3

मैंने धीरे से भाभी की पैंटी उतारना शुरू कर दी. भाभी ने खुद अपने चूतड़ उठाकर मेरी मदद की. मैंने भाभी की पैंटी उतार दी और उनकी चूत पर अपनी जीभ से चाटना शुरू कर दिया. भाभी- हाईईईई संजय … तुम तो पागल कर दोगे यार … कितना मस्त सेक्स करते हो … रजत ने […]

मेरी और बुआ की पहली चुदाई

यह बात आज से चार साल पहले की है. जब मैं हाई स्कूल का पेपर खत्म करके अपने घर पर ही गर्मी की छुट्टी बिता रहा था. मेरी बुआ मुझसे बहुत फ्रेंड्ली हैं. मेरी बुआ और मेरी चाची हमेशा एक साथ रहते थे. बुआ के साथ मेरी चाची से भी बहुत बनती थी. हम तीनों […]

जवानी का ‘ज़हरीला’ जोश-6

उस दिन हम दोनों ही खुश थे। उसे मेरा साथ मिल गया था और मुझे शायद वो जिसके बिना अब तक ज़िंदगी में एक अधूरापन… एक खालीपन था। धीरे-धीरे हम और करीब आते गए। अब वो दोस्ती वाली बात नहीं रही थी, अब हम पार्टनर्स की तरह बातें किया करते थे। बाहर घूमने जाते तो […]

जवानी का ‘ज़हरीला’ जोश-5

लेकिन अकेला इन्सान कब तक खुद का बोझ उठाता। एक कंधा मुझे भी चाहिए था जिस पर सिर रखकर जिंदगी का थोड़ा सा बोझ हल्का कर सकूं। मैंने फिर से इंटरनेट का सहारा लिया और कई गे सोशल साइट्स पर एक पार्टनर की तलाश शुरू कर दी। रोज़ कईयों से बात होती थी। शुरू में […]

जवाँ मर्द का आण्ड-रस-3

ऐसे ही कई बार मैंने उसको जानबूझकर यह जताने की कोशिश की कि मैं उसका लंड देखना चाह रहा हूं मगर सब कुछ जानते हुए भी वो मुझे जैसे इग्नोर कर रहा था. कई दिनों तक यही चलता रहा. मैं उसको घूरता रहता लेकिन वो अपनी एक्सरसाइज़ पर ही ध्यान देता था. फिर मैंने भी […]

छप्पर फाड़ कर-1

पढ़ने के बाद मैंने उसकी तरफ देखा। पंक्ति में चुम्बन शब्द आने से उसने थोड़ा बहुत अंदाजा तो लगा ही लिया था कि इसका अर्थ क्या होगा। मैंने डरते डरते कहा- इन पंक्तियों को छोड़ देते हैं।’ वो बोली- क्यों।’ मैंने कहा- इनका अर्थ अश्लील है।’ वो बोली- और आप जो कर रहे थे वो […]