मगर जब वो मेरे गले लग कर अलग हुई तो उसकी साड़ी का पल्लू मेरे नेकलेस में अटक गया. उसके बड़े बड़े चूचे मेरी नजरों के सामने ही उभर आये. चूंकि अभी वो बच्चे को दूध पिला रही थी तो उसके चूचे और अधिक रसीले हो चले थे. एक बार तो मुझे भी उसके स्तनों […]
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दीदी की चुत में मेरे पति का लंड-1
मैं किसी तरह दीवार का सहारा लेकर लंगड़ाती हुई बाथरूम में गयी. उधर जैसे ही अपने आपको आईने में देखा, तो मेरा दिल कांप उठा. मेरी दोनों चुचियों पर सिर्फ दांत के ही निशान थे. मेरी दोनों चुचियां बिल्कुल लाल हो गयी थीं. जब मैंने नीचे देखा, तो जांघ और चुत पर भी दांतों के […]
पड़ोस के दादा जी ने स्कूल गर्ल को चोदा
मेरे मम्मी पापा उनके पापा को चाचाजी बोलने लगे और उस हिसाब से मैं उनको अंकल, आँटी और दादाजी कहने लगी. दादाजी 5’9″ मजबूत बदन के हैं, उनकी उम्र साठ साल के पास थी लेकिन वो 50-52 से ज्यादा के नहीं दीखते! एक दोपहर मैं स्कूल से घर आने के लिए लोकल बस स्टॉप पर […]
बिना शादी के सुहागरात मनानी पड़ी-1
लेकिन किस्मत ने जब जिससे जहाँ मिलना होता है, मिला देती है और शायद किस्मत को ऋषि को मुझसे मिलना था. ऋषि मेरा एक दोस्त है जो मुझे गुरुग्राम में ही मिला. ऋषि दिखने में भी बहुत अच्छा है, मन में एक बार तो आया था कि उसे अपना बॉयफ्रेंड बना लूँ पर अपने माँ […]
बिना शादी के सुहागरात मनानी पड़ी-2
फिर उन्होंने मुझे गले पर किस किया और फिर मेरी पीठ पर चूमते हुए मेरे ब्लाउज का धागा खोल दिया. उन्होंने मेरे ब्लाउज को उतार दिया और फिर अपना भी कुरता भी उतार दिया. अब वो मेरे पेट पर किस किए जा रहे थे और फिर मुझे घुमा कर मेरे दोनों चूचों को दबाने लगे […]
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-1
पिंकी का घर हमारे घर के बगल में ही है, हमारे घर की व पिंकी के घर की छत आपस में मिली हुई है, दोनों छतों के बीच में बस कमर तक ऊँचाई की एक पतली सी दीवार ही है इसलिए हम छत से भी एक दूसरे के घर चले जाते थे और पड़ोसी होने […]
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-2
मैं हमारे घर व पिंकी के घर के बीच बनी दीवार पर से कूद कर तुरन्त पिंकी के घर की छत पर चला गया जिससे पिंकी घबरा सी गई और जल्दी जल्दी कपड़े उतारने लगी। मैंने उससे पूछा कि वो आज पढ़ने के लिये क्यों नहीं आई तो उसने बताया कि उसे घर में ही […]
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-3
भाभी के जाते ही सबसे पहले तो मैंने जल्दी से कमरे का दरवाजा अन्दर से बन्द कर लिया जिससे पिंकी थोड़ा घबरा सी गई और ‘य..य..ये दरवाजा क्यों बन्द कर दिया… मैं भी अपने घर जा रही हूँ… मुझे नहीं पढ़ना है तेरे साथ…’ शर्माते व झिझकते हुए कहकर अपने घर जाने लगी। पिंकी की […]
ललितपुर वाली गुड़िया के मुंहासे-1
यह कहानी स्नेहा जैन की है जो ललितपुर में मेरे ही मोहल्ले में रहती थी. पहले ललितपुर के बारे में बता दूं, ललितपुर शहर दक्षिणी यू पी के छोर पर बसा जिला मुख्यालय है जो तीन तरफ से मध्य प्रदेश से घिरा हुआ है. यूं तो हमारे मोहल्ले में एक से बढ़ कर एक भरपूर […]
मेरी अय्याशियाँ पिंकी के साथ-4
मैं भी अब अपना हाथ जो उसके नन्हे उरोजों को मसक रहा था, उसे पिंकी के मखमली पेट पर से सहलाते हुए उसकी जाँघों के जोड़ पर पहुंचा दिया, लेकिन मेरा हाथ उसकी योनि को छुये उससे पहले ही पिंकी ने जाँघों को भींच कर अपनी योनि को छुपा लिया। उसने दोनों जाँघों को अंग्रेजी […]