Tag: चूत में उंगली

बरसात की रात में शीला की जवानी-2

मैंने समय ज़यादा लगाना सही नहीं समझा क्योंकि मौसम भी थोड़ा बादलों वाला हो चला था, मैंने गियर लीवर के बहाने से उसके हाथ पर हाथ रख दिया, उसने हाथ हटाना चाहा लेकिन मैंने हाथ से दबा के रखा तो उसने खुद को हल्का सा नॉर्मल कर लिया। उसको सामान्य देख कर मेरी शरारतें बढ़ने […]

सीढ़ियों में पटा कर छत पे चोदा

फिर मैं उसे बिल्डिंग की सीढ़ियों में ले गया और बातें करने लगा. मैं सोच रहा था कि उसे हाथ कैसे लगाऊँ. तभी मुझे उसके हाथ पर एक काला दाग दिखा, मैंने उसका झट से हाथ पकड़ कर पूछा- यह दाग कैसा है? वो उसके बारे में बताने लगी और मैंने उसका हाथ पकड़े रखा, […]

माया मेम साब-3

और फिर मैंने उसे झट से अपनी बाहों में भर लिया। उसके कांपते होंठ मेरे प्यासे होंठों के नीचे दब कर पिसने लगे। वो भी मुझे जोर जोर से चूमने लगी। उसकी साँसें बहुत तेज़ हो गई थी और उसने भी मुझे कस कर अपनी बाहों में भींच लिया। उसके रसीले मोटे मोटे होंठों का […]

दोस्त की चालू गर्लफ्रेंड की चुदाई

इसलिए वो जब भी आती मैं उसे मजाक मजाक में छूता रहता था। कभी कभी तो मैं उसके चुच्चों पर भी हाथ लगा देता था पर वो सिर्फ मुस्कराकर चली जाती थी। मैं समझने लगा था कि अब इसकी बूर के दर्शन जल्दी ही होने वाले हैं। इधर मेरा दोस्त अपनी काम की वजह से […]

अनजानी और प्यासी दिव्या-1

ट्रांसपोर्ट का काम होने की वजह से मुझे छुट्टी मिल नहीं रही थी। लेकिन मैंने फिर अपने दोस्त से कहकर अपना काम उसे सौंपकर मैं दीवाली के 2 दिन पहले जबलपुर से अपने घर की ओर निकल पड़ा। दीवाली का सीजन होने की वजह से ट्रेन में रिजर्वेशन नहीं मिल पाया.. तो मैंने ट्रेवल्स के […]

गरीबी ने चूत और नौकरी दोनों दिलाई -1

अब मेरे परिवार में भाई-भाभी और मैं रह गया.. लेकिन कुछ समय के बाद ही हम लोगों में अनबन रहने लगी.. जिसकी वजह से मुझको 2013 में अपने घर से बिना बताए ही अलग होना पड़ा और मैं अपने एक दोस्त के पास दिल्ली लक्ष्मी नगर में रहने लगा और अपनी नौकरी की तलाश में […]

पति से निराश आशा की चुदाई

फिर एक दिन मैं अपने जीजा जी के नए मकान पर गया.. जहाँ सिर्फ किरायेदार रहते थे। वहाँ मैंने एक शादीशुदा औरत देखी और उस मस्त माल को देखता ही रह गया। उसकी भरपूर जवानी को देख कर मेरे लण्ड में उबाल आने लगा.. पर उसके चेहरे पर उदासी सी थी। उस दिन मैं वापस […]

ट्रेन में लण्ड चूत का माल निकला

जैसा कि मैंने बताया.. मैं पुणे से पढ़ाई कर रहा हूँ.. जिसके लिए मुझे हर रविवार को क्लासेस अटेण्ड करने जाना पड़ता है। वैसे मैंने कुछ महीने पुणे में भी गुज़ारे.. पर मुझे पुणे कुछ रास नहीं आया.. इसलिए मैं वापस नागपुर आ गया। अब मैं यहाँ जॉब करता हूँ और शनिवार-रविवार को ट्रेन से […]

सुहागरात: एक आस एक प्यास-2

मैं चुपचाप सब देख रहा था, तभी उसने मुझे अपने पास बुलाया और वहीं बैठने को कहा फिर बातों ही बातों में वो मुझे चुदाई का निमंत्रण दे गईं। उसने कहा- साहिल मेरी शादी हो गई है लेकिन मेरी सुहागरात नहीं हुई है और मैंने यही सोचा है कि पहली बार कुछ भी करूंगी तो […]

ट्रेन में मिली एक लड़की संग मस्ती-3

माधुरी मेरे दो तरफ़ हमलों से पागल हो रही थी। वह जोर-जोर से ‘अह.. आह.. ऊह.. मम्म..’ की आवाजें निकालने लगी। मेरी उंगली उसकी चूत को सहला रही थी और मुँह में उसकी एक चूची थी। मैं कभी उसकी चूत के लिप्स को खींचता और कभी उसको जोर से रगड़ देता। माधुरी- आह आह.. स्स्सस.. […]