Tag: कामवासना

होटल के कमरे में ब्वॉयफ्रेंड का मोटा लंड

हम दोनों एक दूसरे का साथ दे रहे थे. तभी ऐसा लगा कि पीछे से कोई देख रहा है, तो हम दोनों जल्दी से एक दूसरे से थोड़े दूर हो गए और देखा. तो पाया कि पीछे से एक औरत जा रही थी. हम दोनों रात के धुंधलके में मिलते थे, इसलिए उसको कुछ अच्छे […]

अपनी बीवी को दिलाया दोस्त का लंड

इस बीच एक घटना घटी, जिससे नीना की किस्मत ही खुल गई। मेरे एक कजिन हमारे घर आए हुए थे। रोज की तरह बच्चों के जाने के बाद मैं नहाने के लिए बाथरूम गया और नीना किचन के काम में जुट गई। मौके का फायदा उठाते हुए वे भाई साहब कपड़े कुछ इस तरह बदलने […]

नई भाभी की सुहागरात मेरे साथ-1

वैसे मेरी नजर तो उस दिन से थी, जिस दिन में शादी में भाभी को स्टेज में देखा था. मेरा लंड तो वहीं खड़ा हो गया था. यार बता नहीं सकता मैं, माल तो बहुत होती हैं, पर इतनी गजब की आइटम … उफ़ … साली फुरसत से बनाई गई चीज थीं भाभी. गजब का […]

प्रोफेसर प्यारेलाल का प्यार

उसके बाद मैं प्रेग्नेंट हुई। मुझे नहीं पता कि मेरे पेट में जो बच्चा था, वो मेरे पति का था, या उस लड़के का। खैर मेरी पहली बेटी हुई मगर फिर मेरा उस लड़के से अफेयर चलता रहा। छिले(प्रसव) के 2 महीने बाद हम फिर मिले। अपने पति से पहले मैं उससे मिली, अपने यार […]

बस में मिले अजनबी लड़के से चुदवा लिया

तभी एक लड़का मेरी बगल में आकर बैठ गया. वो थोड़ा फैशनपरस्त लड़का था. उसने परफ्यूम लगाया हुआ था और साथ में चश्मा भी लगाया था. मैंने एक बार उसके बैठने का अहसास किया. तब भी मैं अपने मोबाइल में लगी रही. वो मेरे मोबाइल की तरफ देख रहा था. मैंने जैसे ही ये महसूस […]

कैब से बेडरूम तक

एक दिन मेरे पति से झगड़ा हो गया. धीरे धीरे झगड़ा बढ़ गया और उन्होंने बात करना बंद कर दिया. 5-6 दिन बीत गए, मैंने उन्हें मनाया भी पर वो नहीं माने. उनके लिए हॉट सी नाइटी पहनी पर उन्हें फर्क ही नहीं पड़ा. एक रात तो मैंने सोते सोते उनके लंड पर हाथ भी […]

पति का प्रमोशन-2

उनकी बातें मेरे कानों में गर्म लावा डाल रही थीं, मुझे यकीन नहीं हो रहा था कि प्रमोशन के लिए नितिन ये भी कर सकता है. “जरा सोचो … नितिन का परचेज़ मैनेजर बनने का ये एक मौका है … वो नहीं बनेगा, तो उसका कोई कलीग मैनेजर बन जायेगा … बाद मैं ऐसा मौका […]

पति का प्रमोशन-1

नितिन की आवाज से साफ़ लग रहा था कि उनके घर जाने के लिए वो एकदम उत्सुक था. मुझे भी किचन के काम से आज रात के लिए मुक्ति मिलने वाली थी तो मैंने खुश होकर कहा- ओके, मैं तैयार हूँ … ऊई माँ. अब खुजली जांघों के बीच होने लगी थी. “क्या हुआ मेरे […]

खामोशी: द साईलेन्ट लव-2

सब कुछ सही से ही चल रहा था मगर एक रात बहुत तेज गर्मी और कुछ भार सा महसूस होने के कारण मेरी नींद खुल गयी। मैंने अब नींद-नींद में ऐसे ही हाथ लगाकर देखा तो मुझे कुछ नर्म-नर्म और गुदगुदा सा अहसास हुआ. वैसे तो मैं नींद में था मगर फिर भी मैंने अब […]

खामोशी: द साईलेन्ट लव-7

मुझे पता था शर्म की वजह से मोनी खुद तो अपनी जाँघों को खोलेगी नहीं, इसलिये अब मैंने ही अपना हाथ एक बार उसकी पेंटी से बाहर निकाल कर उसकी जाँघों को थोड़ा सा फैला दिया जिसका मोनी ने अब कोई विरोध नहीं किया। मोनी की जाँघों को खोलकर मैंने अपना हाथ अब फिर से […]