Tag: ओरल सेक्स

घर के लौड़े-3

मेरी बात सुनकर पापा हँसने लगे और मेरे ऊपर आ गए, मेरे होंठ चूसने लगे। मैं भी उनका साथ देने लगी.. बड़ा मज़ा आ रहा था। पापा अपनी जीभ मेरे मुँह में दे रहे थे मैं उसको चूस रही थी। पापा मेरे छोटे-छोटे अमरूदों जैसे मम्मों को भी हल्के-हल्के दबा रहे थे, मुझे पता नहीं […]

लड़कपन की यादें-4

गतांक से आगे… उसने ऊपर आकर मुझे पूछा- यह क्या है? मुझसे जवाब देते भी नहीं बन रहा था फिर भी स्थिति को सम्भालते हुए मैंने उससे वो बुक्स छीनने की नाकाम कोशिश की और उसे डांटते हुए कहा- ये बुक्स तुम्हें कहाँ से मिली… ये तुम्हारे काम की नहीं… और ये मेरी भी नहीं… […]

लड़कपन की यादें-2

बैडरूम में छोटा लैम्प जल रहा था, हल्का प्रकाश फैला था, जिससे सब कुछ साफ-साफ दिख रहा था। डैडी बैड पर सिल्क की लुंगी और बनियान में थे और मम्मी बाथरूम में नहाने लेने या शायद कपड़े बदलने गई थी। कुछ ही देर में मम्मी गुलाबी रंग की स्लीवलैस नाईटी पहन कर निकली और बैड […]

लड़कपन की यादें-9

तीनों अपने-अपने कमरे में चले गये पर सारा मज़ा काफूर हो गया था, तीनों भविष्य के बारे में सोच-सोच के परेशान हो रहे थे कि जिस खेल को आसानी से चुपचाप खेल रहे थे उसका अब सबको पता चलने वाला था। अब आगे- जैसे-तैसे एक दिन निकला… हम तीनों एक दूसरे से कटे-कटे रहने लगे […]

सुहागरात में चूत चुदाई-2

मैंने कहा- बहुत सी लड़कियों के लिए और औरतों के लिए.. और.. वो बोली- हाँ हाँ कहो ना… और? मैंने कहा- एक बार तुम्हें याद करके भी… और मैंने अपनी नज़रें झुका लीं। मुझे लगा था कि वो शायद नाराज़ हो जाएगी… मगर वो तो खुश हो गई। उसकी आँखों में मुझे नशा दिखाई दे […]

मैं शादी करने के लायक हूँ या नहीं?

मैंने उसे रोका लेकिन वो कहती है कि मुझे तुमसे बच्चा चाहिए था और तुम्हारा लौड़ा छोटा है, मुझे मोटा चाहिए, तुम मुझे खुश नहीं रख सकते। मैंने उसे समझाया कि मेरा लौड़ा छोटा नहीं है लेकिन वो मानती नहीं। मैं उसे बहुत प्यार करता हूँ। परसों मैंने सुना कि अब वो और दो मर्दों […]

विज्ञान से चूत चुदाई ज्ञान तक-48

दीपक- अरे वो तो मैं गुस्से में तुझे चोद रहा था.. अब तो बड़े प्यार से तेल लगा कर तेरी गाण्ड में लौड़ा डालूँगा.. तू डर मत मेरी प्यारी बहना..। प्रिया- ठीक है भाई.. जैसी आपकी मर्ज़ी.. आ जाओ अब आप ही मुझे नंगी कर दो। दीपक उसके करीब गया और उसके कपड़े निकाल दिए.. […]

मेरी मानसी की नर्म चूत सख्त चूचियाँ

यहाँ मैं आपको यह अवसर देता हूँ कि मैं मानसी की उम्र, रंग-रूप या फिगर के बारे में कुछ भी नहीं बताऊँगा क्योंकि आपके रिश्तेदारी में कोई न कोई आपकी भांजी होगी, जिसकी चढ़ती जवानी आपकी आँखों में मचलती होगी, उसके आते-जाते आप अपनी आँखों से उसके बदन को सहलाते होंगे, आप भी चाहते होंगे […]

ममता की धुंआधार चुदाई

उसके बाद वो भाभी जी के पास जाकर सो गई और मैं टीवी वाले कमरे में सो गया। सुबह उठ कर मैं अपनी आदत अनुसार छत पर टहलने चला गया। हमारी छत बहुत बड़ी है। अब मैं घूमते घूमते योजना बना रहा था कि इस ममता को कैसे निपटाऊँ क्योंकि वो शादीशुदा है तो उसे […]

ममता की गाण्ड खोली-1

अब कहानी आगे: घण्टी की आवाज सुन कर मेरी गांड फ़टी और मैंने उसे बोला- जा दरवाजा खोल ! और मेरे लिये पूछे तो बोलना मैं छत पर हूँ। उसने जाकर दरवाजा खोला, मम्मी भाभी आ गए थे, उन्होंने उससे पूछा- तू सो गई थी क्या? क्योंकि उसकी हालत देख कर ऐसा ही लग रहा […]