Tag: इंडियन कॉलेज गर्ल

पड़ोस के दादा जी ने स्कूल गर्ल को चोदा

मेरे मम्मी पापा उनके पापा को चाचाजी बोलने लगे और उस हिसाब से मैं उनको अंकल, आँटी और दादाजी कहने लगी. दादाजी 5’9″ मजबूत बदन के हैं, उनकी उम्र साठ साल के पास थी लेकिन वो 50-52 से ज्यादा के नहीं दीखते! एक दोपहर मैं स्कूल से घर आने के लिए लोकल बस स्टॉप पर […]

दो कमसिन बहनों की कुंवारी बुर की चुदाई

शाम को मैं उसके घर गया, दरवाजा खटखटाया तो उसकी बहन ने दरवाजा खोला. मेरी आँखें तो उसकी आँखों से हटने का नाम ही नहीं ले रही थी। उसने कहा- क्या हुआ, अन्दर नहीं आयेंगे? मैं खुद को कंट्रोल करते हुए अन्दर घुसा और बोला- ज्योति कहाँ है? उसने बताया- वो अन्दर कमरे में है! […]

बिना शादी के सुहागरात मनानी पड़ी-1

लेकिन किस्मत ने जब जिससे जहाँ मिलना होता है, मिला देती है और शायद किस्मत को ऋषि को मुझसे मिलना था. ऋषि मेरा एक दोस्त है जो मुझे गुरुग्राम में ही मिला. ऋषि दिखने में भी बहुत अच्छा है, मन में एक बार तो आया था कि उसे अपना बॉयफ्रेंड बना लूँ पर अपने माँ […]

बिना शादी के सुहागरात मनानी पड़ी-2

फिर उन्होंने मुझे गले पर किस किया और फिर मेरी पीठ पर चूमते हुए मेरे ब्लाउज का धागा खोल दिया. उन्होंने मेरे ब्लाउज को उतार दिया और फिर अपना भी कुरता भी उतार दिया. अब वो मेरे पेट पर किस किए जा रहे थे और फिर मुझे घुमा कर मेरे दोनों चूचों को दबाने लगे […]

गलतफहमी-9

इस बात को लगभग छ: महीने बीत गये, अब सीने में दर्द कम रहता था और थोड़े उभार जैसे दिखने लगे। वैसे माँ मुझे बचपन से ही शमीज पहनाती थी, फिर भी अब शर्ट के ऊपर से निप्पल का अहसास होने लगा था। फिर एक दिन मेरे पेट में दर्द होने लगा, और पैरों में […]

गर्लफ्रेंड की गुलाबी चुत की हिंदी चुदाई कहानी

वो तो पहले से ही मुझसे पटने को राजी थी लेकिन मैंने ही कभी उस पर ध्यान नहीं दिया था। अब मैं उससे रोज मिलता था और रोज उसको प्यार करता था। मेरी गर्लफ्रेंड बहुत प्यारी थी.. उसको ना तो बहुत गोरी ओर सांवली कहा जा सकता.. बस वो एक अनछुई कली थी। उसने भी […]

गलतफहमी-11

पानी हमसे दूर नजर आ रहा था। नदी में जब पानी कम होता है तब धार किसी एक छोर में सिमट कर बहती है। यहाँ भी वैसा ही था, धार हमसे विपरीत वाले छोर में बह रही थी, तो हमने अपने बदलने वाले कपड़े तट पर ही रख दिये और नदी में उतर गई, सब […]

गलतफहमी-13

टूर से आने के दो महीने बाद ही हमारी परीक्षा शुरू हो गई, इस बीच हम दोनों ने ही बात करने के लिए पहल नहीं की, अब वो अपनी बहन को छोड़ने हमारे घर नहीं आता था, तो मैं ही कभी-कभी छोटी को उसके घर छोड़ आती थी। पर हम दोनों अजनबियों जैसा ही व्यवहार […]

मेरे पहले सच्चे प्यार का अंजाम

लेकिन जब वो मेरे निजी जीवन के कई ऐसे मामलों में जिज्ञासु होने लगा जो मैं किसी को भी बताना नहीं चाहती थी तो मुझे अच्छा नहीं लगा। अपने पुराने शारीरिक संबंधों के विषय में मैंने आज तक किसी से कोई चर्चा नहीं की थी। जब उसने छानबीन करके उन सबके बारे में पता लगाया […]

गलतफहमी-14

चार दिन बाद कविता का इंतजार खत्म हुआ, रोहन अपनी बहन को छोड़ने हमारे घर आया। उस समय मैं अपने कमरे में रोहन को ही याद करते हुए ब्रेसलेट से बातें कर रही थी- रोहन तुम कब आओगे.. मेरे दिल की बेचैनी की आहट तुम तक नहीं पहुंचती है क्या..? और तभी उसकी आहट मिली, […]