चुत चुदवाते हुए साड़ी प्रेस करवा ली

वो मई का महीना था, हम दोनों पति पत्नी को रिश्तेदार के घर शादी में जाना था. मैंने अपने पति को अल्मारी से कपड़े निकाल कर प्रेस करने के लिये दे दिये. मेरे पति टेबल पर कपड़े प्रेस करने लगे. मैंने भी खुद को पहनने के लिये साड़ी और ब्लाउज निकाला, उनको भी प्रेस करना […]

इश्क विश्क प्यार व्यार और लम्बा इन्तजार-4

जब मैंने मोनिका से पूछा कि वो तुम्हारे साथ बेड पर कैसा है? तब उसने बताया- साला झड़ने में बहुत टाइम लेता है. उसे झेल पाना मेरे बस की बात नहीं है. उसके साथ बहुत दर्द भी होता है, इतना पेन तो तुम्हारे साथ कभी नहीं हुआ. उसके साथ सेक्स करते टाइम चुत में बच्चेदानी […]

काम तृप्ति का सुखद अहसास

फिर होने ये लगा कि ये पहले उंगली डाल कर मेरा पानी निकाल देते, फिर अपना लंड पेलते। मगर जब कभी मैं अपनी सहेलियों से या और रिशतेदार औरतों से बात करती और वो बताती कि उनके पति तो उनके ऊपर से उतरते ही नहीं हैं, आध पौन घंटा लंड डाल कर उनको पेलते हैं, […]

मेरी सुहागरात कैसे मनी

शादी से पहले मेरा तो किसी भी लड़के के साथ चक्कर नहीं था. जब मेरी शादी की पहली रात थी तो उस समय मैं काफी थक गई थी. जब मेरी ननद मुझे रूम में लेकर गई तो मेरे पति अपने दोस्तों के साथ दूसरे कमरे में बैठ कर गप्पें मार रहे थे. मेरी ननद ने […]

आपा का हलाला-1

उसके बाद शाम के समय मेरा और सारा का निकाह हो गया. तो मेरे मामू जो सारा के ससुर भी थे, उन्होंने मुझे बाहर बुलाया और कहने लगे कि आमिर बात सिर्फ निकाह की नहीं थी, तुम्हें रात को अपनी कजिन सिस्टर के साथ मियां बीवी की तरह सोना भी पड़ेगा. मुझे ये बात पहले […]

आपा का हलाला-2

फिर वो एकदम से उठी और बोली- आमिर, अब बस करो … मुझे आज भर दो. मैं उठा और मैंने उसकी दोनों टांगों को फैलाया तो हैरान रह गया कि इतना भरा हुआ जिस्म होने के बावजूद भी इतनी लचक थी कि टांगें बिल्कुल बेड के साथ लग गईं और उसकी मोटी और सूजी हुई […]

आपा का हलाला-3

फिर हम फ्रेश होने चले गए.< बाथरूम में जाकर मैंने मिरर में देखा कि मेरे सीने पे उसके नाखूनों के और उसके पूरे जिस्म पे मेरे दांतों के निशान बने थे. मैंने सारा से पूछा कि क्या वह अब भी इमरान के पास जाना चाहती है? उसने मुझसे पूछा- क्या आप चाहते हो? मैं इमरान […]

आपा का हलाला-4

मैं आंखें फाड़ फाड़ उसे घूरना लगा. फिर उसने अपनी एक चिकनी टांग ऊपर उठा दी और लगभग पूरी नंगी हो गयी. सिर्फ पेट पर साड़ी लिपटी हुई थी. वो लेट गयी, जैसे अब मेरा इंतज़ार कर रही हो. फिर उठ कर बैठी और छातियां ऊपर नीचे करने लगी, जैसे माधुरी ने धक धक डांस […]

आपा का हलाला-5

वह इतनी जोर से चिल्लाई थी कि मुझे लगा शायद उसकी आवाज को पूरे घर ने सुना होगा, वह इतने जोर से चिल्लाएगी, इसका मुझे जरा भी अंदाजा नहीं था, वरना मैं पहले ही उसके मुँह पर हाथ रख लेता. मैंने कुछ देर ऐसे ही पड़े रहने में अपनी भलाई समझी. जरीना रोती हुई बोली- […]