Category: जवान लड़की की बुर चुदाई की कहानियाँ

जवान लड़की को प्रेम प्यार के चक्कर में फांस कर सेक्स का मजा लेने या अपनी अन्तर्वासना शांत करने के लिए चूत चुदवाने वाली कहानियाँ हिंदी में

jwan Ladki Ko Prem Pyar ke chakkar me fans kar sex ka maja lene ya apni antarvasna shant karne ke liye bur chudvane vali kahaniyan

Indian Sex stories of teen girls and Boys

मैं फिर से चुदी-3

मुकेश ने मुझे बांहों में उठा लिया और बेड पर लाकर पटक दिया. उसने मेरी दोनों जांघें चौड़ी कर दी और मेरे ऊपर चढ़ गया. मैंने भी उसे अपनी बांहों में समेट लिया. मुकेश ने मेरे एक बोबे को अपने मुँह में दबा लिया और उसे चूसने लगा, दूसरे बोबे को उसने हाथ से पकड़ […]

मैं फिर से चुदी-2

थोड़ी देर में मुकेश मेरे सामने आया और बोला- आँखे खोल! मैंने डर के मारे आँखे खोली तो दंग रह गई, सामने मुकेश का 10 इंच का लौड़ा किसी फन फहराते सांप की तरह लहरा रहा था. यही नहीं उसकी मोटाई को देखकर तो मैं दंग रह गई. उसका लौड़ा जीजू के लौड़े से लम्बा […]

मैं फिर से चुदी-1

घर में अगर आस पड़ोस के छोटे बच्चे आ जाते तो मैं उनकी छोटी सी लूली सहलाने लगती, उसको कभी जोर से दबा देती तो बच्चा रोने लगता. भगवन से दुआ करती- हे भगवन! इसका लंड जल्दी से बड़ा कर दे ताकि मैं अपनी चूत की ज्वाला शांत कर सकूँ! थोड़े दिनों में तो यह […]

घर में अकेली अदिति

मैं मन ही मन उसे चाहता था पर यह नहीं जानता था कि वो भी मुझे उतना ही चाहती है। यह बात मुझे उसकी एक दोस्त से पता चली तो मैंने भी समय न बर्बाद करते हुए उससे अपने प्यार का इजहार कर दिया। उसने भी तुरंत ही हाँ कर दी। अब हम मिलने लगे […]

मीना के साथ बिताये रंगीन पल-1

अब मैं अपनी कहानी पर आता हूँ। मैं और मीना एक साथ कॉलेज में पढ़ते हैं। हमने साथ-साथ स्कूल की पढ़ाई भी की थी, हम एक साथ स्कूल-कॉलेज़ जाते हैं और एक साथ ही आते हैं! मैं उसको अच्छी नजरों से देखता था। मेरे मन में उसके प्रति कोई गलत सोच नहीं थी, पर एक […]

मीना के साथ बिताये रंगीन पल-2

फिर मैं वहाँ से चला आया। घर आया तो मम्मी ने पूछा- कहाँ था अब तक? तो मैंने कहा- आज स्कूल की छुट्टी देर से हुई थी। मम्मी ने कहा- खाना खा ले! मैंने खाना खाया और फिर मैं पढ़ाई करने लगा पर मेरा मन कहाँ लगा पढाई में! मैं तो मीना के बारे में […]

लव ट्रैंगल

पहले के एक-दो महीने तो बस इसी तरह पढ़ाई करते गुज़र गये। फिर पता नहीं क्यों मैं ॠचा की तरफ़ खिंचता चला गया। मुझे तो इस बात का पता ही नहीं चला कि कब मैं उससे प्यार करने लगा। पूरे एक साल के दौरान मैं उससे यह नहीं कह पाया कि मैं उससे प्यार करता […]

गरबा में मिली गर्लफ्रेंड

4-5 दिन के बाद मुझे लगा कि वह मुझसे बहुत खुलने लगी है, हर वक्त मेरे हाथ पकड़ा करती, कभी मुझे गाल पर मारती, मेरे पेट पर चिमटी भरती। उसके चूचे बहुत ही मस्त थे, मैं भी कभी-कभी उसके वक्ष को बहाने से दबा देता। गरबा के आठवें दिन वो बाद में दिखाई दी। वो […]

थोड़ा दर्द तो होगा ही

मुझे आज भी याद है कि एक बार मैं उसके सामने नंगी हो कर उसको उकसा रही थी, तभी उसने मेरे सामने अपनी मुठ मार कर अपना सारा वीर्य मेरे चेहरे और मेरे मम्मों पर छिड़क दिया। मैंने तब तक कभी भी गाण्ड नहीं मरवाई थी। एक बार एक रात को ब्लू फिल्म देखने के […]

चरित्र बदलाव-7

तो आयशा मान गई और मैं योगी के पापा के कमरे में गया और वहाँ से दो कंडोम उठा कर ले आया ताकि आयशा को चोदने के बाद मुझे अपना लण्ड जल्दी में बाहर ना निकलना पड़े. आयशा के कमरे में आने के बाद मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतारे और उसकी चूत में अपना […]