मैंने उससे उसका नाम पूछा। वो बोली- जी पूनम ! मैं अपनी दोस्त से मिलने आई थी। लगता है कि वो आज नहीं आई है। उसने मुझसे कहा- क्या आप मुझे बस-स्टैंड तक छोड़ देंगे? मैं तो मौके की तलाश में था, जो मुझे मिल गया। मैं उसे अपनी बाइक पर लेकर निकल गया, उसके […]
Category: कोई मिल गया
ऎसे ही अनजानी लड़की लड़का या औरत मिल जाने पर हुई अचानक चुदाई की सेक्स कहानियाँ हिंदी में
किसी अन्जान अचानक मिले व्यक्ति से यौन सम्बन्ध की हिन्दी सेक्स कहानी
Hindi Sex Stories About Sex with unacquainted/unknown
जवान रात
दीदी की शादी हुए लगभग दस साल हो गये थे। जीजा जी बिजली विभाग में क्लर्क हैं, ऊपरी आमदनी का प्रभाव घर के रखरखाव से तुरन्त ही लग गया। स्कूल से लौटे तो मैंने देखा कि टीना और अनिकेत तो इतने बड़े हो गये कि पहचान में ही नहीं आ रहे थे, लेकिन अनुमान लगाने […]
चोली तंग हो गई
उन्हीं दिनो मेरे एक सहयोगी ने बताया कि सेठ विनय के यहाँ एक घर की देखभाल के लिये एक महिला की जरूरत है। मैं उनसे जा कर मिल लूं, वो अच्छी तनख्वाह देंगे। बस उन्हें यह मत बताना कि ज्यादा पढ़ी लिखी हो। मैं सेठ विनय के यहां ७.३० बजे ही पहुंच गई। वो उस […]
शबनम और उसकी बेटियाँ-2
मैं कुर्सी पर बैठ गया और उसे पानी पिलाने को बोला। वो पानी लेकर आई तो जान-बूझकर मैं इस तरह से खड़ा हुआ कि पानी का गिलास उसके हाथ से छूटकर नीचे गिर गया। उसने सॉरी बोला और दूसरा गिलास लेने चली गई, दूसरा गिलास लेकर उसने मुझे दिया और फर्श पर गिरा पानी साफ […]
सेब के बगीचे में
इस चक्कर में मामी के मना करने के बावज़ूद भी उनके साथ काम करना शुरू कर दिया। घास काटने का काम ८-१० दिनों तक चलना था और उस दिन तो पहला ही दिन था, और मेरे कॉलेज में छुट्टियाँ भी थीं तो मैंने सोचा, अभी तो काफी समय है, मुझे प्रयास करना चाहिए, शायद किस्मत […]
बड़े भाई की साली को चोदा
मैंने कहा- मुझ को मालूम है कि तुम राजू के बड़े भाई की साली हो। और पूछा कि तुम्हारा पति भी शादी में आया है? तो दीपाली ने बताया- वो नहीं आए हैं ऑफिस के काम से बाहर जाना पड़ा है इसलिए नहीं आ सके। बात करता हुआ मै दीपाली के बूब्स को देख रहा […]
पहली बार
वहाँ जाने से मुझे कुछ दोस्त मिल गए। वहाँ से मैंने लड़कियों से बातें करनी चालू की। और वहाँ एक लड़की बहुत आज़ाद किस्म की निकली। हम करीबन एक साल सेक्सी बातें करते रहे। उसके बाद एक दिन उसने मेरा फ़ोन नम्बर माँगा तो मैंने उसे अपना फ़ोन नम्बर दे दिया। उसके पहले मैंने उससे […]
गैर मर्दों की बाहों में मिलता है सुख-2
मैं डिनर तैयार करने लगी। पापा उसको बिठा कर खुद बाहर ठेके से दारू की बोतल लेने गये। मैं किचन में काम करते वक्त चुन्नी नहीं लेती थी और वैसे भी मैं डीप-नेक और पीछे ज़िप वाले सूट पहनती हूँ। वो किचन में ग्लास, पानी, नमकीन लेने आया, बोला- नमकीन दे दो! मैं डिब्बे से […]
लॉस एंजेलेस(अमेरिका) में प्रणय का अंकुर-1
“काम ऑन मैडम, आई ऍम अल्सो फ्रॉम इंडिया !” फ़िर मैं जान बूझकर हिन्दी मैं उतर आया ताकि आस पड़ोस के लोगों को पता न चले हम क्या बातें कर रहे हैं। “हिन्दी बोलती हैं आप?” “हाँ” वो बोली। “नहीं, मैंने आपको शहर का नक्शा पकड़कर खोजते हुए देखा तो सोचा कि आप शहर में […]
पति के दोस्त के साथ
इचलकरंजी, महाराष्ट्र में कपडे का काम था हमारा, लेकिन किन्हीं कारणों से उन्हें बहुत नुकसान उठाना पड़ा, उस वजह से उनकी मानसिक हालत तनाव भरी रहती थी और उन्होंने मेरी और ध्यान देना छोड़ दिया था। फ़िर हम लोग इचलकरंजी छोड़ कर कोयाम्बटर तमिलनाडु आकर बस गए। यहाँ पर नया कारोबार बसाने में जुट गए। […]