Category: पहली बार चुदाई

कुंवारी अनचुदी सीलबन्द लड़की या लड़के की पहली बार चुदाई की कहानियाँ, कौमार्य भंग, सील तोड़ना, चूत और लण्ड से खून आना, दर्द से चीखें मारना

Kunvari Sealband ladki ke sath ya kisi ladake ki pahali baar ki Chudai ki Kahaniyan

Stories about first time sex with any virgin girl or a boy. Having sex for the first time, or losing your virginity, is an important event of life for all.

चाँदनी को कली से फूल बनाया

उसने मुझे देखते ही अपने होंठों पर उंगली रख कर चुप रहने का इशारा किया. मैंने शरारत में परदा इतना हटाया कि वो मुझे अंदर अच्छी तरह देख सके.. और मैं अपने डबल बेड में फिर लेट गया… वहाँ से चाँदनी खिड़की में खड़ी साफ दिख रही थी, उसकी फ्रॉक घुटने के ऊपर तक की […]

जब मैंने पहली बार चूत में लंड घुसवाया

खैर ऊपर तो मैंने शोर्टकट में अपनी जिंदगी की कुछ बातें लिखीं हैं, मैं 24 साल की औरत हूँ, चार महीने की शादीशुदा हूँ, चूत बहुत प्यासी है क्यूंकि शादी से पहले कई लंड थे, अब सिर्फ एक है. शुरू से ही मैं एक चालू लड़की के तौर से जानी जाती थी. अट्ठारह साल की […]

लुटने को बेताब जवानी-2

अब अंजुम ने वहां से मुंह हटाया और नीचे की तरफ ले जाने लगा। मुश्ताक ने मेरे मम्मे चूसते हुए हाथ को नीचे ला मेरी सलवार के नाड़े को खोल दिया। उसका कठोर हाथ में सलवार के अंदर मेरी पेंटी के ऊपर घूमने लगा। मेरी योनि मचलने लगी, मेरी कामवासना बढ़ने लगी, मैं फिर से […]

बेताबी

एक दिन उसने मुझे मेरे होठों पर चूम लिया। अब वह थोड़ा निडर हो गया था। एक दिन उसने मुझे कस कर पकड़ लिया और मेरे होठों को चूम लिया फिर उसने मेरे कन्धों पर फिर मेरी गर्दन को चूम लिया। उसने मेरे उरोजों को छू लिया। पहली बार किसी ने मेरे स्तन छुए थे। […]

चिड़िया फंस गई

मैं रोज की तरह कॉलेज जा रहा था। मैं सुबह-सुबह निकल जाता हूँ क्योंकि रोज काफी लोग जोगिंग के लिए आते थे। उनमें काफी लड़कियाँ और भाभी भी होती थी! जब मैं उनको जोगिंग-ड्रेस में देखता तो मेरा तो खड़ा हो जाता था और कभी कभी निकल भी जाता था। क्या नजारा होता था सुबह […]

सोनी को पहली बार

आखिर एक दिन मुझे मौका मिल ही गया। तब गणेशोत्सव चल रहा था और हमारे ऑफिस में गणेश-स्थापना हुई थी( हमारे ऑफिस में हर साल गणेश स्थापना होती है) मैंने हाल ही में ऑफिस ज्वाइन किया था, सो मुझे ये पता नहीं था। सोनी मेरे ऑफिस में हर साल गणेशोत्सव में आरती करने के लिए […]

सोनू से ननदोई तक-1

तब मैं जवान हो रही थी, करीब चौदह की थी जब चाची दुल्हन बनकर घर आई, क्या रूप था उन पर, गोरी-चिट्टी दूध जैसी, लेकिन वो चालू माल ही थी, उनमें बहुत हवस भरी हुई थी, है भी, मौका देखते ही चाचा को लेकर घुस जाती कमरे में ! एक दिन मैंने छुप कर देखा […]

कुछ मनोरंजन हो जाये

जिस दिन से मैं अपने घर में रहने आई, उनकी नज़र मुझ पर रहती थी। मेरे घर के सामने एक बरामदा था जिसमें कुर्सी लगी थी। मैं अकसर शाम के समय वहाँ बैठ कर पढ़ती थी। घर में कोई और तो था नहीं, सिर्फ एक खाना बनाने वाली थी, समय से आती खाना बना कर […]

मैं करूँ तो क्या?

एक दिन अचानक ही पास वाले खाली पड़े मकान में हलचल नजर आने लगी, कोई किरायेदार वहाँ पर रहने के लिए आने वाले थे इसलिए मकान मालिक उसे साफ़ करवाने आया था। मकान मालिक का इसी शहर में एक और मकान है जिसमें वो अपने परिवार के साथ रहते हैं। दो दिन बाद ही उसमे […]

प्रिया की नथ-1

बात है हमारे दूसरे साल की, जब हम अपने जूनियर्स को पार्टी देने की तैयारियों में लगे हुए थे और उसको और मेरे को पूरे कार्यक्रम को होस्ट करना था। हम दोनों एक साथ ही प्रेक्टिस करते रहते थे। मैं कुछ दिन से देख रहा था कि वो मेरी बातों पर कुछ ज्यादा ही ध्यान […]