Tag: रोमांस

रिसेप्शनिस्ट की चूत चुदाई का दूसरा मौक़ा

अंशु अगले दिन ठीक 10 बजे मेरे बताये हुए पते पर आ गयी. मैं आप लोगों को बता दूँ कि वो सिर्फ वेस्टर्न ड्रेस ही पहनती थी जीन्स टॉप या जीन्स शर्ट… यही उसकी पसंद थी। उस दिन वो सफ़ेद शर्ट और डेनिम जीन्स पहन कर आई थी. मैं उसे ले कर रास्ते में से […]

पुरानी गर्लफ्रेंड को शादी के बाद चोद कर गर्भवती किया

उसने कहा- मुझे आपसे मिलना है. मैंने उसे बताया कि मैं अभी ग्वालियर में हूँ. उसने कहा कि वो दस दिन के लिए अपने मायके आई हुई है और मुझसे मिलने की इच्छुक है, अगर मिल सकें तो! मैंने उसने मिलने के लिए हां कर दी, मैं 2 दिन बाद आगरा आ गया और उसके […]

गर्लफ्रेंड के साथ पहली बार सेक्स

जैसा कि मैंने बताया कि हम काफी समय से अच्छे दोस्त थे और सब तरह की बातें आपस में शेयर करते थे. इसी कारण से धीरे धीरे मेरा उसकी तरफ आकर्षण बढ़ता गया. मुझे उसकी उठती जवानी की नदी में डुबकी लगाने का मन करने लगा. मुझे लगता था कि वो भी मेरी निगाहों को […]

प्रियंवदा: एक प्रेम कहानी-3

मेरे लिए और भी मुश्किल हो रहा था क्योंकि अब मेरी जलन और बढ़ रही थी क्योंकि मुझे पता था अभी एक-दो जिस्म एक जान हो जाएंगे। कुछ देर ऐसे ही मस्ती करते करते दोनों आपस में चुम्बन लेने लगे और एक दूसरे के अंगों के साथ अठखेलियां करने लगे लेकिन इस सारे खेल में […]

सर्दी की रात का गरम अहसास

मैं और सोनू एक दूसरे के बहुत करीब आ चुके थे, हम कई बार एक दूसरे की प्यास बुझा चुके थे, लेकिन प्यास थी कि बुझने की बजाय भड़कती ही जा रही थी। धीरे धीरे ऐसे ही समय चलता रहा, फिर समय आया सर्दियों का; सर्दियों के समय में मैं क्लास वगैरा से जल्दी फ्री […]

मेरी प्रेयसी और मैं: दो बदन एक जान-1

मेरे और मीता के बीच में जो सामाजिक दूरियां थी वो हम दोनों हमेशा जानते थे और इसी वजह से हमें पता था कि हमारा ये प्यारा सफर इस दकियानूसी समाज की छोटी सोच और ‘लड़की की शादी जल्दी कर देनी चाहिए वरना बिगड़ जाती है.’ के चलते ज्यादा दिनों तक नहीं चलने वाला था. […]

मेरा सच्चा प्यार भाभी के साथ

मुझे याद है कि 21/09/2015 को मेरी दीदी को लड़का हुआ, बदले में उसने मुझसे कहा कि मुझे मिठाई खानी है. मैंने एक दोस्त से मिठाई मंगा कर उसको मिठाई खिलाई. वो बहुत खुश हो गई थी. उसने मुझे धन्यवाद कहा, तो मेरे दिल को जैसे सुकून सा मिल गया. दिन निकलते गए, बात होती […]

एक और अहिल्या-7

बात तो वसुन्धरा ठीक ही कह रही थी. कपड़े बदलने जरूरी थे, गीले कपड़ों में मेरी हालात पहले ही पतली हो रही थी. मैंने गाड़ी साइड में लगाई और कार में से अपना सूटकेस निकला और वसुन्धरा के पीछे-पीछे अंदर चला गया. अंदर जा कर सूटकेस में से तौलिया, सूखे अंडर गारमेंट्स और दूसरा सूट […]

मेरे जन्मदिन पर मेरे यार ने दिया दर्द-2

बाहर आई तो तन्वी ने साड़ी पहनने में मेरी मदद की। तन्वी बोली- यार सुहानी, तेरे पर तो सारे कपड़े जँचते हैं, देख फिटिंग बिल्कुल सही आई है। बहुत खूबसूरत लग रही है, आज पक्का करन का दिल निकल के बाहर गिर जाएगा तेरे चरणों में। मैं उसके कंधे पर हल्का सा मारती हुई मुस्कुरा […]

तीन पत्ती गुलाब-16

मधुर के आश्रम कूच करने के बाद गौरी ने मेन गेट बंद कर दिया और रसोई में चाय बनाने चली गई और मैं हाल में सोफे पर बैठा अखबार पढ़ने लगा। थोड़ी देर में गौरी चाय बनाकर ले आई। जब वह थर्मोस से गिलास में चाय डालने लगी तो मैंने कहा- गौरी, मुझे लगता है […]