Category: पहली बार चुदाई

कुंवारी अनचुदी सीलबन्द लड़की या लड़के की पहली बार चुदाई की कहानियाँ, कौमार्य भंग, सील तोड़ना, चूत और लण्ड से खून आना, दर्द से चीखें मारना

Kunvari Sealband ladki ke sath ya kisi ladake ki pahali baar ki Chudai ki Kahaniyan

Stories about first time sex with any virgin girl or a boy. Having sex for the first time, or losing your virginity, is an important event of life for all.

मेरे साथ पहली बार

इतना गुस्सा आया मुझे, वैसे भी मेरा गुस्सा तेज़ ही है, मैं जोर से चिल्लाई- यू बास्टर्ड ! अंधा है क्या? और उसने बाईक घुमाई, मुझे लगा कि लड़ने आ रहा है, मैं भी तैयार थी लेकिन जब उसने आ कर अपना हैलमेट उतारा, बालो को झटकते हुए मुझे उठाने को अपना हाथ बढाया, और […]

आँखों आँखों में

मैंने घर आकर देखा तो उस पर उसका फ़ोन नम्बर लिखा था। मैंने अपने मन को बहुत समझाया पर 2 दिन बाद मैंने उससे फ़ोन कर ही दिया। फिर हमारी बातचीत आगे बढ़ी। फिर एक दिन हमने मिलने की योजना बनाई। वह मुझे बस स्टैंड पर मिला फिर हम बुद्ध गार्डन चले गए, वहाँ हमने […]

बुद्धू धीरे धीरे डालना

बात उन दिनों की है जब मैं बारहवीं में पढ़ा करता था हमारे पड़ोस में एक लड़की रहा करती थी उसका नाम शालू था। वो थी तो 18 साल की पर उसके चूचों का साइज़ उसके टॉप में से भी साफ़ नजर आता था, जब कभी झुकती थी तो ऐसा गरमागरम नजारा दिखता था कि […]

पहली बार की उत्सुकता

अब आखिरकार नंबर भी एक्सचेंज हो गए… पहले फोन मैंने ही किया। उसकी आवाज़ सुनते ही मैं जैसे पागल सा हो गया। मैंने उसे मिलने के लिये बुलाया। दिल्ली के लक्ष्मी नगर में वीथ्रीएस मॉल में वो मिलने के लिये आई, अपनी स्कूटी लेकर। मैंने उसका चेहरा नहीं देखा था और ना उसने मेरा.. लेकिन […]

सुहागरात की सच्ची कहानी

वो एकदम परी लग रही थी, उसके बालों में मोगरे का गजरा लगा था और बड़ी भीनी महक बिखेर रहा था। वो बहुत ही शरमा रही थी। मैंने उसके माथे पर चुम्बन लिया और उसके गहने उतारे। फिर जैसे ही मैंने उसके कच्चे बदन को हाथ लगाया तो मुझे करेंट सा लगा, ऐसा ही कुछ […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-4

पोते का मुँह कहाँ से दिखाती ! पति जानता था उसने कभी वहाँ तक पहुँचाया नहीं था जहाँ से मेरे पेट में उसका बीज रुके ! लेकिन अपने बेटे में दोष नहीं बोलती थी, दोष मेरे में है यह था उनका कहना ! राहुल और अभय के साथ करते समय मैं माला-डी का इस्तेमाल करती […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-3

“यह हुई मर्द वाली बात, तुम दोनों कुत्ते हो और मैं तुम दोनों की कुतिया हूँ !’ मैंने पैंटी भी उतार फेंकी, एकदम चिकनी फ़ुद्दी देख राहुल ने कपड़े उतार दिए। उसका लौड़ा बहुत बड़ा निकला। “तेरा बहुत बड़ा है ! लेकिन अभी है बच्चा !” “हैं? क्या बच्चा? बच्चा कहो तो आपको बच्चा दे […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-2

आधे घंटे बाद जब वो रुका तो मैं संतुष्ट थी, मैंने उसके होंठ चूम लिए। “पसंद आया तुझे?” “बहुत !” उसने मुझे दस हज़ार रूपये दिए, मैं उसकी दीवानी हो गई, मौका मिलते ही उसके घर चली जाती। मुझे मालूम चला कि वो शादीशुदा है, मैं पूरी उम्र उसके साथ बीताना चाहती थी, उसके लौड़े […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-1

मैं बहुत खूबसूरत हूँ, कितने ही लौड़ों से चुदने के बाद भी मेरी जवानी बहुत कसी हुई है, मैंने अभी बच्चा नहीं दिया, मेरे मम्मे मेरे जिस्म का ख़ास आकर्षण हैं, उनको दबाने की हर मर्द चाहत है। मैं शादी से पहले भी काफी चुद चुकी थी ! क्या करती, जवानी संभाली नहीं जाती थी। […]

समय के साथ मैं चुदक्कड़ बनती गई-5

मैंने कहा- मुझे यह सब पाखंड लगते हैं, वो पाखंडी है, मुझे नहीं जाना वहाँ। “तेरी माँ भी जायेगी कुतिया ! चल उठ, यह थाल पकड़ और निकल जा !” जब मैं पहुँची वहाँ कोई भगत नहीं था, उनके दरवाज़े के बाहर गनमैन थे, वो मेरी तरफ नशीली आँखों से देखने लगे। “स्वामी जी हैं […]