दोस्त और पत्नी पर भरोसा नहीं है मुझे

मैं अपनी पत्नी पर शक नहीं कर रहा हूँ लेकिन आजकल मुझे यह बात खटकने लगी है।

उन दोनों का ऑफिस से साथ आना मुझे पसन्द नहीं आता, या यों कहूँ कि मैं उन दोनों के साथ साथ होने पर भरोसा नहीं कर पा रहा हूँ।
क्या मेरा इस तरह से सोचना सही है कि उन दोनों के बीच कुछ चल रहा है।

या मुझे इस बात को ज्यादा गम्भीरता से न लेते हुए भूल जाना चाहिए।

क्या यह मेरा वहम है?

क्या मैं अपनी बीवी को लेकर कुछ ज्यादा पोजैसिव हो रहा हूँ?

मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूँ?

अगर आपके पास कोई सुझाव, कोई सलाह हो तो जरूर बतायें।

हो सकता है, आपकी एक छोटी-सी राय हमारी जिंदगी की दिशा बदल दे।