मुझे रण्डी बनना है-3

तीसरे कमरे में सुनीता और वो युवक पहुँचे और सुनीता ने उससे पैसे लिए और बाहर जाकर अपने पेटी में रख दिए। इस बीच युवक ने शर्ट निकाली और जांघिए में बैठ सुनीता का इन्तजार करने लगा।

सुनीता के आते ही उसने सुनीता के पीछे जाकर उसके गेंद दबा दिए। इस पर सुनीता ने उसका लौड़ा हल्का सा दबा दिया और कस कर चुम्मी ली।

यह देखकर मौसी बोली- साली बड़ी शरारती है रे तेरी बीवी? मस्त रांड है साली ! इसको यहीं रहने दे 1-2 साल !

मैं- नहीं मौसी। मेरी गृहस्थी टूट जायेगी। रांड मत बोल न ! अच्छा नहीं लगता।

मौसी- तो क्या यह पूजा कर रही है? रांड का धधा कर रही है तो रांड ही बोलूंगी न? और वो देख कैसे खुश हुई रंडी बनकर ! मैं भी ऐसी खुश हुई थी पहला कस्टमर लेकर ! और मैंने तुझे पहले कहा था कि गाली-गलोच तो होगी, सहना पड़ेगा। इतना दुखता है तो तू भी पानवाले के यहाँ खड़ा रह कर या सड़क पर से कस्टमर लाकर भड़वा बन न। बड़े बड़े नेता देश को चोदू बनाते हैं तो उनको कोई कुछ नहीं कहता और तेरी बीवी का शौक पूरा हो रहा है तो तुझे बुरा लगा?

मैं- अच्छा मौसी, पहले तो वो घबराई थी फिर कैसे हिम्मत खुली?

मौसी- सभी रंडियों के साथ यही होता है ! पहले दिन लौड़ा भोसड़े में डलवाते हुए मेरा हाथ कांप रहा था तो कस्टमर ने खुद डाला और पूछा था कि क्यों? डर लगता है?

मैंने हाँ कहा तो हंस पड़ा था। शाम तक देख तेरी बीवी कैसे मस्त लौड़े लेने लगेगी। जहिदा ने तो 3 दिन तक धंधा किया फिर भी डरती थी। अब देख कैसी शरारती हो गई है, उसी ने तेरी बीवी को तैयार किया तो उसका डर भाग गया होगा।

इधर सुनीता ने आहिस्ता से युवक का जांघिया निकाल दिया। इस पर युवक ने सुनीता की पैंट निकाली और सुनीता के कुरते को ऊपर करके उसकी पेंटी में हाथ डाला और बोला- अरे, बड़ा गर्म है यह भोसड़ा ! डरना मत ! दो घंटे के लिए तेरी मरम्मत करूंगा !

इतना कहकर उसने सुनीता की पेंटी निकाल दी और सुनीता ने अपने हाथों से कुरता निकाला और पूरी नंगी हो गई। साली ने ब्रा नहीं पहनी थी, लगता है यह सब जाहिदा का सिखाया था।

युवक ने सुनीता को पलंग पर बिठा कर उसके भोसड़े में जीभ डाल दी और मुंह से चोदने लगा। थोड़ी देर बाद उसने सुनीता को मुंह में लौड़ा लेने को कहा। सुनीता ने उसे कोंडोम पहनने को कहा। वो तैयार नहीं था पर आखिर मान गया।

फिर सुनीता ने कस कर उसके लौड़े को पकड़ा और मुंह में डाल कर लॉलीपोप की तरह चूसने लगी, और वो बेकाबू हो गया, उसने झट से पलट कर 69 की पोजिशन ली और लगे एक दूसरे का लौड़ा-भोसड़ा चाटने !

करीब 20 मिनट बाद उन्होंने आसन बदला, सुनीता को अपनी तरफ मुंह करके गोद में बैठने कहा, आहिस्ता से लौड़ा भोसड़े में घुसेड़ दिया और सुनीता को ऊपर-नीचे होने को कहा।

सुनीता को बड़ा मजा आ रहा होगा ऐसा उसके चहरे को देख कर लगता था।

उन्होंने पुनः आसन बदला, युवक ने उसको सीधा लिटाया और थोड़ा टेढ़ा होकर पीछे लेट कर उसके भोसड़े में पीछे से लौड़ा डाल दिया और धक्के देने लगा।

मैंने तो ऐसे कभी सुनीता को चोदा ही नहीं था और यह बंदा बड़ी मस्ती से चोद रहा है। थोड़ी देर बाद उसने उसको घोड़ी बनाकर पीछे से चोदा और आखिर में सीधे लिटा कर उस पर चढ़ कर चोदने लगा। जैसे ही उसका पानी छूटा तो झट से सुनीता ने उसको अपनी टांगों से लपेट लिया।

वो दोबारा लौड़े को तैयार कर रहा था।

इतने में मौसी बोली- चलो बन गई तेरी बीवी रंडी ! क्योंकि पराए मर्द का लौड़ा लेना सीख लिया, अब इसे कुछ नहीं सिखाना पड़ेगा। अब तू भी भड़वाई सीख ले अब्दुल से ! मास्टर है एकदम ! राजू चल अब नीचे चलते हैं।मौसी ने मेरे कमर में हाथ डाल कर मुझे नीचे ले गई, वहाँ नए कस्टमर आकर बैठे थे।

मौसी- आओ आओ ! बैठो, थोड़ी देर अभी आती होंगी ग्राहक निपटा कर। क्या तुम्हें ये रीना और नीला नहीं चलेगी?

पहला ग्राहक- मौसी, हमें जूली चाहिए।

मौसी- नहीं रे ! वो बीमार है और डोक्टर के पास गई है। नीला के साथ बैठ जा ना?

पहला ग्राहक- मौसी, वो बहुत अकड़ कर बात करती है !

मौसी- नीला, यहाँ आ ! क्या री? तू इनको अकड़ दिखाती है? देख साली, नई आई हुई सीमा झट से ग्राहक को लेती है।

दूसरा ग्राहक- मौसी हमें भी तो दिखाओ।

मौसी- 5000 रु. है तेरे पास? आज अगर चोदना है तो इतने देने होंगे क्योंकि अभी उसका पहला कस्टमर बैठा है।

दूसरा ग्राहक- मौसी, पहले देखने तो दो।

इतने में सुनीता उस कस्टमर के साथ बाहर आ गई।

युवक- मौसी बहुत दिनों बाद इतना मज़ा आया। पैसे वसूल ! कल फ़िर आऊँगा।

मौसी- यह सिर्फ 4 दिन यहाँ है ! आ जाना उसके पहले !

युवक- क्यों मौसी, यह यहाँ नहीं रहेगी?

मौसी- नहीं रे ! यह तो मेहेमान है मेरी ! उसका धंधा तो कलकत्ता, मुंबई और लखनऊ में चलता है। यह तो मेरे कहने पर धंधे पर बैठी !

मौसी ने झूठ बोलकर बाजी सम्हाली।

पहला ग्राहक- मौसी, मैं इसके लिए 3000 दूंगा ! बोलो है मंजूर?

मौसी ने सीमा को आँख मारी और- क्या री? सीमा चलेगा?

सुनीता- अरे भड़वे, नई फसल चखनी है तो और 5000 रु. ढीले कर ना?

मैं तो उसके मुंह से ऐसी रंडी वाली भाषा सुनकर दंग रह गया। साली पूरी रंडी ही बन चुकी थी। बड़े बेफिक्र होकर पैंट से सिगरेट निकाली और जला कर कश लेने लगी। उसके सामने धुंआ फेंका और उसके शर्ट को पकड़ा।

सुनीता- चलता है क्या? नहीं तो भाग यहाँ से..

वो उठकर चला गया। मौसी थोड़ी गुस्सा होने ही वाली थी कि :

दूसरा ग्राहक- मैं देता हूँ ! चल ! मगर तीन घंटे बैठूंगा और पूरा मज़ा लूँगा।

सुनीता- आ जा मेरे राजा ! बजा दे मेरे भोसड़े का बाजा।

सुनीता ने उसकी बाहों में बांह डाल दी और चल पड़ी चुदवाने।

मौसी- साली बड़ी तेज है ! 4 दिन में 20000 रु. कमा लेगी।

पढ़ते रहिए ! कहानी जारी रहेगी !
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2003