Tag: रोमांस

एक और अहिल्या-2

अभी मैं फ़्लोरिस्ट को जय-मालाएँ लेकर पैसे दे ही रहा था कि ब्यूटी-पार्लर से वसुंधरा का मैसेज आ गया. मैं लगभग उड़ता हुआ ब्यूटी-पार्लर पहुंचा. वहां पहुँच कर जैसे ही मैंने एक बार हॉर्न बजाया, तत्काल वसुंधरा ब्यूटी-पार्लर से बाहर निकल आयी. मैंने वसुंधरा की ओर देखा. हे भगवान! ये मैं क्या देख रहा था? […]

एक और अहिल्या-6

जैसे ही पोर्च में कार घुसी, सामने सीढ़ियों पर वसुन्धरा खड़ी थी. एक पल को तो मेरे दिल की धड़कन जैसे थम सी ही गयी. दुल्हन के जैसी सजी हुयी तो नहीं लेकिन पहले के जैसी किसी बोरिंग और सड़ियल नन के रूप में भी नहीं थी. पिछले साल की बनिस्पत वसुन्धरा ने कोई छह-सात […]

एक और अहिल्या-8

मैं बड़े धर्म-संकट में था. ऐसा होने के बाद मैं क्या ‘मैं’ रह पाऊँगा? लेकिन कुछ फैसला तो लेना ही था और फिर मैंने फैसला ले ही लिया. “वसुन्धरा …” “हूँ …! ” वसुन्धरा ने अर्धनिप्लित आँखों में प्रशनवाचक नज़रों से मेरी ओर देखा. “वसुन्धरा! आपकी चौदह साल की तपस्या के पुण्य आज ही उदय […]

इस हसीन रात के लिए थेंक यू

आज चार पाँच माह बाद अचानक धर्मेन्द्र जी का मेसेज … नन्दिनी मस्त हो गई. वह ड्रेसिंग टेबल के सामने गई, दर्पण में खुद को देखा। बाल खोल रखे थे, उन्हें एक दो बार हवा में घुमाया और ठुमका लगाया अपनी बड़ी सी गांड मटकाई और अपने आप से बोली- धन्य भाग हमारे जो आप […]

एक और अहिल्या-9

मैंने वसुन्धरा के पांव देखे. सुडौल और गोरे, लम्बी समान अनुपात में पतली गोरी उंगलियाँ … मैंने बहुत प्यार से वसुन्धरा के पैरों पर हाथ फेरा एक सिहरन की लहर मेरे और वसुन्धरा दोनों के जिस्मों में से गुज़र गयी. मैंने झुक कर वसुन्धरा के बाएं पैर के अंगूठे और उंगली के बीच में एक […]

पाठिका संग मिलन-1

मेरी कहानी विदुषी की विनिमय लीला पढ़कर वह मेरे सम्पर्क में आई थी। कहानी का पहला भाग प्रकाशित होने पर उसका पहला मेल आया था। उस मेल को मैं यथावत् यहाँ देने का लोभ नहीं छोड़ पा रहा हूँ: Hi Liladhar, First of all accept my hearty congratulation of writing the supereb story in very […]

खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ-1

उसके बाद मैंने अपनी बीवियों और सालियों को गुलाबो के साथ अपनी पहली चुदाई की कहानी सुनाई और रात को दिलिया के साथ सुहागरात मनाई. वहां हुई झूले पर घमासान चुदाई के बाद मेरे लंड का बुरा हाल हो गया. उस पर नील पड़ गए और सूजा हुआ लंड बस खड़ा रहा. डॉक्टर को दिखाया […]

ऑफिस की दोस्त की कुंवारी चूत का पहला भोग

अब जब अदिति फिर से मेरे शहर आने वाली थी तो मैंने सोचा कि उसको इस बार अपने मन की बात बता दूंगा. अब तो हमारे शहर भी अलग हो गये हैं. अगर कुछ गड़बड़ हुई तो कोई परेशानी भी नहीं होगी. मैं जिस फ्लैट में रहता था उसमें मेरे बड़े भाई-साहब और छोटी बहन […]

स्कूल का प्यार कई साल बाद मिला

हम लोग उस समय नए नए जवान हो रहे थे, इसलिए सेक्स के प्रति हमारा आकर्षण अपनी ऊंचाईयों पर था. मैं हमेशा अनामिका को चोदने के लिए सोचता रहता था. मैं ठरकी तो था ही इसलिए सोनिया या अनामिका की चुत चुदाई के बारे में भी सोचकर मुठ मार लिया करता था. चूंकि ग्रामीण परिवेश […]

अम्मी को चुदवाकर उनका अकेलापन दूर किया-2

इसके बाद खाना खत्म हुआ और फिर रात 10 बजे अंकल अपने घर चले गए, अब मैं और अम्मी टीवी देखने लगे थे. अम्मी ने मुझसे कहा- परवेज तो बहुत अच्छे इंसान हैं बेटा. मैंने कहा- हां अम्मी … अंकल तो मेरी बहुत हेल्प करते हैं. हम दोनों तो दोस्तों जैसे हैं. अम्मी ने कहा- […]