Tag: बेस्ट लोकप्रिय कहानियाँ

दोस्त की सौतेली माँ-1

संजय आया तो बड़ा परेशान सा नजर आ रहा था। मैंने वजह पूछी तो पहले तो वो टाल गया पर फिर अचानक रोने लगा तो मुझे बड़ा अजीब सा लगा। मैंने एक पेग बना कर उसको दिया तो वो बिना पानी डाले ही गटक गया और जोर जोर से खाँसने लगा। मामला कुछ संगीन लग […]

जंगल सेक्स: कामुकता की इन्तेहा-12

उसकी यह बात सुनकर मुझे बहुत गुस्सा आया। मेरी फुद्दी रिसने लगी थी और ऊपर से पूरी ठंड थी। अपने ऊपर काबू न होता हुआ देख मैंने ढिल्लों से कहा- अच्छा फिर वाइब्रेटर तो बंद कर दे भेन चो… गांड में तबाही मचा रखी है, ऊपर से पी भी काफी ली है मैंने! ढिल्लों फिर […]

कामवासना पीड़िता के जीवन में बहार-1

मैं रूपा एक मध्यमवर्गीय घर से हूँ। बचपन से ही घर का माहौल काफी घुटा सा रहा। तो जी तो बहुत चाहता था मगर पापा और भाई लोगों के डर की वजह से मैं कभी भी किसी भी लड़के से दोस्ती नहीं कर पाई। इसकी दूसरी वजह यह भी थी कि मैं बचपन से गोल […]

कामवासना पीड़िता के जीवन में बहार-2

मुझे देख कर ट्रेनर उठा और मैं उसके साथ एक्सरसाइज़ एरिया में आ गई। उसके बाद ट्रेनर ने मुझे कुछ हल्की एक्सरसाइज़ दी, मैं करती गई। ये करने में आसान थी, मगर इन सब एक्सरसाइज़ ने मेरा खूब पसीना निकाला। उस दिन मुझे सच में खुद का जिस्म बहुत हल्का लगा। कुछ दिन ऐसे ही […]

रसूल की रखैल-2

मैं नीचे बैठा था तो उसकी फुद्दी पूरी तरह से मेरे मुंह पास थी। मैंने पीछे उसकी गांड के छेद पर फीता रखा तो उसके मुंह से ‘सी ईई …’ निकली। मैंने जब फीता खींच कर उसकी फुद्दी की दरार से थोड़ा सा ऊपर को रखा तो अपने हाथ के एक अंगूठे से मैंने उसकी […]

एक खूबसूरत रिश्ता

मैं आपको उस औरत के बारे में बता दूँ … उसकी हाइट करीब पांच फ़ीट आठ इंच होगी, रंग एकदम गोरा और शरीर ऐसा जैसे किसी सांचे में ढाला गया हो। पतली कमर लम्बी गर्दन. पूछने पर उसने बताया कि वो वहीं फैक्ट्री में जॉब करती थी जो मेरी फैक्ट्री के बिल्कुल पीछे थी. मैंने […]

अतृप्त वासना का भंवर-4

मैं उसकी कमर को पकड़ कड़े शब्दों में बोल पड़ी- अभी नहीं … पर अब बहुत देर हो चुकी थी, मेरे पूरे जोर के आगे भी वो नहीं रुका बल्कि 5-10 धक्के पूरी ताकत से मार अपनी थैली खाली करके मेरे ऊपर गिर गया. उसने अपना सारा वीर्य मेरी योनि के भीतर छोड़ दिया था, […]

हवसनामा: मेरी चुदती बहन-1

दरअसल हमारा मुख्य घर शहर से तीस किलोमीटर गांव में था लेकिन अब्बू की टेलरिंग की दुकान शहर में थी तो हम किराये के मकान में यहीं रहते थे। इसी सिलसिले में हमें पिछला मकान खाली करना पड़ा था और नये मुहल्ले में शिफ्ट होना पड़ा था। यूँ तो हम चार भाई बहन थे लेकिन […]

काम पिपासु को मिली काम ज्वाला-1

अब मैं नए नए लोगों के घरों में जाता, उनके प्रोग्राम करने, उनके घर में उनकी औरतों और लड़कियों से भी मिलता। बहुत सी मेरे पाँव भी छू लेती, और जब वो मेरे सामने झुकती, किसी के ब्लाउज़ में से उसके गोरे गोरे मोटे स्तन दिखते, किसी की साड़ी का ब्लाउज़ बैकलेस होता तो भरी […]

काम पिपासु को मिली काम ज्वाला-2

यही सोच कर मेरी हिम्मत और बढ़ी, तो मैं दोबारा फिर से उसको अपनी और खींचा, और उसका चेहरा पकड़ने की कोशिश की, उसने चेहरा नहीं घुमाया तो मैंने उसको अपनी बांहों में कस लिया। चाहे मैंने उसे एक तरफ से अपनी बाहों में लिया था, मगर सीधी हूई और मेरी तरफ घूम कर मेरे […]