Tag: देसी गर्ल

जीजा ने मुझे रंडी बना दिया-1

शुक्ला अंकल की बेटी शिल्पा को मैं दीदी कह कर बुलाती थी. शिल्पा दीदी का घर मेरे घर से कुछ ही दूरी पर है. अब आप ये सोच रहे होंगे कि शिल्पा दीदी की शादी से मुझे क्या फायदा होने वाला था. दरअसल शिल्पा दीदी की शादी जिस गांव में हो रही थी वो मेरे […]

एक ही बाग़ के फूल-6

कुछ देर बाद मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और फिर से अपने लंड पर वेसलीन लगाई और उसकी चूत पे लंड रख के धक्का दे दिया। दो ही धक्कों में मेरा गर्म लंड सरसराता हुआ छाया की चूत के अंदर चला गया। फिर मैं अपने लंड को छाया की चूत में अंदर बाहर करने […]

गीत मेरे होंठों पर-1

तो दोस्तो, इस कहानी की नींव तब पड़ी जब मेरी कहानी गलतफहमी का प्रकाशन अंतर्वासना पर होना शुरू हुआ था। उस कहानी को पढ़कर बहुत से लोगों ने मुझे मेल किया और कहानी के साथ ही मेरे लेखन कला की जमकर तारीफ की. लेकिन ऐसे मैसेज रोज ही और बहुतों के आने लगे, मैं ऐसे […]

एक थी वसुंधरा-2

तत्काल वसुंधरा का हाथ मेरे हाथ पर कस गया. वसुंधरा की आँखें अभी तक बंद थी और खुद वसुंधरा अभी तक अपने अवचेतन मन के प्रभाव में थी. मैंने गौर से वसुंधरा के चेहरे की ओर देखा. वसुंधरा के नाक़ में लौंग की हीरे की कणि रह-रह कर चमक बिखेर रही थी. नाक में मौज़ूद […]

एक थी वसुंधरा-1

बहुत सारे लोग … जिन में मैं भी शामिल हूँ, अपने-अपने व्यक्तित्व के ग्रे शेड को अभिभूत करने इस साइट पर आते-जाते रहते हैं. अच्छा ही है. यह साइट समाज में प्रैशरकुकर में सेफ्टी-वॉल्व जैसा कार्य अंजाम देती है. किसी और की लिखी काम-कथा को पढ़ कर पाठक अपने उन गुप्त अहसासों को जी लिया […]

एक थी वसुंधरा-3

तो माज़रा क्या था … वसुंधरा के पहने हुए अंडर-गारमेंट्स थे कहाँ? मैंने इधर-उधर देखा तो परे कोने में पड़ी वॉशिंग-मशीन दिखी. जैसे ही मैंने वॉशिंग-मशीन का हुड उठाया, मेरे चेहरे पर एक मुस्कान आ गयी. मेरा अंदाज़ा ठीक था. अंदर वसुंधरा की दो-तीन ड्रेसेस के साथ-साथ साटन के दो नाईट-सूट और उन के नीचे […]

एक थी वसुंधरा-4

“सोच समझ कर ही किया सब कुछ … राज! सारी दुनिया ने मुझ पर सितम ही ढाये पर आप तो मेरे अपने हो … हो न राज??” प्रेयसी वसुंधरा की आवाज़ वापिस मुलायम हो उठी और आँखों से मोती गिरने लगे. “क्यों … कोई शक़ है?” मैंने बात ख़त्म करने की ग़रज़ से लिफाफा बंद […]

सुन्दर जवान लड़की की कुंवारी चूत-1

उन्होंने मुझसे एक निवेदन भी किया है कि मैं अपनी सुहागरात की कहानी पोस्ट करूँ जो मैं जल्द ही लिखूंगी। तो पढ़ते हैं उनकी कहानी। दोस्तो, मेरा नाम अनिल है मेरी उम्र 47 वर्ष की है। शरीर से हट्टा कट्टा हूँ क्योंकि मैं एक रिटायर्ड फौजी हूँ. शुरू से ही मेरा शरीर हृष्ट पुष्ट था. […]

नर्स से रोमांस और सेक्स की कहानी-2

फिर उसने कहा- चलो खाना खाते हैं. मैं घर से आपके लिए खाना बना कर लाई हूँ. मैं खुश हो गया. हम दोनों ने एक साथ खाना खाया. उसने मुझे खिलाया, मैंने उसको खिलाया. वो पूरे रोमांटिक मूड में आ गई थी. उसकी आंखों से प्यार झलक रहा था. उसका बदन मेरे बदन से मिलने […]

अंकल के लंड को मिली कुंवारी चुत-5

जो उत्तेजना मेरे अन्दर भरना शुरू हुई थी … वो भी कुछ शांत हो गई थी. मेरा लंड अभी भी चूत में था. मीता- अब निकाल लो न अंकल! मैं- मेरी गुड़िया अभी कैसे निकाल लूं … अभी तो मज़ा आना शुरू हुआ है. मीता- हाई दइया … अभी और करोगे मेरी तो दुखने लगी […]