Tag: देसी कहानी

लागी लंड की लगन, मैं चुदी सभी के संग-30

फिर हम लोग मेरे बॉस के घर के अन्दर गये अपने सामान फेंके और चारों ने जल्दी जल्दी अपने कपड़े उतारे कि तभी रितेश की नजर हमारे पैरों पर गई, वो तुरन्त बोल उठा- तुम लोग पूरे दो दिन तक हाई हील सैन्डल ही पहनकर रहोगी। अभी हम लोगों को पहुंचे पंद्रह मिनट ही हुए […]

गर्लफ्रेंड की अदला बदली करके चुदाई की तमन्ना-1

हम लोगों ने सैटरडे इवनिंग का प्रोग्राम बनाया क्योंकि हम दोनों के ही घर वाले बाहर गए हुए थे और सैटरडे को डिस्को में भीड़ भी अच्छी रहती है. सैटरडे को मैं उसे लेने पहुंचा तो उसने ओवरकोट डाला हुआ हुआ था. मैंने हैरत से कहा- ऐसे जाओगी तो तो कोई देखेगा भी नहीं. तो […]

रैगिंग ने रंडी बना दिया-91

गुलशन जी ने सुमन को समझाया कि वो नहीं पी सकती, उसको नहीं जमेगी मगर वो नहीं मानी तो गुलशन जी ने रात का कहकर उसको टाल दिया क्योंकि वो नहीं चाहते थे कि सुमन बियर पिए. हेमा के जाने से दोनों बाप-बेटी बहुत रिलेक्स फील कर रहे थे. सुमन ने नाइटी पहनी हुई थी […]

कमसिन बेटी की महकती जवानी-1

अब बाकी के मर्दों की नज़र पद्मिनी की जवानी पर पड़ने लगी और सब मर्द उसके साथ सोने की इच्छा करने लगे. धीरे धीरे कानों कानों होते हुए यह बात पद्मिनी के पिता तक पहुंची. एक रात उसने पद्मिनी को अपने पास प्यार से पूछने के लिए बुलाया. अब चूंकि पिता ने खुद सुना था […]

मेरे अब्बू और भाई से चुदाई की कहानी मेरी जुबानी

अब मैंने अपनी नाइटी उतारी और पूरी तरह से नंगी हो गई. और उनके लंड को अपने दांतों से इतने जोर से काटा कि वो जोर से आह करते ही उठ बैठे और मुझे देखते ही बोले- मेरे रानी बेटी को आज मेरी याद कैसे आ गई? पूरी कहानी सुन कर मजा लीजिये. अन्तर्वासना ऑडियो […]

कमसिन बेटी की महकती जवानी-3

मगर इस सुबह को जब पद्मिनी की आखें खुली तो देखा कि बापू उसको उठाने के लिए नहीं आया था और रात की गुज़री हुई सेक्स की लज्जत को सोचकर बापू से आँख मिलाने को शरमा रही थी. वो मन ही मन सोच रही थी कि कहीं बापू भी शायद उससे इसी लिए आँख नहीं […]

लागी छूटे ना चुदाई की लगन-1

मां, मेरे लिए माई, दो घर दाई का काम करती थीं. उन्हीं के पैसे से घर चलता था. ऐसा कोई दिन नहीं बीतता था, जब बाबू माई से झगड़ा न करते. जिसके चलते मैं पढ़ नहीं पाती थी. कभी कभी तो बाबू अपने होटल से ही खाकर आ जाया करते और धड़ाम से चौकी पर […]

चाँदनी को कली से फूल बनाया

उसने मुझे देखते ही अपने होंठों पर उंगली रख कर चुप रहने का इशारा किया. मैंने शरारत में परदा इतना हटाया कि वो मुझे अंदर अच्छी तरह देख सके.. और मैं अपने डबल बेड में फिर लेट गया… वहाँ से चाँदनी खिड़की में खड़ी साफ दिख रही थी, उसकी फ्रॉक घुटने के ऊपर तक की […]

मेरा पहला साण्ड

वो लड़की शहर की ही थी और माँ-बाप की टोका-टाकी से तंग होकर हॉस्टल आई थी। वो एक खुले और आजाद विचारों वाली लड़की थी। शुरू में तो हम दोनों की नहीं बनी क्योंकि हम दोनों के विचार नहीं मिलते थे लेकिन हम दोनों ने धीरे-धीरे एक-दूसरे को समझना शुरू किया तो हम दोनों अच्छी […]

वासना का पुजारी

बात उन दिनों की है जब हमें कॉलेज में असाइनमेंट मिला था करने को और मैंने सबसे पहले यह काम कर लिया था। एक दिन। अचानक एकता मेरे पास आई और पूछा- तुमने असाइनमेंट का काम पूरा कर लिया है क्या? तो मैंने कहा- हाँ, मेरा तो कब का हो गया है, मैं आज जमा […]