अब आगे.. अब मैं रोजाना जॉब की कहकर इंदौर जाकर भाभी की चुदाई करने लगा. लेकिन जब 15 से 20 दिन की चुदाई के बाद जब जॉब का सीन आया तो सोचने लगा कि अब मैं क्या करूंगा … क्योंकि महीना खत्म होने वाला था और जॉब कुछ किया ही नहीं था. वेतन नहीं मिला […]
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मेरी बहन और जीजू की अदला-बदली की फैंटेसी-17
अब आगे.. दीदी- हमारा प्लान काम आ गया. मैं- चित्रा.. वैसे तुम भी ब्लो जॉब करते हुए अच्छी लगती हो. दीदी- इसके लिए रात का इन्तजार करना पड़ेगा. अविनाश- आलिया मेरे लंड का माल आने वाला है. आलिया- इन्तजार करो जान.. वरना हम दोनों के कपड़े खराब हो जाएंगे. आलिया ने जल्दी से टिश्यू पेपर […]
नर्स से रोमांस और सेक्स की कहानी-2
फिर उसने कहा- चलो खाना खाते हैं. मैं घर से आपके लिए खाना बना कर लाई हूँ. मैं खुश हो गया. हम दोनों ने एक साथ खाना खाया. उसने मुझे खिलाया, मैंने उसको खिलाया. वो पूरे रोमांटिक मूड में आ गई थी. उसकी आंखों से प्यार झलक रहा था. उसका बदन मेरे बदन से मिलने […]
रिश्तेदार की लड़की को प्यार में फंसा कर चोदा-2
उसके दूध मेरे दबाने से लाल हो रहे थे। फिर मैंने उसे लिटा दिया और उसके ऊपर आकर उसकी आंखो में देख कर बोला- दिल बहुत चाह रहा है जान। तो वो मेरे कंधे थाम कर होंठ चबा कर मचली- बहुत हो गया, आ जाओ ना अब। मैं जैसे ही उसके उपर लेटा तो मेरा […]
सहेली के साथ पहला लेस्बियन अनुभव
करीब आधे घंटे के बाद अचानक मेरी आंख खुली। मैंने देखा साक्षी मेरे पास सो रही थी। पर इतनी पास?? उफ़!! उसका चेहरा मेरे चेहरे से मुश्किल से एक या दो इंच दूर होगा। पता नहीं क्यूँ पर एक अजीब सी सिहरन से मेरी सांसें भारी हो गई। उसके गुलाबी होंठ मेरे होंठों से सिर्फ़ […]
सहेली के साथ एक नया समलिंगी अनुभव
साक्षी ने मेरे होंठों को चूस चूस कर लाल कर दिया था, मेरे सारे कपड़े उतार देने के बाद तो ख़ुद भी बिना कपड़ों में मेरे साथ लेटी थी। अचानक उस ने मुझे कहा- मैं तेरे बदन पर अपना पेशाब करना चाहती हूँ! मुझे कुछ अजीब लगा पर मैं इस अनुभव को भी परख लेना […]
पहला सेक्स अनुभव वो भी लेस्बो
मैं शुरू से ही शर्मीली और शांत स्वाभाव की रही हूँ और अभी तक मैंने यौन सम्बन्ध के बारे में पढ़ा और सुना ही था, पर कभी करने की कोशिश नहीं की थी। मेरे घर में मैं और मेरी माँ रहते हैं, पिताजी का स्वर्गवास हो चुका है और मैंने इसी लिए अब तक शादी […]
ट्रेन में बनी सहेली के साथ लेस्बियन सेक्स
एक बार मैं रेलगाड़ी से अपने पति के पास असम जा रही थी, मेरा रिजर्वेशन राजधानी एक्सप्रेस में लखनऊ से 5.30 बजे शाम को फस्ट क्लास एसी में डी लोअर बर्थ में था और अपर बर्थ अभी खाली थी. मैंने अपने केबिन का गेट बन्द कर लिया. करीब 10 मिनट बाद ट्रेन गुवाहाटी के लिये […]
फैमिली सेक्स: घर की लाड़ली-10
शीतल- क्या? मयूरी- हां माँ.. कभी-कभी तो मन करता है की किसी से भी जाकर सेक्स कर लूँ. शीतल समझाते हुए- अच्छा…? पर इसमें घबराने या शरमाने की कोई बात नहीं है बेटा… ये सब बिल्कुल सामान्य है… इस उम्र में होता है. मयूरी- पर मैं ये सब नहीं करना चाहती माँ… क्योंकि इससे मेरी […]
वासना के पंख-8
काफी देर तक करवटें बदलने के बाद अचानक वो उठ गई और बेचैनी से कमरे में इधर उधर घूमने लगी। फिर ना जाने उसके मन में क्या आया कि उसने दीवार के उस दर्पण को सरकाया और दूसरे कमरे में देखने लगी। मोहन की माँ दूसरी ओर करवट ले कर सो रही थी। उस खिड़की […]