Tag: गांड में उंगली

कामुकता से भरी जवान लड़की फेसबुक पर मिली

यह कहानी आज से कोई एक साल पुरानी है. मैं तब किसी काम के सिलसिले में दिल्ली में रहता था. वहां मेरी दोस्ती फेसबुक चलाते समय एक लड़की से हो गई, जिसका नाम रिया था. रिया की उम्र 22 साल थी, वो वहां हॉस्टल में रह कर स्टडी करती थी. उसका 34-28-34 का फिगर एकदम […]

भाई की कुंवारी साली की सील तोड़ी-6

तभी अंकल मेरे पीछे गांड पर अपना लन्ड रगड़ने लगे और जैसे ही मेरे पीछे उनका लन्ड छुआ, जाने कैसे मैं मदहोश सी होने लगी. उधर सामने सुरेंद्र जीजा भी अब अपनी पैंट को नीचे उतारने लगे और अपना शर्ट भी खोल दिया, वह बनियान नहीं पहने थे पैंट और अंडरवियर एक साथ उतार कर […]

कुंवारी लड़की को हिल स्टेशन लेजाकर चोदा

उसकी आवाज और बात करने का तरीका इतना प्यारा था कि उससे बात किये बिना मेरा मन ही नहीं मानता था। बातों ही बातों में हम करीबी दोस्त बन गए और उसने एक दिन मुझसे कहा कि वो मुझसे मिलना चाहती है और साथ में कहीं घूमने जाना चाहती है। वो पुणे में पढ़ाई के […]

मोटी लड़की की बेकाबू कामुकता

उसने कहा कि कल मेरे एरिया में नाइट का प्रोग्राम है, तुम कल रात 8 बजे पहुँच जाना. मैंने ओके कहा. अब आगे: उसने कहा- कल रात मेरे गांव में नाईट का प्रोग्राम है, कल रात 8 बजे पहुँच जाना! मैं अपने दोस्तों के साथ 8 बजे घर से मोटर साइकिल पर निकल गया. वहां […]

कामुकता की इन्तेहा-4

तभी ज़ोर ज़ोर से चीख़ते हुए मैं सर से पैरों तक कांप गयी और इतने ज़ोर से झड़ी कि मेरी सुधबुध ही गुम हो गयी. अब आगे: बूम … बूम … बूम! और मेरे मुंह से आवाज़ निकली- ऊंह, ऊंह, ऊंह, गूँ गूँ गूँ! उसके फ़ौलादी लंड के 10-12 घस्सों ने ही मुझे चरम तक […]

मेरी कमसिन जवानी की आग-5

वह अंकल मेरी चूत में जोर जोर से अपनी नाक रगड़ रहे थे, मेरी चूत को सूंघ रहे थे और जमकर पूरी जीभ अन्दर डाल कर उसे बहुत गन्दे तरीके से फैला फैला कर चूस और चाट रहे थे, जिससे मेरी हालत तेजी से खराब होने लगी और मेरी सांसें बहुत तेज़ तेज़ चलने लगीं. […]

नंगी आरज़ू-8

“हां तुम झांट के लौड़ो …. तो शरीफ हो न बड़े … कभी गाली ही नहीं बकते हो।” “अरे मगर … इनके सामने?” दोनों उलझन में पड़ गये। “तो क्या … वह मेरे सामने सिगरेट पी सकती है, शराब की महफिल में साथ दे सकती है तो मैं गाली क्यों नहीं दे सकता?” “सही बात […]

चालू लड़की दर्द का नाटक करके चुदी

हमारी मस्ती बस किस और सहलाने तक रह जाती थी, कभी कभार मैं उसके चूचियों को बेरहमी से दबा देता था. पर जब भी मैं उसे सेक्स के बारे में कहता, तो वो डर जाती और मना कर देती थी. जिसके कारण मैं कभी उसके साथ सेक्स नहीं कर पाया. मेरी सेक्स करने की पिपासा […]

तीन पत्ती गुलाब-27

मैंने अब गौरी के दोनों नितम्बों पर बारी-बारी से थप्पड़ लगाने शुरू कर दिए। उसके नितम्बों का रंग अब लाल नज़र आने लगा था। गौरी ने इसके लिए मना नहीं किया वह तो रोमांच में डूबी अपने नितम्बों को और जोर-जोर से आगे पीछे करने लगी थी। अब तो धक्कों के उसके गांड का गुलाबी […]

तीन पत्ती गुलाब-39

“गौरी एक बात बोलूं?” “हम्म” कहकर गौरी ने मेरी नाक को चूम लिया। “तुमने अगर वो मुहांसों की दवा नहीं ली तो ये मुहांसे फिर से हो जायेंगे.” मैंने हंसते हुए कहा। मुझे लगा गौरी जरूर ‘हट’ बोलेगी और फिर मैंने उसके नितम्बों की खाई में हाथ फिराना चालू कर दिया। “अब मुझे मुंहासों का […]