नैट चेटिंग पर चूत दर्शन -1

तभी काल रिसिविंग की टोन मेरे हेड फोन पर बजी।
जब मैंने रिसिव किया तो दूसरी तरफ से एक खनकती हुई आवाज आई- हैलो!!!
‘हैलो…’ मैंने भी जवाब दिया।
‘हैलो, मैं नलिनी बोल रही हूँ। मि शरद, अब विश्वास हो गया न कि मैं एक लड़की ही हूँ।’
‘हाँ…’ कहकर मैंने अपना पूरा परिचय दिया और यह भी बताया कि मैं इलाहाबाद से बोल रहा हूँ।

वो बोली- मैं लखनऊँ से बोल रही हूँ।
फिर वो बोली कि अभी जो लास्ट मैसेज जो आप ने पेस्ट किया था। शायद गलती से आपने बुरा की जगह बुर लिख दिया??
मैं उसके मुँह से यह शब्द सुनकर उत्साहित हुआ कि किसी लड़की के मुँह से पहली बार परिचय में वो शब्द बोल रही थी जिसका यूज लड़के लोग ही किया करते थे।

मैंने भी झूठ नहीं बोला और उससे बोला- मैं देखना चाहता था कि तुम लड़की हो या लड़का। इसलिये मैंने जानबूझ कर बुर शब्द लिखा।
‘लेकिन इससे तुम कैसे समझ सकते हो कि अगला लड़का होगा या लड़की?’

मैंने कहा कि अगर लड़का होता तो वो उसी के साथ मजे लेकर बात करता और लड़की होती तो मैसेज बाक्स बन्द कर देती।
‘लेकिन मैंने तो तुम्हें काल कर दिया।’
‘आपने काल किया है, न कि बात को जारी रखा है।’
‘यदि मैं बात जारी रखती तो?’
‘तो मैं यही समझता कि तुम कोई लड़के हो, और मुझे चूतिया बना रहे हो।’
‘चलो ठीक है, अब मैं हेड फोन बन्द करती हूँ।’ कहकर उसने हेडफ़ोन को डिसक्नेक्ट कर दिया और चेट मैसेज बाक्स भी बन्द कर दिया।

मुझे लगा कि लड़की नराज हो गई है। मैं अपने आपको कोस रहा था और गुस्से में मैंने अपना मैसेन्जर को बन्द कर दिया।
चूँकि मुझे इस समय याहू मैसेन्जर का इतना चस्का चढ़ चुका था कि बर्दाश्त नहीं हुआ और मैसेन्जर को एक बार फिर चालू कर दिया। देखा तो कई मैसेज नलिनी के पड़े हुए थे और उन मैसेजों में हैलो लिखा हुआ था।

जैसे ही मेरा मैसेन्जर चालू हुआ, नलिनी का फिर मैसेज आया और उसमें लिखा था- अगर बात नहीं करना चाहते हो तो ठीक है, फिर आफ लाइन होने जा रही हूँ।
मैंने तुरन्त ही रिप्लाई किया- ऐसी कोई बात नहीं है। मैं तो बात करना चहाता था लेकिन आप कि तरफ से कोई रिप्लाई नहीं आया तो मुझे लगा कि आप नाराज हो गई हो। इसलिये मुझे अपनी गलती पर गुस्सा आ रहा था। इसलिये मैंने मैसेन्जर बंद कर दिया था।

‘तो फिर अब क्यों आन लाइन आये हो?’
‘क्योंकि यह तो रोज की घटना है। इसलिये जब गुस्सा शांत हुआ तो फिर आन लाइन हो गया। वैसे आप लखनऊँ में कहाँ रहती हो?’ मैंने बात घुमाने के लिये बोला।
तो उसने अपना पूरा ऐडरेस बताया और मैंने उसको अपना ऐडरेस बताया।
फिर करीब एक घंटे तक इधर उधर की बाते चली लेकिन मैं इस बार पूरी सतर्कता से बात कर रहा था।

तभी उसका मैसेज आया (दोस्तोम ये जितनी बातें हो रही हैं, वो चैट के माध्यम से हो रही हैं लेकिन मैं मैसेज आया के स्थान पर उसने बोला या वो बोली आदि शब्द का प्रयोग करूँगा) कि आपसे बात करके बड़ा अच्छा लगा।
‘पर एक बात मैं भी पूछना चाहती हूँ तो जो उत्तर दीजियेगा, उसको सीधे-सीधे दीजियेगा।’
मैंने कहा- पूछिये?
उसने सीधे ही पूछा- सभी लोग लड़कियों से उसके शरीर के अंगों के नाम या उससे सेक्स की ही बात क्यों करना चाहते हैं?
‘देखिये, यह वर्चुअल दुनिया है और लोग इन बातों को करके अपने मन की शांति और आनन्द को प्राप्त करना चाहते हैं।’
‘और आप?’
‘मैं उनसे अलग नहीं हूँ। मैं भी आनन्द के लिये यहाँ हूँ और मुझे जहाँ तक लगता है कि जितनी लड़कियाँ नेट का प्रयोग करती हैं उनमें से अधिकतर अपनी सन्तुष्टि और सेक्स का आनन्द लेने के लिये ही करती हैं। हाँ भले ही वो नखरे करे कि लड़के लड़िकयों के प्रति बुरे ख्याल रखते हैं।’
‘यह आप कैसे कह सकते है?’
‘क्योंकि वो यह कहती है कि मैं लेसबियन हूँ। लेसबियन का मतलब क्या है कि वो वही आनन्द लड़िकयों से बात करके लेती हैं।’

‘अच्छा यह बताइये कि आप हम सेक्स के अलावा बात कर सकते हैं?
मैंने कहा- हाँ, अगर आप बोर न हों तो।
‘नहीं बोर नहीं हूंगी।’
‘ठीक है…’

मैंने कहा- आप क्या करती हैं?
‘मैं घर में ही रहती हूँ।’
‘और घर में आपके कौन-कौन है।’
‘मैं इस समय अकेली हूँ, मेरे हसबैण्ड ने मुझे छोड़ दिया है और कुछ ही समय में तलाक भी होने वाला है।’
कोई जॉब क्यों नहीं करती?’
‘करती हूँ, जॉब तो करती हूँ लेकिन उसके बाद अकेली होने के कारण बोर होती हूँ।’

थोड़ी देर बात चलती रही और इसी तरह एक महीना निकल गया।

एक दिन वो आन लाइन हुई और दो मिनट बाद वो बोली- अब बन्द कर रही हूँ, कल खोलूँगी।
मैंने जवाब दिया- अरे अभी मैंने देखा ही कहाँ है जो आप बन्द कर रही हो? और कल का क्या भरोसा, आप भूल जाओ?
‘मतलब?’
मैंने कहा- अभी आप बोल रही थी कि मैं बोर नहीं हूँगी लेकिन लग रहा है कि आप बोर हो रही हो। एक बात पूछता हूँ जवाब दीजियेगा, अगर बुरा लगेगा तो फिर बात नहीं कीजियेगा।
‘ठीक है।’

‘क्या आप वास्तव में नेट चैटिंग में आप सिर्फ़ बात करने आई हैं, या फिर कुछ आप चाहती है, लेकिन कह नहीं पा रही हैं?’
‘जी, मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि कैसे बात करूँ?’

‘कोई बात नहीं, मैं शुरू कर देता हूँ, क्योंकि इन मामलों में मर्द ही बदनाम होता है। आपका तलाक क्यों हो रहा है और क्या यह दोनों की सहमति से है?
‘दोनों की सहमति से ही है।’
ऐसा क्या कारण था कि आपका तलाक हो रहा है?’
‘उनको काम से फुरसत नहीं थी, आते थे और थके होने के कारण सो जाते थे। और हम लोगों के बीच झगड़ा बहुत होने लगा था तो हम दोनों ही सहमति से अलग हो रहे हैं।

‘इसका सीधा सा मतलब यह होता है कि आपको एल का मजा नहीं मिल रहा है?’
‘आप यह कह सकते हैं।’
‘क्या वो जल्दी झर भी जाते थे?’
‘हाँ।’
‘अच्छा एक बात बताईये, कि जब आप लोग सेक्स करते थे, तो शुरूआत कैसे होती थी?’
‘बस हम दोनों के बीच यह पाँच मिनट का काम होता था।’
‘इसका मतलब मैं यह निकालूँ कि आप दोनों पूर्ण नंगे नहीं होते थे। या यह कहूँ कि वो आते थे, आपकी चड्डी उतारते थे अपना लण्ड आपकी बुर में डालते थे और धक्का मार कर फुर्सत हो जाते थे।’
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‘हाँ, ऐसा ही कुछ है।’
‘कोई फोर प्ले नहीं?’
‘नहीं।’
‘अब आप बताइये कि आप मुझसे क्या चाहती हैं?’
‘मैं कुछ नहीं चाहती हूँ!’
‘कुछ नहीं चाहती? पक्का ना? ओ के!’

फिर नलिनी बोली- आपके घर में कौन-कौन है?
मैंने कहा- सभी लोग।
‘सभी लोग का मतलब?’
‘सभी लोग का मतलब यह है कि मैं, मेरे फादर, वाईफ और एक बेटा।’
‘आप लोगों का जीवन कैसा चल रहा है?’
‘अच्छा चल रहा है।’

दोस्तो, जिस विषय पर वो मुझसे बात करना चाह रही थी, मैं उसे बचा रहा था, क्योंकि मैं चाहता था कि अबकी बार वो शुरूआत करे।
एक रात मेरे घर में कोई नहीं था तो मैं टाईम पास करने के लिये नेट खोल कर चैटिंग कर रहा था, तभी नलिनी का वीडियो को एक्सेप्ट करने के लिये आया।
जैसे मैंने एक्सेप्ट किया तो सामने हाथ जोड़े एक बला की खूबसूरत महिला बैठी थी और मैसेज लिख कर आया- नमस्ते!
मैंने भी जवाब दिया।

फिर लिख कर आया- मैं आपको कैसी लग रही हूँ?
चूँकि मुझे विश्वास था कि कोई फेक वीडियो होगा, इसलिये मैंने कहा- अगर ओरिजनल है तो बला की खूबसूरत और इस खूबसूरत को कोई छोड़े तो बहूत बड़ा मूर्ख होगा और अगर फेक है तो बला की बदसूरत।
‘नहीं, यह मेरा ओरिजनल है।’
‘कैसे मैं मान लूँ?’
‘ठीक है, जो आप कहेंगे वो मैं करूँगी, तब तो आप मानेंगे?’
‘ठीक है, सोच लीजिये, मैं कुछ भी कह सकता हूँ।’
‘आप को विश्वास दिलाने के लिये मैं कुछ भी कर सकती हूँ। ज्यादा से ज्यादा आप मेरे कपड़े उतारने के लिये कहोगे।’
‘नहीं, मैं कपड़े उतारने के लिये नहीं कहूँगा वो खुद बा खुद उतर जायेंगे?’
तो बोलिये क्या करना है?’
मैंने कहा- बिना कुछ पूछे आप अपने बिस्तर पर जाकर सर के बल खड़ी हो जायें।’

उसने तुरन्त वैसा ही किया, जैसे ही वो सर के बल खड़ी हुई उसकी पूरी साड़ी नीचे हो गई और गुलाबी रंग की पैन्टी, उसके गोरे नितम्ब को और सेक्सी बना रही थी।
जैसे ही उसकी साड़ी नीचे हुई वो समझ गई और तुरन्त ही सीधी होकर कम्प्यूटर के पास आई और बोली- जो देखना चाहते थे, वो देख लिया ना?
‘पहले तो तुम बहुत खूबसूरत हो, तुम तो जन्न्त की हूर हो! वो बेवकूफ था जो तुम्हारी जैसी हुस्न की देवी को छोड़ कर गया। और दूसरी बात, अभी देखा कहाँ है। अब आप मुझसे क्या उम्मीद करती हैं।?’

‘इस समय आप किससे साथ हैं?’ वो बोली।
‘कोई नहीं, बिल्कुल अकेला हूँ। अच्छा अब मैं बन्द कर रहा हूँ।’
‘क्यों? अभी तो आप आन लाईन हुए हैं, फिर इतनी जल्दी क्यों है जाने की? और घर में भी कोई नहीं है, तो कुछ देर मुझसे ही बात कर लीजिये।’
‘इस समय मेरा कोई सात्विक बात करने का मन नहीं कर रहा है, इसलिये हम लोग कल बात करेंगे।’
‘आखिर ऐसा क्या कर रहे हो जो मुझसे बात नहीं कर सकते हो?’

तभी मैं समझ गया कि यह भी गर्म है और अब यह धीरे-धीरे लाईन पर आ रही है। तो मैंने कह दिया- अपने लौड़े की मालिश कर रहा हूँ।
‘मुझे भी दिखाओ कि तुम अपने लौड़े की कैसे मालिश करते हो?’
‘मेरे पास वैब कैम नहीं है।’
ओह! अपनी पत्नी की आप लेते हो या नहीं?’
‘क्यों नहीं लेता!’
‘अच्छा, उसके साथ क्या करते हो?’
‘जी नहीं, पहले आप बताओ आप अपने पति के साथ क्या करती थी।’
‘कुछ नहीं बस हम लोग पाँच मिनट के लिये बिस्तर पर होते थे। और वो आते थे अपने कपड़े उतारते थे और मेरी पैन्टी उतारते थे और अपना लौड़ा मेरी बुर में डाल कर चोद देते थे और खलास होने पर दूसरी तरफ मुँह करके सो जाते थे।’
‘ओह!’

‘अच्छा, अब तुम बताओ।’
‘नहीं, पहले जो मैं चाहता हूँ वो पूरा करो!’
‘ठीक है!’ उधर से जवाब आया- बोलो क्या करना है?
‘मैं तुम्हारी चूत को देखना चाहता हूँ।’
क्यों बीवी की चूत नहीं देखते हो क्या?’
वो तो मैं बाद मैं बताऊँगा कि देखता हूँ या नहीं। बस तुम बोलो दिखाओगी या नहीं?’
‘ठीक है।’
कहकर उठी, साड़ी, पेटीकोट, पैन्टी उतारकर बिल्कुल कैमरे से सट कर खड़ी हो गई।

मैंने उसे थोड़ा पीछे जाने के लिये बोला।
देखा तो ऐसा लगा कि वो झांटें नहीं बनाती थी।
मैंने जब पूछा कि चूत के बाल नहीं बनाती?
तो बोली- इसके बाल कहाँ बनते हैं?
फिर उसे हाथ उठाने के लिये बोला तो वहाँ भी बाल थे।

मैंने तुरन्त ही उसे मेरा कैम एकसेप्ट करने के लिये कहा तो उसने ऐकसेप्ट किया और तुरन्त ही मैसेज आया कि तुम झूठ भी बहुत बोलते हो।
मैंने हेडफ़ोन से बात करने के लिये कहा।
मैंने तुरन्त ही अपने पूरे कपड़े उतारे और देखने के लिये बोला और उससे कहा- देखो, बाल जहाँ भी हों, साफ करने चाहिये।

जब उसकी नजर मेरे लण्ड पर गई तो बोली- बड़ा मोटा है तुम्हारा लण्ड?
‘अब मैं समझा कि तुम्हारा आदमी तुमको चोदता क्यों नहीं था?’
‘क्या मतलब?’ उधर से वो बोली।
‘मतलब साफ है, इतनी सुन्दर होने के बाद भी तुम उसे रिझा नहीं पाई। शादी के बाद तुमने उसके साथ सेक्स करते समय साथ नहीं दिया।’
‘ऐसा कुछ नहीं है!’ उधर से जवाब आया।
‘अच्छा कभी तुम उसके सामने पूरी नंगी हुई हो? या फिर तुमने उनका लण्ड चूसने का मजा लिया?’
मैं उसको बताता रहा और वो सुनती रही।
फिर मैंने उससे कहा- कल तुम्हारे चूत के बाल, बगल के बाल सब साफ हो जाने चाहिये।
तभी वो बोली- मुझे नहीं मालूम कि इसे कैसे साफ करना है।

फिर मैंने उसे वीट खरीद कर दूसरे दिन वीडियो चैट करने के लिये बोला जिसे वो मान गई।
लेकिन उसने एक प्रोपोजल दिया और बोली- कल तुम्हीं आ जाओ और मेरे साथ कल पूरा दिन बिताओ?
मैंने उसकी बात मान ली और दूसरे दिन लखनऊ की यात्रा के लिये चैटिंग बन्द करके सोने के लिये चला गया।और मन ही मन प्रसन्न हो रहा था कि इतनी सुन्दर माल को चोदने का मौका मिल रहा था।
कहानी जारी रहेगी।
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