शन्नो की मस्त फ़ुद्दी चुदाई

वहाँ उसको एक लेबर किस्म के काम करने वाले लोगों में काम करने वाली लड़की शन्नो बहुत लाइन देती थी। जब उनकी बात आगे बढ़ी.. तो पता चला कि वो एक विधवा है.. और वो मेरे दोस्त से चुदना चाहती है।

तो मेरा दोस्त मुझसे मदद के लिए मेरे पास आया ताकि मैं उसके लिए जगह का कोई इन्तजाम कर सकूँ।
मैंने उसे जगह दिलाने का भरोसा दिया.. लेकिन साथ में यह भी कहा कि इस नेक काम में.. मैं भी अपना हिस्सा लूँगा।

तो वो ‘हाँ’ करके चला गया।

अब हमने एक प्लान बनाया कि जब उसका एक राउंड खत्म होने वाला होगा.. तो मैं ऊपर से आकर दोनों की तस्वीरें खींच लूँगा.. ताकि हम उस लड़की को मेरे साथ भी चुदाई करने के लिए राज़ी कर सकें।

प्लान के मुताबिक़ तय दिन.. मैंने अपने दोस्त को एक बंद पड़े फार्म हाउस की चाबियां ला कर दे दीं। वो उस लड़की को ले कर वहाँ चला गया और उधर पहुँचते ही उसने मुझे ‘मिस-कॉल’ दी.. ताकि मैं प्लान के मुताबिक पहुँच जाऊँ।
मैं भी तय वक़्त पर उनके पहले राउंड के बीच में पहुँच गया।

वहाँ मैंने लड़की को देखा.. वो एक 24 साल की थोड़े से गहरे रंग की थी.. लेकिन उसका जिस्म कमाल का था जिस्म का कटाव 34-26-36 का था। उसके मम्मे एकदम कड़क और उसके डोडी कम से कम आधा इंच लम्बी और बिना ब्रा के उसके मम्मे एकदम सीधे और सख्त उठे हुए थे।

तब पता चला कि उसने अब तक 4 बार ही सेक्स किया है और उसको कभी बच्चा भी नहीं हुआ है।
सबसे अच्छी बात वो बहुत ही गरम थी। उस दिन मैंने और मेरे दोस्त ने उसे 4 घंटे में 7 बार चोदा।

अब कहानी पर आता हूँ.. जैसे ही मैं गया.. मैंने मोबाइल निकाल कर ऐसे दिखावा किया कि जैसे मैंने दोनों की सेक्स करते हुए वीडियो बना ली है।

इस पर मेरा दोस्त नाटक करने लगा और लड़की भी डर गई।

मैंने अपने दोस्त को फटकार लगाते हुए बोला- इसलिए फार्म हाउस की चाबियां मांग रहा था.. साले.. मक्कार..
तब तक वो लड़की घबरा गई थी और मैंने बोला- मैंने तुम दोनों की वीडियो बना ली है.. अब तुम दोनों की ख़ैर नहीं..

इस पर लड़की बोलने लगी- उसकी दोबारा शादी पक्की होने वाली है.. अगर उसके माँ-बाप को इस बारे में पता चल गया.. तो वो मर जायेंगे..
वो रोने लगी।

मैंने कहा- मेरी जगह इस्तेमाल की है.. तो मेरा भी थोड़ा फायदा कर दो और मुझे खुश कर दो.. तो मैं भी ख़ुशी-ख़ुशी चला जाऊँगा और वीडियो भी डिलीट कर दूँगा।

लड़की ने मना कर दिया.. तो मैंने कहा- कोई जबरदस्ती नहीं है.. सोच लो अगर मन हो.. तो मैं साथ वाले कमरे में हूँ.. आ जाना।

इसके बाद मैं कमरे में चला गया.. तब मेरे दोस्त ने उसे समझाया कि मान जाए.. वर्ना यह तुम्हारी शादी तुड़वा देगा और वैसे भी हम यहाँ मजे लेने ही आए थे.. थोड़ा उसके साथ ले लो..
थोड़ी देर के बाद वो मान गई और मेरे रूम’ में आ गई.. मेरा दोस्त भी साथ में था।

उसके अन्दर आते ही मैंने उससे उसकी मर्जी पूछी.. तो उसने अपनी रजामंदी में ‘हाँ’ का जवाब दिया।

इस पर मैंने उससे कहा- तू इतनी ख़ूबसूरत तो नहीं.. कि मैं तुझे किस करूँ इस लिए अब मेरे लौड़े को खड़ा करने की सरदर्दी भी तेरी ही है..

इस पर शन्नो ने कहा- मेरे मम्मे मस्त हैं.. तब तक आप इनसे खेलो.. मैं आपके लौड़े को खड़ा करती हूँ।
इसके बाद मैंने अपने दोस्त को आराम करने को कहा और उसे अपने पास खींच कर उसके मम्मे चूसने लगा.. तो उसने मेरे लौड़े को पकड़ कर मुठ मारनी शुरू कर दी।

लेकिन मुझे चुदाई के वक़्त ज्यादा हरकतें करने की आदत है। मैंने उससे कहा- मेरे लौड़े को ‘सॉफ्ट टच’ की आदत है.. इस लिए अपना हाथ छोड़ कर अपना मुँह चलाओ।

यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

जिस पर वो थोड़ा मना करने लगी.. मैंने घूर कर देखा.. तो फिर अपने आप मेरा लौड़ा अपने होंठों में लेकर चूसने लगी।

इधर मैं उसके मम्मे और चूत को रगड़ रहा था। मैंने उसके 34 के सख्त मम्मे और आधा इंच लम्बी डोडी को खूब रगड़ा और उसके मम्मे लाल कर दिए।

तक तक वो भी मेरा लंड पूरा मुँह में लेकर चूसने लगी थी। उसने मेरा लौड़ा इतना मस्त चूसा कि मैं 20 मिनट बाद मैं अपने क्लाइमेक्स पर पहुँच गया था।

तब मैंने उससे कहा- मेरा निकलने वाला है.. और सुन.. एक भी बूंद नीचे नहीं गिरनी चाहिए.. वर्ना जितनी बूँदें नीचे गिरेगीं.. उतने एक्स्ट्रा राउंड मैं तेरा साथ चुदाई करूँगा।

चुदने के इस डर के मारे उसने मेरा सारा पानी अपने मुँह में ही भर लिया और सारा का सारा पानी पी गई।
पानी पीने के बाद बोली- कड़वा सा है..

तो मैंने कहा- इसमें नमक ज्यादा है न.. इसलिए तुझे ऐसा लगा।
मैं हँसने लगा।

लेकिन वो थोड़ी सी अनजान थी.. उसे नहीं पता था कि लौड़े में एक बूंद आखिर में बच जाती है.. जिसे मैंने निचोड़ कर बाहर निकाल दिया और वो बूंद नीचे गिर गई.. तो उसने हैरान होते हुए पूछा- यह कहाँ से आई?

तो मैंने कहा- तूने सारा नहीं पिया.. इस लिए एक राउंड और लौड़ा लगाऊंगा।

इस पर वो मना करने लगी.. तो मैंने जोर से उसके मम्मे दबा दिए.. तो वो एकदम से चीख पड़ी.. जिससे उसका मुँह खुल गया।

तो मैंने अपना लौड़ा उसके मुँह में ठेल दिया और वो उसके मुँह में पूरा भर गया.. जिससे वो खांसने लगी.. मैंने लौड़े को बाहर निकलते हुआ पूछा- मना करेगी या चिल्लाएगी?

तो उसने ‘ना’ में सर हिलाया और साथ में उसने मुझसे कहा- इतनी जोर से मत दबाओ न..

लेकिन मुझे पता नहीं क्या हुआ था मैंने उसकी बात को अनसुना करते हुए उसके एक मम्मे को चूसना शुरू कर दिया तो उसे मज़ा आने लगा और वो सिसकारियाँ लेते हुए मेरे मुँह को अपने मम्मे पर दबाने लगी।
जब वो अपने पूरे मज़े ले रही थी.. तो मैंने उसके मम्मे पर जोर से ‘लव-बाईट’ दे दी.. तो वो फिर एक बार चीख पड़ी।
उसके बाद मैंने उसका दूसरा मम्मा चूसना शुरू कर दिया.. लेकिन उसकी आँखों में दर्द की वजह से पानी आ गया था।
मैंने फिर प्यार से उसके मम्मे को सहलाया और दूसरे मम्मे को चूसना जारी रखा।

अब उसे फिर से मज़ा आने लगा था और मम्मे चूसने के इस पूरे दौर में मैं अपना एक घुटना उसकी चूत पर लगातार जोर-जोर से रगड़ रहा था।
जब वो डिस्चार्ज होने वाली थी.. तब मैंने उसके दूसरे मम्मे पर भी ‘लव-बाईट’ दे दी.. इसी के साथ वो डिस्चार्ज हो गई।

इसके बाद मैंने उसके मुँह में अपना लंड घुसेड़ दिया.. तो उसने मेरे लंड पर काटने की कोशिश की.. तो मैंने उसके दोनों मम्मों को ‘लव-बाईट’ वाली जगह से दबा दिया.. तो उसने मेरा लौड़ा छोड़ दिया और अपना लौड़ा बाहर निकाल कर मैंने उसके मुँह पर जोर से थप्पड़ मारा।

तो वो माफ़ी माँगने लगी.. इस सब पर मेरे दोस्त ने मुझे थोड़ा नरम होने को कहा और कहा- यार ये बिलकुल नई जैसी है.. इसने अभी सेक्स का ज्यादा मज़ा नहीं लिया है।
अपने दोस्त की बात मानते हुए मैंने थोड़ी सी नरमी दिखाई और उसके मुम्मों को प्यार से चूसा और सहलाया। फिर अपना लंड उसके मुँह में दे कर चुसवाया ताकि वो उसे खड़ा कर दे।

फिर मैंने उसे नीचे लेटा कर उसके ऊपर आ गया और अपने लंड को उसकी चूत पर रख कर रगड़ना शुरू कर दिया और उसके मम्मे भी चूसने लगा।

अब वो अपने हाथ से मेरे लौड़े को अपनी चूत में डालने की कोशिश कर रही थी.. तो मैंने उसके दोनों हाथों को अपने हाथों से पकड़ लिया और उसको रगड़-रगड़ कर पागल कर रहा था।

पता नहीं मेरे ऊपर उस वक़्त कौन सा पागलपन छा गया था।

इस सब पर वो कहने लगी- ऐसे तो मुझे कटवाने से ज्यादा तड़प महसूस हो रही है.. इसलिए मुझे चोद दो न।
उसकी हालत देखते हुए मैंने अपना 6×2 इन्च का लौड़ा एक ही बार में उसकी चूत में घुसेड़ दिया।

दो बार डिस्चार्ज होने की वजह से उसकी चूत में चिकनाहट थी.. इस वजह से मेरा लौड़ा पूरा का पूरा एक ही बार में चला गया.. लेकिन साली की चूत बड़ी टाइट थी।

जोर से सिसकारी लेते हुए उसने मुझे और जोर से चुदाई करने को कहा.. तो मैं भी अपना पूरा लौड़ा बाहर निकाल कर उसे जोर-जोर से चोदने लगा।

फिर मैंने उसकी टांगें उठा कर अपने कंधों पर रख लीं.. और ‘डायरेक्ट शूट पोजीशन’ में उसे जोर-जोर से चोदने लगा।

वो जोर-जोर से सिस्कारियां लेते हुए मुझे जोश दिला रही थी और कह रही थी- शाबाश और जोर से.. तू मस्त चोदता है.. तेरे दोस्त में उतना मज़ा नहीं है.. उसे लड़की को खुश नहीं करना आता.. चोद साले..और जोर से पेल.. आह्ह..

यह सुनकर मेरा दोस्त गुस्सा हो गया.. तो मैंने उसे शांत रहने का इशारा किया।

इसके साथ हो वो एक बार फिर डिस्चार्ज हो गई। लेकिन मेरा अभी निकल नहीं था तो मैं उसे लगातार चोदता रहा और अगले 10 मिनट छोड़ने के बाद मैं उसकी चूत में ही अपना पानी निकालने लगा.. तो उसकी चूत ने भी पानी छोड़ दिया।

उसके बाद मैं उसके ऊपर लेटा रहा.. कुछ वक़्त के बाद मैंने अपना लौड़ा उसकी चूत में से निकाल कर उसके मुँह में डाल दिया.. जिसे उसने चूस कर साफ़ कर दिया था।
इस पूरी जोर आजमाइश में वो बुरी तरह थक चुकी थी।
उसके बाद मेरे दोस्त ने और मैंने उसे एक साथ चोदा जिसके बारे में अगली बार लिखूंगा.. और इस चुदाई को उसने अपनी सबसे मस्त चुदाई कहा और बोली- इस चुदाई को कभी भूल नहीं पाऊँगी।
।वो बहुत खुश लग रही थी।

अगली कहानी में मेरे दोस्त और मैंने कैसे शन्नो को चोदा और कैसे शन्नो ने मुझसे खुद को और अपनी सहेली को चुदवाया के बारे में लिखूंगा। तब तक आपके विचारों के इंतज़ार में आपका देव.
अपने विचार मुझे जरूर लिखियेगा।
[email protected]