पायलट दोस्त की बीवी की चुदाई

एक दिन मैं भाभी के घर गया, दरवाजा बंद था.. मैंने बेल बजाई मगर कुछ देर तक कोई नहीं आया. कुछ देर बाद राहुल की 3 साल की बेटी ने दरवाजा खोला. मैंने उससे पूछा कि मम्मी कहां हैं?
तो वो बोली- मम्मी अपने रूम में काम कर रही हैं.

मैं रूम की तरफ़ गया, मुझे वहां कोई नहीं दिखाई दिया, मैं वापस आ रहा था कि इतने में मुझे बाथरूम से कुछ आवाज़ ‘आआह.. ऊऊऊम्म..’ आती सुनाई दी. मुझे आवाज़ कुछ अजीब सी लगी और मैं बाहर चला आया.

कुछ देर बाद भाभी बाथरूम से बाहर निकलीं, बिना कपड़ों के पूरी नंगी.. उनको नंगा देख कर मेरा लंड जो कि 8 इंच का है, एकदम से खड़ा हो गया. भाभी ने मुझे देखा तो वो जल्दी से बाथरूम की तरफ़ वापस भाग गईं और तौलिया लपेट कर बाहर आईं. मुझे काफी डर लग रहा था कि भाभी मुझ पर चिल्लाएगीं.

मगर भाभी मेरे पास आईं और मुझसे कहने लगीं- अरे जीतू तुम कब आए?
मैं उनकी बातें समझ नहीं पा रहा था. मैंने भाभी से कहा- मैं चलता हूँ.. बाद में वापस आऊंगा.
वे हंस दीं.
मैं शर्मा गया और मैं वहां से निकल कर अपने घर पहुँचा, मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था.

अब मुझे हमेशा ही दिन रात भाभी का वो नंगा बदन याद आ रहा था. बार बार मेरा लंड खड़ा हुआ जा रहा था. मैंने उसे बुरा सपना समझकर भूलने की काफी कोशिश की, मगर भूल नहीं पा रहा था.

फिर एक दिन अचनक भाभी का मेरे सेल पे कॉल आया और उन्होंने मुझे घर आने को कहा. मुझे लगा कि शायद भाभी को कोई काम होगा इसलिये बुलाया होगा.

मैं उनके घर पहुँचा. मैंने दरवाजे की घंटी बजाई. कुछ देर बाद भाभी ने गेट खोला और मुझे अन्दर आने को कहा.
मैंने अन्दर आते हुए भाभी से पूछा कि श्वेता कहां है?
तो वो बोलीं- अपनी सहेली के घर गई है.
मैं कुछ नहीं बोला.

उन्होंने मुझे अपने रूम में आने को कहा और मैं उनके पीछे चला गया.
मैंने वहां एक 18 साल की लड़की को बैठे देखा. मैंने भाभी से पूछा कि ये कौन हैं?
तो भाभी बोलीं- ये मेरे मामा की लड़की है, कल ही शिमला से आई है.

भाभी ने उसका परिचय दिया, उसका नाम रानी था.
मैंने भाभी से पूछा कि भाभी कुछ काम था, जो आपने मुझे याद किया?
तो भाभी बोलीं- क्या जब कोई काम होगा, तभी बुला सकती हूँ क्या?

मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था कि भाभी मुझसे क्या चाहती हैं.
भाभी बोलीं- तुम दोनों बातें करो मुझे जरा काम है मैं अभी आती हूँ.
भाभी हम दोनों को अकेला छोड़ कर चली गईं.

फिर मैं रानी से बातें करने लगा और धीरे धीरे वो मेरे करीब आने लगी. मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि मेरे इतना करीब क्यों आ रही है. अभी मैं कुछ समझ पाता कि उसने मेरे लंड पे हाथ रख दिया. मेरा लंड खड़ा हो गया. मैं बेकाबू हो गया, मैंने भी उसे पकड़ लिया और उसके होंठों पे किस करने लगा. मुझे कुछ ख्याल नहीं था कि मैं कहां और किस के घर में हूँ.

मुझमें और जोश आने लगा मैंने उसके मम्मों को, जो अभी काफी छोटे और नरम थे, जोर जोर से दबाने लगा.
वो मुझसे कहने लगी- आह.. धीरे करो जीतू.. दर्द हो रहा है.
लेकिन मुझसे रहा नहीं जा रहा था, मेरा लंड बहुत तड़फ रहा था.

मैंने उसके कपड़े उतारने शुरू कर दिए और जल्द ही उसके सारे कपड़े उतार दिए. उसने भी मेरे सारे कपड़े उतार दिए, बस अंडरवियर उतरना बाकी रह गया था.

रानी में भी काफी जोश आ चुका था, वो कहने लगी- तुम अपना हथियार दिखाओ जीतू प्लीज़ शो मी..
ये कहते हुए उसने मेरा अंडरवियर फ़ाड़ दिया और लंड पकड़ लिया.
मेरा मोटा लंड देख कर वो कहने लगी- जल्दी डालो जीतू.. जल्दी करो.

मुझसे भी रहा नहीं जा रहा, मैंने उसको धक्का देकर बिस्तर पर चित लिटा दिया और उसके ऊपर चढ़ गया. मैंने उसकी टांगें फैलाईं और उसकी छोटी सी चुत में अपना लंड एकदम से पेल दिया. वो जोर से चिल्लाई- आह.. मर गई.. जीतू आआआह आअह्हह्ह ह्हह्हह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… बाहर निकालो.

उसकी चीख सुनकर इतने में भाभी कमरे में आ गईं और उन्होंने हम दोनों को नंगा देखा तो उनमें भी जोश आ गया और वो भी जल्दी से अपने कपड़े उतारने लगीं. मैं रानी के ऊपर से हट गया. मुझे लगा था कि शायद भाभी घर से बाहर कहीं चली गई होंगी.

मैं कुछ समझ नहीं पा रहा था कि ये क्या हो रहा है.

फिर उन्होंने मुझे अपने बिस्तर पर धकेल दिया और मेरे ऊपर रानी को चढ़ा दिया. भाभी कहने लगीं- अपना पूरा लंड इसकी चुत में डालो.
मैंने अपना लंड उसकी चुत में डाला. वो फिर से जोर से चिल्लाई- आआ आआआ.. ह्ह ह्ह.. जीतू धीरे..

मुझसे अब नहीं रहा जा रहा था, मैंने पूरा लंड घुसेड़ा और जोर जोर से शॉट मारना शुरू कर दिए.
वो चिल्लाने लगी- आआआअ.. ह्हह.. जी.त्ततू.. ऊउ…रे..

मैं और जोर जोर से शॉट मारने लगा. दस मिनट तक शॉट लगाने के बाद मेरा माल निकल गया और उसकी चुत में से खून निकलने लगा.
खून देख कर वो डर गई, मगर भाभी ने कहा- कुछ नहीं होता, पहली बार ऐसा होता ही है.

उसके बाद मैं अपने कपड़े पहन ही रहा था कि भाभी मुझसे कहने लगीं- नहीं जीतू रुको.. अभी मैं बाक़ी हूँ.

मैं उस दिन काफी जोश में था, सो भाभी के लिए भी तैयार हो गया. अब भाभी मेरे ऊपर चढ़ गई थीं और मैं उनके होंठों पे किस कर रहा था. मुझमें वापस काफी जोश आ रहा था. वो मेरे लंड को चूसने लगीं.
मेरे मुँह से ‘आआआ.. ह्हह्ह.. ओ.. हज.. ह्हह्ह प.. प्पप्प.. स्सस्स.. ह्हह..’ की कामुक आवाजें निकलने लगीं.

मुझे काफी मजा आ रहा था, उन्होंने लंड चूस कर मुझमें और जोश ला दिया, फिर मेरा लंड खड़ा हो गया और मुझसे भी रहा नहीं गया, मैंने भाभी की चुत में लंड डाल दिया.
वो कहने लगीं- जीतू तुममें काफी जोश है मेरी प्यास बुझा दो.

मेरे दिलो दिमाग पर भाभी छा रही थीं. मैं भी बेकाबू हो गया था. मैं भाभी की चूत में शॉट मारने लगा.
भाभी कहने लगीं- आआअ.. न.. इ.. स.. ए.. जीतू.. मजा आ गया..

मैं और जोर जोर से शॉट मारने लगा. हम दोनों को काफी मजा आ रहा था.
वो चिल्ला रही थीं- कम ऑन जीतू.. कम ऑन जीतू..
मैं पूरे जोश से शॉट मार रहा था लेकिन इस बार मेरा माल बाहर नहीं आ रहा था. मैं और जोर जोर से शॉट देने लगा.
भाभी ‘आआआआआ.. ओह.. ह्हह्हहह.. यू आर अ नाइस फकर जीतू..

कुछ देर में भाभी झड़ गईं लेकिन मैं दनादन चुदाई करता रहा. बीस मिनट तक शॉट लगाने के बाद मेरा माल निकल गया. फिर कुछ देर के लिये मैं उनसे लिपट गया.

उसके बाद मैंने कपड़े पहने और भाभी से कहा- मैं अब घर जा रहा हूँ.
भाभी कहने लगीं- जीतू, मुझे चोदने आते रहना.

इसके बाद हम दोनों का चुदाई का सिलसिला ऐसे ही चलता रहा.

लेकिन आखिरकार राहुल दिल्ली शिफ्ट हो गया और हम दोनों जुदा हो गए. मुझे आज भी भाभी की याद सताती रहती है और साथ साथ रानी की कमसिन चूत भी याद आती है, जो शिमला वापस चली गई थी.

आपको मेरी यह सेक्स की कहानी कैसी लगी.. आप मुझे मेरी मेल आईडी पर अपनी बात लिखें.
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ओके फ्रेंड्स आपका ये दोस्त जीतू फिर एक कहानी लेकर आपके सामने जल्द ही हाज़िर होगा.