कैसे विश्वास दिलाऊँ अपने प्रेम का

मेरी शंका तो खत्म हो गई लेकिन अब जिया मुझ से नाराज हो गयी है, वो मुझे अन्य सभी लड़कों की तरह ही समझने लगी है।
उसे लगने लगा है कि मैं शक्की मिजाज़ हूँ और उस पर नज़र रखता हूँ।

जबकि मैं ऐसा नहीं हूँ, उसने मेरी बात का जो उत्तर दिया उससे मैं संतुष्ट हूँ, अब मेरे मैन में कोई शक नहीं है, लेकिन जिया की गलतफहमी मैं कैसे दूर करूँ?
हम दोनों पहले काफी करीब आ चुके थे, चूमाचाटी के अलावा अब हम नंगे होकर प्यार करते थे, सम्भोग की आखिरी सीढ़ी से सिर्फ एक कदम दूर थे, और हमें कोई जल्दबाजी भी नहीं थी, हम दोनों का इतना संयम ही हमारे प्यार को दर्शाता है लेकिन एक बात से हमारा प्यार अब बर्बादी की कगार पर है, मुझे सुझाइए कि मैं जिया को कैसे विश्वास दिलाऊँ अपने प्रेम का?