Category: ऑफिस सेक्स

काम करने वालों का ऑफिस सेक्स या बाहर चूत चुदाई बॉस सेक्रेटरी चुदाई पर हिंदी सेक्स कहानियाँ.

Sath Sath Kaam Karne Valon ki Aapas me Chut Chudai ki Hindi Sex Kahani

Desi Antarvasna Office Sex stories between colleagues & boss secretary Indian sex stories.

तरक्की का सफ़र-4

“राज को कुछ पीने को दो महेश”, एम-डी ने कहा। “क्या लोगे राज?” महेश ने बार की तरफ बढ़ते हुए पूछा। “स्कॉच विद सोडा”, मैंने जवाब दिया। महेश ने ग्लास पकड़ाया और मैंने उसमें से सिप लिया, “चीयर्स! काफी अच्छी है”, मैंने कहा। “हाँ! बीस साल पुरानी स्कॉच है और इससे अच्छी स्कॉच मॉर्केट में […]

तरक्की का सफ़र-3

मैं वापस आया तो देखा प्रीती किचन में काम कर रही थी। “ये क्या कर रही हो?” मैंने पूछा। “कुछ नहीं खाने की तैयारी कर रही हूँ, क्यों खाना नहीं खाना है?” उसने पूछा। “जब इतना अच्छा खाना सामने हो तो ये खाना किसको खाने का दिल करेगा”, मैंने उसकी चूचियों को दबाते हुए कहा। […]

तरक्की का सफ़र-11

“नहीं सर! तनख्वाह की बात नहीं है, अगर आप मेरी माँ को नौकरी दे सकें तो मेहरबानी होगी, मैंने सुना है एच.आर डिपार्टमेंट में जगह खाली है, मेरी मम्मी वहाँ कुछ साल काम कर चुकी है।” “मैं इस बारे में सोचुँगा”, मैंने हँसते हुए कहा, “तुम्हारी मम्मी काम के बारे में तो जानती है लेकिन […]

तरक्की का सफ़र-7

“मेरा वादा है तुमसे! मैं तुम्हारी पूरी मदद करूँगा।” मैंने जवाब दिया। “अब अंजू और मंजू के बारे में क्या करना है? अगर ये दोनों प्रेगनेंट हो गयी तो?” “इसके बारे में मैंने सोच लिया है, सुबह मैं दोनों को डॉक्टर के पास ले गयी थी, इतनी जल्दी तो कुछ पता नहीं चलेगा किंतु भविष्य […]

तरक्की का सफ़र-6

“पूरी रात मैं सो नहीं सकी। अब मैं क्या करूँ, ये सवाल मुझे खाये जा रहा था। आत्महत्या कर लूँ ये भी ख्याल आया, किंतु आत्महत्या समस्या का समाधान नहीं है। ये डरपोक लोगों का काम है और मैं डरपोक नहीं थी।” “फिर ख्याल आया कि तुम्हें छोड़ कर तुमसे तलाक ले लूँ, पर ये […]

तरक्की का सफ़र-5

घर में घुस कर मैंने देखा कि प्रीती नाइटी पहने हुए है और बिस्तर काफी सलवटों से भरा पड़ा था। “वो आदमी कौन था जो अभी यहाँ से गया?” मैंने पूछा। “अरे वो? वो हमारा बनिया था”, प्रीती ने शरारत भरी मुस्कान के साथ कहा। “वो हमारा बनिया तो था पर वो हमारे घर में […]

लंड तो खड़ा होता ही नहीं

कुँवारा होने के कारण मैं अपनी भूख नहीं बुझा पाता हूँ, इसलिए मैं अपना लंड हाथ से ही हिला लेता हूँ। मेरे कॉल-सेन्टर में एक ६० साल की औरत काम करती है। वह मुझे कुछ इस तरह से देखती है कि मानों कि अगर मैं उससे कहूँगा तो वह मुझसे गाँड मरवा लेगी और मज़े […]

दिल पर जोर नहीं-2

२ बजे स्कूल की छुट्टी हो गई थी। मैंने उसका काफ़ी इन्तज़ार किया पर वो नहीं आया। मैं पीछे अपने क्वार्टर पर आ गई। आदत के अनुसार मैंने अपने कपड़े उतारे और अपने बदन को निहारा। वैसा ही चिकना, वैसा ही फ़िगर, पतली कमर, बोबे वैसे ही उभार लिये हुए, मेरे मन में एक टीस […]

नौकरी के साथ सेठानी की चूत चुदाई

हमारा काम सुबह ९.३० बजे दुकान आना और रात को ८.०० बजे दुकान बंद करके घर पर चले जाना था। मेरे सेठजी की उम्र ४० और सेठानी की ३२ थी। सेठजी पूरा दिन दुकान में लगे रहते थे, और अपनी सेहत का ख्याल न रखने की वजह से ४५-५० के लगते थे, वहीं हमारी सेठानी […]

प्रगति की आत्मकथा- 1

मुरली एक शराबी कबाबी किस्म का आदमी था जो की पत्नी को सिर्फ एक सेक्स का खिलौना समझता था। उसकी आवाज़ में कर्कशता और व्यवहार में रूखापन था। वोह रोज़ ऑफिस से आने के बाद अपने दोस्तों के साथ घूमने चला जाता था। पुलिस में होने के कारण उसका मोहल्ले में बहुत दबदबा था। उसको […]