मौसी की सेक्सी बेटी की मस्त चुत की चुदाई

उस वक्त अंधेरा हो गया था, वो और मैं खेत में से अपने गाँव वाले घर की तरफ जा रहे थे। चलते चलते उसका बदन मुझसे टकरा रहा था, इससे मेरा लंड खड़ा हो गया था।
मुझे रहा नहीं गया.. तो मैंने मेरा हाथ उसके हाथ में डाला और हाथ की कोहनी से उसके मम्मों को छूने लगा।

क्या मस्त चूचे थे उसके.. मुझे तो ऐसा लग रहा था कि अभी नीचे पटक कर साली को चोद दूँ।
पर क्या करूँ मजबूरी थी.. ऐसा कर नहीं सकता था।

थोड़ी देर बाद हम दोनों घर पहुंच गए और फ्रेश होकर खाना खाकर सोने आ गए, मैं अपने बेडरूम में और वो गेस्टरूम में थी, मैं अपने रूम में टीवी पर मैच देखने लगा।

उतने में रेश्मा मेरे कमरे में आई और मुझे कहने लगी- मुझे सीरियल देखना है।
मैंने उससे कहा- रात बहुत हो गई है.. तुम सो जाओ।
वो गुस्सा होकर चली गई।

थोड़ी देर बाद मुझे उसक़ी रोने की आवाज आई.. तो मैं उसके कमरे में गया। वो बिस्तर पर पड़ी रो रही थी। मैंने उसको चुप कराने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ाया तो मेरा हाथ गलती से उसकी चूचियों को छू गया।

मेरे लंड में करंट सा लग गया और मुझसे रहा नहीं गया तो मैं उसके मम्मे धीरे-धीरे मसलने लगा।
रेशमा ने मुझे कुछ नहीं कहा और वो भी मम्मे मसलवाने का मजा लूटने लगी।

अब रेश्मा भी गर्म हो गई, मैंने उसकी सलवार के अन्दर हाथ डाल दिया, उसके मुँह से ‘आह.. आह..’ निकल रहा था। मैंने उसके पूरे कपड़े उतार दिए, वो सिर्फ काले रंग की समीज और रेड पेंटी में थी।
क्या गजब की माल लग रही थी वो..

उसने तुरंत मुझको अपने ऊपर खींचा और हम एक-दूसरे को चूमने लगे।
फिर मैंने उसकी पेंटी में हाथ डाला तो क्या मस्त चुत मेरे हाथ में थी। उसकी चुत बिल्कुल पावरोटी जैसी मुलायम और फूली हुई थी। उसकी चुत के ऊपर छोटे-छोटे बाल उग आए थे।

मैंने उसकी चुत में एक उंगली डाली तो उसको दर्द होने लगा।
उसने मुझसे कहा- मैं अभी वर्जिन हूँ.. मुझे दर्द हो रहा है।
मैं तुरंत वैसलिन लेकर आया और उसकी चुत में लगा दी।

अब मैं जल्दी से पूरा नंगा हो गया। मेरा खड़ा और मोटा लंड देख कर वो डर गई। मैंने तुरंत मेरा लौड़ा उसके मुँह में डाल दिया, वो लंड चूसने लगी।
कुछ ही देर में मेरा लंड गुस्से में आ गया।

मुझसे भी अब रहा नहीं जा रहा था। मैंने उसकी चुत में अपनी जीभ डाल दी और उसका नमकीन पानी पीने लगा।
अब उसे भी खुजली होने लगी और वो कहने लगी- ओह यश चोदो मुझे.. आह आह.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… फक मी हार्ड..
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मैंने तुरंत मेरे लंड का सुपारा उसकी चुत पर लगाया और एक जोर का धक्का दे दिया, उसके मुँह से चीख निकल गई।
मैंने उसके मुँह में अपनी जीभ डाल दी और उसे किसिंग करने लगा।

अब धीरे-धीरे उसको मजा आने लगा और उसके मुँह से ‘आहें..’ निकलने लगीं।
कुछ मिनट तक मैंने उसकी जम कर चुदाई की, इतनी देर में वो झड़ चुकी थी, मेरा भी अब निकलने वाला था, मैंने जल्दी से मेरा सारा पानी उसके मुँह पर गिरा दिया, उसने मेरा लंड चाट कर साफ कर दिया।

उस रात हमने दो बार सेक्स किया। इसके बाद कई बार हम दोनों को चुदाई का मजा मिला।
अब उसकी शादी हो चुकी है पर हम दोनों अभी भी छुप-छुप कर सेक्स करते हैं।

मेरी मौसेरी बहन की चूत चुदाई की कहानी कैसी लगी.. मुझे मेल जरूर कीजिएगा।
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