दो चुदक्कड़ चूतें और मैं अकेला-2

तभी हम एक बजे पानीपत पहुँचे, वहाँ से एक मस्त माल हमारे साथ बैठ गई, वो भी पूनम से कम नहीं थी, सच में क्या लग रही थी।

तभी पूनम ने उसे मुझसे इंट्रोड्यूस करवाया- ये मेरा फ्रेंड दिल्ली से सैम.. और सैम शी इज माय बेस्ट फ्रेंड सोनिया.. हम एक-दूसरे से सब बातें शेयर करते हैं और एक-दूसरे का ‘सब कुछ’ भी शेयर करते हैं।

मैं समझ गया कि वो क्या कहना चाह रही थी। मैं मन ही मन खुश हुआ लेकिन मेरी गाण्ड भी फट रही थी कि ये दो और मैं अकेला।

तभी उसकी फ्रेंड बोली- डोन्ट वरी सैम.. डोन्ट फियर.. ओन्ली एंजाय के लिए निकले हैं हम.. अब आप भी हो तो और मजा आ जाएगा।

रास्ते में हमने मूरथल में सुखदेव के ढाबे पर दोपहर का खाना खाया और फ़िर निकल पड़े।

तभी बातें करते-करते 5 बज गए, हम रिवाड़ी से आगे आ गए थे।

तभी मैंने कहा- मुझे टॉयलेट जाना है।
उसकी सहेली सोनिया भी बोली- हाँ यार, मुझे भी लगी है।

मैंने कार साइड में पार्क कर दी और मैं टॉयलेट करने लगा। तभी उसकी फ्रेंड मेरे पास आई और झुक कर मेरे लन्ड को देखते हुए बोली हाय सैम.. काफ़ी बड़े खिलाड़ी हो.. माल भी काफ़ी बड़ा है।
मुझे तो कुछ बोलने का मौका ही नहीन दिया था उसने…

मैं जल्दी से पेशाब करके आया और देखा तो ड्राइवर सीट पर पूनम बैठी थी, उसने कहा- आप दोनों पीछे रेस्ट करो आपको भी ड्राइव करते हुए काफ़ी टाइम हो गया है।
मैंने कहा- ओके!

अब पूनम ड्राइव कर रही थी, मैं और सोनिया पीछे बैठ गए।

करीब 5 किलोमीटर ही चले होंगे.. तभी सोनिया अपनी उंगलियाँ मेरी टांगों पर फ़िराने लगीं।

मैं समझ गया यह गर्म हो रही है, कुछ करना चाहती है।
मैंने सन स्क्रीन पीछे वाली विंडोज में लगा दिए।
तो सोनिया ने अपनी फ्रेंड के कान में बोल दिया था।

वो गाड़ी थोड़ी फास्ट चलाने लगी। अब मैं और सोनिया एक-दूसरे के होंठों को किस करते हुए मजा लेने लगे।

सोनिया ने मेरी जीन्स खोल दी थी।

अब वो मेरे लण्ड को बाहर निकाल कर मुँह में लेकर चूसने लगी, मैं यहाँ हवा में उड़ने लगा। सच में मेरी तो मौज हो गई थी.. ‘मैंने एक की सोची थी और दो मिल गई.. वाह रे मेरे नसीब!’

तभी मैंने उससे ज्यादा नहीं करने को कहा- अबे यार हम हाइवे पर हैं.. थोड़ा कंट्रोल करो न..

तभी एक गाड़ी ने भी क्रॉस किया.. तो उसने थोड़ा कंट्रोल किया और मुझसे कहा- प्लीज़ मुझे तेरा माल पीना है। पूनम ने बताया है कि तेरा काफ़ी टेस्टी है.. सो प्लीज़!
मैंने कहा- ओके।

अब मैंने पैन्ट निकाल दी और मुँह में लेने का इशारा किया।

वो मेरे लण्ड को दबा-दबा कर सक करने लगी, मैं उसका सिर पकड़ कर अन्दर-बाहर करता रहा।
बस 5 मिनट में ही लण्ड देवता ने माल की पिचकारी छोड़ दी और वो सारा माल साफ कर गई।

फिर वो अलग हुई और दो मिनट बाद वो बोली- थैंक्यू सैम..
मैंने कहा- कोरे थैंक्स से काम नहीं चलेगा.. आपने मेरा पिया.. नाउ मेरी बारी।

तभी पूनम बोली- यहाँ नहीं.. यहाँ से काफ़ी सिटी एक के बाद एक हैं.. सो प्लीज़ तुम दोनों कंट्रोल रखो और सोनिया तुम आगे आ जाओ।
सोनिया ने कपड़े ठीक किए और वो आगे की सीट पर चली गई.. मैं पीछे सो गया।

करीब 8 बजे के आस-पास पूनम ने आवाज़ दी- सैम उठो, जयपुर आ गया।

मैंने कहा- जयपुर.. हमें तो पहले अजमेर जाना है न?
उसने कहा- वो हम कल ईवनिंग में निकलेंगे.. आज की रात यहीं रुकते हैं।
मैंने कहा- ओके।

तभी सोनिया बोली- ड्रिंक तो करते हो न?
मैंने कहा- नहीं।
पूनम- क्या थोड़ी भी नहीं करोगे हमारे साथ?

सोनिया कार से उतरी और बैगपाइपर की बॉटल ले कर आई। वहाँ से हम डाइरेक्ट एक फ्लैट में गए। वो फ्लैट भी काफ़ी अच्छा था।
मैंने कहा- किसका फ्लैट है?
पूनम ने कहा- सोनिया का है.. इसलिए हम आज की रात यहीं रुकेंगे और कल ईवनिंग में अजमेर..

तभी पूनम बोली- खाने का क्या?
पूनम ने कहा- आप दोनों रेस्ट करो.. मैं खाना पैक करवा कर आती हूँ।

तभी सोनिया ने डोर बंद किया और वो मेरे पास आई और मुझे अन्दर कमरे में ले जाकर किस करने लगी।
उफ्फ़.. उसका इरादा बहुत गर्म था।

सोनिया बोली- सच्ची बताना हम दोनों में से ज्यादा हॉट कौन है?
मैंने कहा- मुझे यारी में गद्दारी पसंद नहीं है.. आप पूनम की फ्रेंड हैं.. तो मैं कुछ नहीं कहना चाहता हूँ।

मेरी इस बात पर वो मुझ पर फिदा हो गई और उसने अपने कपड़े खुद उतार दिए, फिर मेरे कपड़े भी निकाल दिए।

अब उसने मेरे लण्ड को हाथ में लेते हुए कहा- सम हम दोनों फ्रेंड को सिर्फ़ सेक्स चाहिए.. बाकी हम दोनों में कोई कमी नहीं है.. प्लीज़ आज मुझे जन्नत में ले चलो।

इतना सुनते ही मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके मम्मों को एक के बाद एक मसलने लगा।
‘सैम बेबी.. ईईई गुड बॉय.. यस्स..’
इस वक्त उसका चेहरा देखने लायक था। वो कैसे अपने होंठों को दबा रही थी।

तभी मैं चुम्बन करते हुए उसकी चूत पर आ गया और जैसे ही उसकी क्लिट को मैंने टच किया.. वो कोहनी के बल बैठ गई.. बोली- प्लीज़ नो.. सैम नो..

मैंने एक मिनट में उसकी क्लिट को मुँह में भर लिया, वो एकदम से सिहर उठी- सैम..म्मम्म..
मैं लगातार उसकी क्लिट को चूस रहा था और अपनी जीभ से उसकी चूत को चोदता रहा, वो कोहनी के बल बैठी थी और अपना एक हाथ मेरे सिर में घुमा रही थी।

तभी वो अकड़ गई और उसने पानी की तेज पिचकारी छोड़ी।
मैंने धीरे-धीरे सारा माल साफ कर दिया।

वो बोली- सैम प्लीज़ अब और नहीं रुका जा रहा.. प्लीज़..
मैं बिस्तर के नीचे खड़ा हुआ.. मैंने उसकी चूत पर लण्ड सैट किया और कमर पकड़ कर शॉट लगा दिया।
पूरा लण्ड एक ही शॉट में चूत के अन्दर हो गया और सोनिया अपने होंठों को काटने लगी और बेडशीट को नोंचने लगी।

धीरे-धीरे हल्के-हल्के शॉट मैंने लगातार चालू रखे ओर वो भी हल्की-हल्की आवाज़ और मुस्कान से मेरा साथ देती रही।
कुछ मिनट हो गए थे.. मेरा काम होने वाला था.. तो मैंने कहा- मेरा होने वाला है।
उसने कहा- प्लीज़ मुझे पीना है.. बाहर निकाल लो।

मैंने लण्ड बाहर निकला और वो मुँह में लेकर लौड़े को सक करने लगी।
बस एक मिनट में ही मैं उसके मुँह में फ्री हो गया, सोनिया भी बिना एक बूँद टपकाए.. पूरा माल पी गई।

कुछ ही देर में हम दोनों के चेहरे पर मुस्कान थी।

तभी घण्टी बजी, सोनिया ने कपड़े पहने और दरवाजा खोला।

पूनम खाना लेकर आ गई थी, उसने अन्दर आते ही कमरे में देखा और बोली- सोनिया कैसा लगा सैम से मिल कर?
सोनिया हँसने लगी।

उसके बाद हम तीनों ने साथ में डिनर किया।
डिनर करने के बाद सोनिया सोने की कहने लगी.. क्योंकि उसको काफ़ी हो ड्रिंक चढ़ गई थी।

हम दोनों ने कम ली थी और वो मुझे होंठों पर किस करके सोने के लिए अन्दर चली गई।

अब मैं और पूनम एक-दूसरे को देख रहे और तभी मैंने कहा- आज और नहीं प्लीज़.. काफ़ी हो गया।
वो नहीं मानी और मेरे लण्ड को बाहर निकाल कर हाथ से सहलाने लगी, कुछ मिनट बाद ही मेरा लण्ड सलामी देने लगा।

मैंने पूनम को पकड़ा और उसको फ्लोर पर लिटा लिया, मैं उसके मम्मों को दबाने लगा।
मैंने एक हाथ पूनम की चूत के ऊपर रखा और कहा- बेबी चूत के 2 राउंड हो चुके हैं.. अब मैं आपकी गाण्ड मारना चाहता हूँ।

वो पहले तो मना करने लगी, फिर थोड़ा सा फोर्स करने पर मान गई।

मैंने उसको थोड़ा सा लण्ड चुसाया और उसकी गाण्ड की तरफ इशारा किया।

वो डॉगी स्टाइल में हो गई और अपनी गाण्ड को हल्का कर दिया। मैंने अपने लण्ड पर थूक लगाया और लण्ड को गाण्ड पर सैट किया। कमर पकड़ कर शॉट लगाया.. लेकिन लण्ड फिसल जाता।

फिर मैंने 2 उंगलियों को उसकी गाण्ड में पेल दीं।
वो चिल्ला उठी- सैम प्लीज़ बाहर निकालो सैम..
मैंने कहा- वेट बेबी।

मैंने तभी लण्ड पर काफ़ी थूक लगाया और सैट करके एक जबरदस्त दबाव लगाया, मेरा लण्ड उसकी गाण्ड की दीवार को चीरता हुआ अन्दर हो गया।
उसकी आँखों से आँसू निकल आए और वो मुझे गालियाँ देने लगी।

तभी मैंने दूसरा शॉट मार दिया और मेरा पूरा अन्दर हो गया।
वो नीचे लेट गई.. उसने अपनी गाण्ड को थोड़ा सा टाइट किया..
लेकिन मैंने हिम्मत नहीं छोड़ी और लगातार शॉट मारता गया। एकाध मिनट में एक चपत उसकी गाण्ड पर लगा देता।

वो काफ़ी थक चुकी थी और मैं भी कुछ ही पल बाद में उसकी गाण्ड में फ्री हो गया। हम दोनों कब सो गए पता ही नहीं चला।

अगले दिन मैं करीब एक बजे उठा और देखा तो सोनिया और पूनम दोनों सामने थीं।
तभी पूनम बोली- रात को क्या किया.. मेरी वाट लगा दी.. अभी तक दर्द हो रहा है।
दूसरी तरफ सोनिया हल्की-हल्की मुस्कान दे रही थी।
मैं उठा और सॉरी कहा।

तभी सोनिया बोली- कोई सॉरी नहीं.. एंजाय करो.. सब चलता है।

मैं उठ कर बाथरूम में चला गया और जैसे ही मैं अन्दर गया.. सोनिया भी मेरे पीछे-पीछे आ गई, अन्दर आते ही वो मुझसे पीछे से लिपट गई- कल मेरी फ्रेंड को मीठा दर्द दे दिया लेकिन मुझे नहीं.. ये गलत है।
मैंने कहा- आप भी ले लो।

मैंने उसे आगे की तरफ करते हुए उसको चुम्बन करने लगा। वो मेरा लण्ड हिला रही थी और मेरा लण्ड काफ़ी मूड में आ गया।

अब मैंने उसके लोवर में हाथ डाला और चूत पर हाथ फेरा।
वो बोली- अब नहीं रुका जाता प्लीज़।

मैंने जल्दी से उसके कपड़े उतारे और उसको दीवार पर हाथ रख कर खड़ा कर दिया, एक टाँग को टेबल पर रख दिया और थोड़ा सा झुका दिया, लण्ड को गाण्ड पर सैट करके कमर पकड़ ली और ज़ोर लगाया।

आधा डंडा अन्दर हो गया, वो खुश हो गई.. तभी वो बोली- डोन्ट बी लेट..
तभी मैंने एक और शॉट मारा और पूरा अन्दर हो गया।

फिर तो मैं एक के बाद एक शॉट लगाता गया, वो ‘उफफ.. आहह.. ओह उम्म्म.. बेबी..’ करती रही।
उसके मम्मे मानो हवा में हिल रहे थे, मैंने एक हाथ से उसके मम्मों को पकड़ लिया और दबाता रहा, मैं दूसरे हाथ से उसके बालों को पकड़े हुए था।

वो चिल्ला रही थी- फक मी हार्ड.. और ज़ोर से यस आई नीड हार्ड स्ट्रोक.. और ज़ोर से यस यस.. बेबी..
करीबन पांच मिनट बाद मैंने कहा- सोनिया मैं आ रहा हूँ।
वो बोली- मुझे पीना है।
मैंने कहा- नो आज ऐसे ही अन्दर ही डालना है।
तभी वो बोली- ओके।

फिर कुछ तगड़े शॉट्स के बाद मैंने सारा माल उसकी गाण्ड में छोड़ दिया।
अब हम दोनों निढाल हो गए थे।

फिर भी उसने अपनी गाण्ड से मेरे माल को फिंगर पर लिया और चाटने लगी। मैंने कहा- आपको माल काफ़ी पसंद है।
उसने कहा- मुझे माल पसंद है तो सिर्फ़ तुम्हारा।

उसके बाद हमने स्नान किया और बाहर आए तो पूनम बोली- सुबह सुबह ही कामदेव और रति की भक्ति कर ली?
हम सब हँसने लगे।

इसके बाद हम तीनों ने होटल जाकर लंच किया और उसके बाद शाम में अजमेर चले गए।

इन 4 दिनों में हमने खूब मस्ती की.. पता नहीं कितनी बार चुदाई की।

फिर उन्होंने मुझे दिल्ली ड्रॉप किया और पैसे दिए और एंजाय करने को कहा।
मैंने मना किया.. लेकिन उन्होंने कहा- रखो सैम प्लीज़।
मैंने ले लिए।

कुछ ही दिन बाद सोनिया खुद मिलने मुझसे वापिस दिल्ली आई। वहाँ हमने कितनी चुदाई की.. वो फिर कभी लिखूँगा।

दोस्तो कैसी लगी मेरी कहानी.. प्लीज़ मुझे ईमेल करना न भूलना।
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